चंडीगढ़ में बर्ड फ्लू की आहट, दो दिन में 15 पक्षियों की मौत से प्रशासन में हड़कंप
चंडीगढ़ में बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ गई है। सोमवार को चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के पास पंचकूला सीमा से 9 कौए मृत मिले। इसके अलावा सेक्टर-26, 39 और 40 में चार अन्य पक्षी मरे मिले हैं, जिनमें एक कबूतर भी शामिल है। प्रशासन के अधिकारियों के अनुसार एक ही दिन में 13 पक्षियों की मौत चिंताजनक है। पर्यावरण विभाग ने इनके नमूने जांच के लिए जालंधर भेज दिए हैं।
मंगलवार को शहर के सबसे बड़े आबादी वाले हिस्से मनीमाजरा में सुबह 10 बजे एक मरा हुआ कौवा मिला। आसपास के लोगों ने जब आसपास देखा तो कुछ ही दूरी पर एक कबूतर भी मरा पड़ा मिला। वहीं मंगलवार सुबह मोहाली में भी एक घर के सामने एक कौवा मृत मिला।
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चंडीगढ़ के सीमा इलाके में मृत मिले पक्षियों के बाद बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ गई है क्योंकि पंचकूला में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है। रविवार को भी पर्यावरण विभाग की टीम को खोज अभियान के दौरान शहर के अलग-अलग सेक्टरों से 7 मृत पक्षी मिले थे। विभाग बीते कुछ दिनों से पक्षियों के नमूने जांच के लिए जालंधर नहीं भेज रहा था, लेकिन सोमवार को 13 पक्षियों की मौत के बाद बर्ड फ्लू की आशंका बढ़ गई है। विभाग की टीम एहतियात के तौर पर आसपास जांच कर रही है, जबकि पहले मृत मिले पक्षियों की दूसरी रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जानी है।
सोमवार को 13 पक्षियों के मृत मिलने के बाद जांच के लिए नमूने भेज दिए हैं। निगरानी भी बढ़ा दी है। शुक्रवार को दो पक्षियों की रिपोर्ट निगेटिव आई थी। अभी दूसरी रिपोर्ट का इंतजार है। प्रशासन ने बीते दिनों में सात पक्षियों के नमूने जालंधर भेजे थे। पांच पक्षियों की रिपोर्ट एक-दो दिन में आ सकती है। शहर में अब तक 32 पक्षियों की मौत हो चुकी है। इनमें एक प्रवासी पक्षी, कबूतर, कौआ, मोर, कोयल समेत अन्य पक्षी शामिल हैं। -देबेंद्र दलाई, मुख्य वन संरक्षक
पशु चिकित्सा विभाग भी जालंधर से रिपोर्ट का कर रहा इंतजार
पर्यावरण विभाग के अलावा यूटी प्रशासन के पशु चिकित्सा विभाग ने भी शहर के विभिन्न हिस्सों से करीब 250 नमूने जांच के लिए जालंधर भेजे हैं। विभाग को अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली है। इस बीच पशु चिकित्सा विभाग एक बार फिर 20 जनवरी को नमूने एकत्रित करेगा और जांच के लिए भेजेगा। इसके लिए विभाग की ओर से दो दिन तक अभियान चलाया जाएगा। उधर, पर्यावरण विभाग ने भी एक टीम का गठन किया है, जो रोजाना शहर के विभिन्न हिस्सों में खोज अभियान चला रही है। गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि के बाद चंडीगढ़ प्रशासन के वन और वन्यजीव विभाग ने 4 जनवरी को ही अलर्ट जारी कर दिया था। सभी संबंधित विभागों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे, जिसके चलते ही विभाग ने निगरानी भी बढ़ा दी है।