Bharat Bandh: लुधियाना स्टेशन पर दिखा पुलिस का सख्त पहरा, 18 जून को उपद्रव मचाने वाले 18 आरोपी गिरफ्तार
पुलिस किसी भी निजी वाहन को अंदर नहीं जाने दे रही थी और यात्रियों के टिकट देखने के बाद प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति दी गई। जीआरपी और आरपीएफ के जवान प्लेटफार्म और ट्रेनों में सुरक्षा की कमान संभाल रहे थे।
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अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को बंद के आह्वान पर लुधियाना स्टेशन पर पुलिस का सख्त पहरा देखने को मिला। पूरे स्टेशन परिसर में भारी पुलिस बल की तैनाती नजर आई। हालात को काबू में रखने और किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा की कमान जिला पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स को सौंपी गई, जिन्होंने स्टेशन के अंदर और बाहर जाने वाले रास्तों पर बैरिकेड लगाकर नाकेबंदी की। उधर, पुलिस ने 18 जून को तोड़फोड़ करने वाले 18 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
टिकट देखने के बाद ही प्लेटफार्म में जाने की इजाजत
पुलिस किसी भी निजी वाहन को अंदर नहीं जाने दे रही थी और यात्रियों के टिकट देखने के बाद प्लेटफार्म पर जाने की अनुमति दी गई। जीआरपी और आरपीएफ के जवान प्लेटफार्म और ट्रेनों में सुरक्षा की कमान संभाल रहे थे। ट्रेनों को सख्त चेकिंग और कड़ी सुरक्षा के साथ रवाना किया जा रहा था। वहीं स्टेशन परिसर के सभी चोर रास्ते रविवार रात को ही बंद करवा दिए गए थे। हर संवेदनशील प्वांइट पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा और जिला पुलिस के अधिकारी रविवार से ही लुधियाना स्टेशन के हालात पर नजर रख रहे थे। वह पहले रविवार देर रात को लुधियाना स्टेशन का औचक निरीक्षण कर सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया और फिर सोमवार सुबह पूरे दल बल के साथ स्टेशन परिसर की जांच की।
उनके साथ जीआरपी और आरपीएफ के अधिकारी भी मौजूद रहे, जो सुरक्षा कर्मियों के बीच तालमेल और सीसीटीवी कैमरों से स्टेशन की गतिविधियों पर नजर बनाए थे। आपात स्थिति में बल प्रयोग और लाठीचार्ज करने के आदेश लेने में कोई दिक्कत न आए, इसके लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट की मौजूदगी को भी यकीनी बनाया गया था।
सुरक्षा एजेंसियों के 250 जवान रहे तैनात
लुधियाना स्टेशन पर 18 जून को हमले के बाद जीआरपी और आरपीएफ की खूब किरकिरी हुई। यही कारण है कि सोमवार को बंद की कॉल दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह से जिला पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स के हाथ में रही, जबकि जीआरपी और आरपीएफ ने सिर्फ स्टेशन के अंदरूनी सुरक्षा घेरे को संभाला। जिला पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने पूरी तैयारी और साजो सामान के साथ स्टेशन परिसर को चारों तरफ से घेरे रखा। इस दौरान करीब 250 पुलिस कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।
17 जून को बनी थी योजना, 18 को कर दिया हमला, 18 युवक पकड़े
लुधियाना स्टेशन पर हमले की योजना 17 जून को बनी थी। अगले ही दिन आरोपी भारत नगर चौक में एकत्रित हुए और पीसीआर गाड़ी में तोड़फोड़ तथा सड़कों पर उपद्रव मचाने के बाद लुधियाना स्टेशन पर हमला कर दिया। पुलिस कमिश्नर डॉ. कौस्तुभ शर्मा के मुताबिक हमले से एक दिन पहले आरोपियों ने व्हाट्सएप ग्रुपों में पुलिस और स्टेशन परिसर को टारगेट करने की योजना बनाई थी। यह खुलासा आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच दौरान हुआ। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि जीआरपी के छह आरोपियों के अलावा जिला पुलिस ने 18 आरोपी पकड़े हैं।