{"_id":"570ca8974f1c1b78614a6ab8","slug":"postpaid-sim-prepaid-sim-mobile-sim-prepaid-connection-chandigarh","type":"story","status":"publish","title_hn":"मोबाइल यूजर्स ध्यान दें! अब प्रीपेड सिम लेना आसान नहीं होगा","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
मोबाइल यूजर्स ध्यान दें! अब प्रीपेड सिम लेना आसान नहीं होगा
ब्यूरो/अमर उजाला, चंडीगढ़।
Updated Tue, 12 Apr 2016 01:19 PM IST
विज्ञापन
प्रीपेड सिम
- फोटो : file
विज्ञापन
चंडीगढ़ के मोबाइल यूजर्स ध्यान दें। पोस्टपेड की तरह अब प्रीपेड मोबाइल सिम लेने के नियम भी कड़े कर दिए गए हैं। पोस्टपेड की ही तरह अब प्रीपेड कनेक्शन पर भी ग्राहक के पते का मौके पर निरीक्षण होगा। साथ ही सिम कार्ड डिस्ट्रीब्यूटर्स/वेंडर/सेलर्स को बेचे गए कनेक्शन की जानकारी हर महीने की 1 और 16 तारीख को पुलिस के पास जमा करानी होगी। इतना ही नहीं ग्राहक को भी अपना पता बदलने पर सात दिन के भीतर कंपनी को सूचित करना होगा। हालांकि पोस्टपेड कनेक्शन के लिए भी यह नियम जारी रहेंगे।
कमीशन के चक्कर में वेंडर्स दस्तावेजों की जांच किए बिना ही ग्राहक को हाथों-हाथ सिम थमा देते हैं। ग्राहक से पूरा फार्म तक नहीं भरवाया जाता है, सिर्फ हस्ताक्षर करवाने के बाद फार्म को कंपनी में भेज दिया जाता है। कंपनी भी आधी-अधूरी जानकारी के फार्म को पाते ही कनेक्शन चालू कर देती है। इसका फायदा आपराधिक तत्व उठाते हैं। वह गलत जानकारी देकर सिम हथिया लेते हैं और फिर वारदात को अंजाम देते हैं। फर्जी पहचान पत्रों पर सिम लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं।
कंपनी का कर्मचारी जाएगा पते पर
सिम लेने के लिए अब आप जो भी दस्तावेज देंगे, उस पर लिखे पते की जांच करने के लिए कंपनी का कर्मचारी मौके पर जाएगा। पता सही नहीं मिलने पर कंपनी उक्त कनेक्शन को चालू नहीं करेगी। अभी ऐसा सिर्फ पोस्टपेड कनेक्शन लेने पर ही होता है। प्रीपेड में ग्राहक के किसी जानकार को फोन कर ही जांच पड़ताल कर ली जाती है। जो महज एक औपचारिकता है।
कोट्स....
कुछ वेंडर्स/डिस्ट्रीब्यूटर्स बिना दस्तावेजों की जांच किए आधे-अधूरे फार्म पर ही कनेक्शन जारी कर देते हैं। खासकर आपराधिक मामलों से जुड़े लोग फर्जीआईडी का इस्तेमाल कर कनेक्शन लेकर असामाजिक कार्य करते हैं। अब बिना जरूरी जांच पड़ताल और मौके पर पते के निरीक्षण के बिना कनेक्शन देने पर वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
-अजीत बालाजी जोशी, डीसी, चंडीगढ़।
Trending Videos
कमीशन के चक्कर में वेंडर्स दस्तावेजों की जांच किए बिना ही ग्राहक को हाथों-हाथ सिम थमा देते हैं। ग्राहक से पूरा फार्म तक नहीं भरवाया जाता है, सिर्फ हस्ताक्षर करवाने के बाद फार्म को कंपनी में भेज दिया जाता है। कंपनी भी आधी-अधूरी जानकारी के फार्म को पाते ही कनेक्शन चालू कर देती है। इसका फायदा आपराधिक तत्व उठाते हैं। वह गलत जानकारी देकर सिम हथिया लेते हैं और फिर वारदात को अंजाम देते हैं। फर्जी पहचान पत्रों पर सिम लेने के कई मामले सामने आ चुके हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
कंपनी का कर्मचारी जाएगा पते पर
सिम लेने के लिए अब आप जो भी दस्तावेज देंगे, उस पर लिखे पते की जांच करने के लिए कंपनी का कर्मचारी मौके पर जाएगा। पता सही नहीं मिलने पर कंपनी उक्त कनेक्शन को चालू नहीं करेगी। अभी ऐसा सिर्फ पोस्टपेड कनेक्शन लेने पर ही होता है। प्रीपेड में ग्राहक के किसी जानकार को फोन कर ही जांच पड़ताल कर ली जाती है। जो महज एक औपचारिकता है।
कोट्स....
कुछ वेंडर्स/डिस्ट्रीब्यूटर्स बिना दस्तावेजों की जांच किए आधे-अधूरे फार्म पर ही कनेक्शन जारी कर देते हैं। खासकर आपराधिक मामलों से जुड़े लोग फर्जीआईडी का इस्तेमाल कर कनेक्शन लेकर असामाजिक कार्य करते हैं। अब बिना जरूरी जांच पड़ताल और मौके पर पते के निरीक्षण के बिना कनेक्शन देने पर वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।
-अजीत बालाजी जोशी, डीसी, चंडीगढ़।