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Haryana News: नितिन गडकरी बोले- देश का किसान अन्नदाता तो है लेकिन अब ऊर्जादाता बनना चाहिए, बड़ा लाभ होगा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, करनाल (हरियाणा) Published by: ajay kumar Updated Tue, 20 Jun 2023 10:32 PM IST
सार

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में पराली से एथेनॉल और बायो सीएनजी-पीएनजी बनाने के 135 प्रोजेक्ट प्रक्रिया में हैं जबकि 26 प्रोजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है। खुशी की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर प्रोजेक्ट हरियाणा में हैं। पांच टन पराली से एक टन बायो सीएनजी तैयार होती है।

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Nitin Gadkari said farmers should now become energy givers
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी। - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
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विस्तार
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केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को करनाल में कहा कि देश का किसान अन्नदाता तो है लेकिन अब उसे ऊर्जादाता बनना चाहिए। गेहूं, चावल, मक्का और गन्ना उत्पादन से किसानों की गरीबी दूर नहीं हो सकती। अभी हम 16 लाख करोड़ रुपये का जीवाश्म ईंधन आयात करते हैं। इसमें डीजल, पेट्रोल और गैस शामिल है। ऐसे में अगर किसान बायो सीएनजी, पीएनजी और हाइड्रोजन के उत्पादन में सहयोग देगा तो 10 लाख करोड़ रुपये किसानों के पास जाएंगे। वे मंगलवार को भारतमाला परियोजना के तहत रिंग रोड का शिलान्यास करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि विदेश से ईंधन का आयात पूरी तरह से बंद करना होगा। इसके लिए किसानों का ऊर्जादाता होना आवश्यक है। आज हम एथेनॉल की दो लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बनाने की ओर बढ़ रहे हैं। कहा जाता था कि पंजाब-हरियाणा में बड़े पैमाने पर पराली जलाने से दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण होता है लेकिन आज खुशी की बात है कि किसानों के सहयोग से पराली से बायो फ्यूल बनाने की दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं। 
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पानीपत स्थित इंडियन ऑयल की रिफाइनरी ने मेरे आग्रह पर पराली से एक लाख टन बायो एथेनॉल और 150 टन बायो बिटुमिन बनाने का उद्योग शुरू किया है। बिटुमिन के बिना बायो एविएशन फ्यूल का उत्पादन भी जल्द शुरू होगा। विश्व में हवाई जहाज के ईंधन में दो प्रतिशत बायो एविएशन फ्यूल मिलाने का कानून बना है। इसका फायदा किसानों को होगा।

पराली से एथेनॉल और बायो सीएनजी-पीएनजी बनाने के 135 प्रोजेक्ट प्रक्रिया में

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश में पराली से एथेनॉल और बायो सीएनजी-पीएनजी बनाने के 135 प्रोजेक्ट प्रक्रिया में हैं जबकि 26 प्रोजेक्ट की शुरुआत हो चुकी है। खुशी की बात यह है कि इनमें से ज्यादातर प्रोजेक्ट हरियाणा में हैं। पांच टन पराली से एक टन बायो सीएनजी तैयार होती है। चावल, मक्के, बांस और गन्ने के जूस से भी एथेनॉल बनती है।

अगस्त में फ्लैक्स इंजन देश में लॉन्च होंगे, अब लोग एथेनॉल से चलने वाले वाहन ही लें

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मारुति सुजूकी एवं टोयोटा की कार, बजाज और हीरो के स्कूटर, बाइक और ऑटो में जल्द ही एथेनॉल से चलने वाला फ्लैक्स इंजन आने वाला है। टोयाटा की कैबरली कार एथेनॉल से चलेगी। अगर एथेनॉल से वाहनों के संचालन पर कीमत की बात करें तो ईंधन का खर्च 15 रुपये प्रति लीटर पहुंच जाएगा। इन वाहनों को इस वर्ष अगस्त में लांच किया जाएगा। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि फ्लैक्स इंजन वाले वाहन खरीदें। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में बायो सीएनजी से चलने वाली स्कैनिया की बस भी शुरू की गई है।

सीएम से ऊर्जा वाली खेती करने के लिए किसानों को प्रेरित करने का आग्रह

नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से आग्रह किया कि किसानों को ऊर्जा वाली खेती करने के लिए प्रेरित करें। गेहूं, चावल और गन्रे की खेती के साथ ही एनर्जी क्रॉप भी लगाएं, जिससे बायो सीएनसी, बायो पीएनजी तैयार की जा सके। साथ ही नैपियर घास की भी खेती करें। इस घास के जरिए हाइड्रोजन बनता है। गडकरी ने बताया कि उनके पास हाइड्रोजन से चलने वाली कार है, जिसमें धुआं नहीं निकलता और आवाज भी नहीं होती। इसमें मैं और मुख्यमंत्री मनोहर लाल बैठे भी हैं। हाइड्रोजन से चलने वाली इस कार का नाम भविष्य है।

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