{"_id":"67f4d56aa8cc7db8f70a025c","slug":"shri-multi-specialist-hospital-becomes-a-den-of-loot-accused-of-extorting-money-from-patients-on-basis-of-bds-2025-04-08","type":"story","status":"publish","title_hn":"Janjgir: श्री मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल बना लूट का अड्डा, बीडीएस डॉक्टर के भरोसे मरीजों से जबरन वसूली का आरोप","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Janjgir: श्री मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल बना लूट का अड्डा, बीडीएस डॉक्टर के भरोसे मरीजों से जबरन वसूली का आरोप
अमर उजाला नेटवर्क, जांजगीर चांपा
Published by: Digvijay Singh
Updated Tue, 08 Apr 2025 01:21 PM IST
सार
जांजगीर जिले में निजी अस्पतालों की मनमानी और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने मरीजों की जान और जेब दोनों पर भारी संकट खड़ा कर दिया है।
विज्ञापन
जबरन वसूली का आरोप
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
जांजगीर जिले में निजी अस्पतालों की मनमानी और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही ने मरीजों की जान और जेब दोनों पर भारी संकट खड़ा कर दिया है। हाल ही में श्री मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है, जहाँ मरीज से लाखों रुपये की वसूली, दबावपूर्वक स्टांप में लिखापढ़ी और बिना मापदंड के इलाज का आरोप लगा है।
Trending Videos
सिलादेही बिर्रा निवासी विनोद कुमार साहू, जो हाल ही में मारपीट की घटना में गंभीर रूप से घायल हुए थे, उन्हें थाना से सीधे श्री मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल भेजा गया। पीड़ित के अनुसार, एंबुलेंस चालक ने “सस्ता और अच्छा इलाज” का झांसा देकर जबरन भर्ती करा दिया। इलाज के दौरान बीडीएस डॉक्टर सुनील साहू ने पहले स्मार्ट कार्ड के माध्यम से इलाज की बात कही, लेकिन तीन दिन बाद 2.60 लाख रुपये का बिल थमा दिया गया और तत्काल भुगतान का दबाव बनाया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
पीड़ित का आरोप है कि अस्पताल द्वारा लगातार डराया धमकाया गया और आरोपी से राजीनामा करने का दबाव बनाया गया। कहा गया कि यदि पैसे नहीं दिए तो बिल बढ़ाकर 5-6 लाख कर दिया जाएगा और जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया कि अस्पताल की HR ममता साहू ने उन्हें अस्पताल से बाहर निकाल कर एंबुलेंस में बैठा दिया और कोरे स्टांप व कोरे कागजों पर जबरन हस्ताक्षर करवा लिए। अब अस्पताल की ओर से लगातार बिल वसूली और कोरे चेक की मांग की जा रही है। वहीं इलाज में उपयोग हुई दवाइयों की पर्चियाँ भी नहीं दी जा रही हैं, जिससे आगे का इलाज कराना मुश्किल हो गया है।
पीड़ित ने इस पूरे मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक कार्यालय में की है। अब देखना यह होगा कि बिना मापदंड चल रहे ऐसे अस्पतालों पर प्रशासन क्या कार्रवाई करता है और मरीजों को कब न्याय मिलेगा।
हमारे अस्पताल में कोई आयुष्मान कार्ड की सुविधा नहीं है। इसमें कोई इलाज नहीं किया जाता है। जो भी आरोप लगा रहा है सब झूठे है। बीडीएस डॉक्टर सुनील साहू, श्री मल्टी स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल