सिद्धू के बगावती तेवर: लिखा- अपने खिलाफ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूं, जवाब देने का हक मैंने...
नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर पंजाब कांग्रेस में बवाल थमता नहीं दिख रहा है। इस बीच सिद्धू की नई सोशल मीडिया पोस्ट सियासी गलियारों में चर्चा का केंद्र बनी है। वहीं सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की बैठक से दूरी बना ली है। बताया जा रहा है कि हाईकमान को सिद्धू के खिलाफ एक नई शिकायत भेजी गई है। इसमें सिद्धू को तत्काल हटाने की मांग की गई है।

विस्तार
पंजाब कांग्रेस एक तरफ तो 11 फरवरी को आयोजित होने वाली कन्वेशन की तैयारी में जुटी है, वहीं पूर्व प्रदेश प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू के बगावती तेवर पार्टी के अंतर्कलह को खत्म नहीं होने दे रहे। कन्वेशन की तैयारियों को लेकर पार्टी प्रभारी देवेंद्र यादव द्वारा बुलाई गई बैठक से भी गैरहाजिर रहे सिद्धू के खिलाफ एक बार फिर से हाईकमान को शिकायत भेजी गई है, जिसमें एक स्वर में सिद्धू को हटाने की मांग की गई है।

इसके जवाब में बुधवार को सिद्धू ने एक बार फिर अपने चिर-परिचित अंदाज में प्रदेश इकाई को संकेत दे दिया कि वह किसी की परवाह नहीं करते। सिद्धू ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर शायराना अंदाज में पोस्ट लिखा कि ‘अपने खिलाफ बातें मैं अक्सर खामोशी से सुनता हूं... जवाब देने का हक मैंने वक्त को दे रखा है।’
गौरतलब है कि सिद्धू इससे पहले भी प्रदेश इकाई के फैसलों और बैठकों को अनदेखा करते रहे हैं और अपने खिलाफ बयान पर इसी अंदाज में जवाब भी देते रहे हैं। चार दिन पहले जब देवेंद्र यादव ने आगामी कन्वेशन की तैयारियों के लिए पार्टी नेताओं की बैठक बुलाई तो सिद्धू को भी न्योता भेजा गया लेकिन सिद्धू इसमें नहीं आए बल्कि उसी दिन सोशल मीडिया पर उन्होंने अपनी एक बैठक की फोटो शेयर की, जिसमें सिद्धू के साथ पंजाब कांग्रेस के तीन पूर्व प्रधान भी मौजूद दिखाई दे रहे थे।
उन्होंने फोटो का कैप्शन लिखा कि राजनीति के ताजा हालात पर चर्चा करते हुए। इस तरह सिद्धू ने दूसरी बार प्रदेश इकाई को अपनी ताकत की झलक दिखाने का प्रयास भी किया। इससे पहले जब देवेंद्र यादव ने चुनाव समिति की बैठक बुलाई थी, उस समय भी सिद्धू ने समिति की बैठक में शामिल होने की बजाय अपने समर्थकों की एक समानांतर बैठक आयोजित की थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार, कन्वेशन संबंधी बैठक की अनदेखी और उसके समानांतर बैठक बुलाए जाने के सिद्धू के रवैये के बारे में देवेंद्र यादव ने एक अन्य रिपोर्ट हाईकमान को भेज दी है।