{"_id":"693d655fe33541181b0d84f5","slug":"prime-minister-discussion-on-exam-begins-students-get-a-chance-to-interact-directly-in-chhattisgarh-2025-12-13","type":"story","status":"publish","title_hn":"Chhattisgarh News: प्रधानमंत्री की परीक्षा पे चर्चा की शुरूआत, विद्यार्थियों को सीधे संवाद का अवसर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Chhattisgarh News: प्रधानमंत्री की परीक्षा पे चर्चा की शुरूआत, विद्यार्थियों को सीधे संवाद का अवसर
अमर उजाला नेटवर्क, रायपुर
Published by: अमन कोशले
Updated Sat, 13 Dec 2025 06:38 PM IST
सार
छात्रों को परीक्षा के तनाव से राहत देने और सकारात्मक तैयारी के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध कराने वाले लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा 2026’ की शुरुआत हो चुकी है। यह कार्यक्रम जनवरी 2026 में आयोजित होगा और इसका यह नौवां संस्करण होगा।
विज्ञापन
प्रधानमंत्री की परीक्षा पे चर्चा की शुरूआत
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
छात्रों को परीक्षा के तनाव से राहत देने और सकारात्मक तैयारी के लिए मार्गदर्शन उपलब्ध कराने वाले लोकप्रिय कार्यक्रम ‘परीक्षा पे चर्चा 2026’ की शुरुआत हो चुकी है। यह कार्यक्रम जनवरी 2026 में आयोजित होगा और इसका यह नौवां संस्करण होगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह मंच छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को परीक्षा से जुड़े अनुभव साझा करने और समाधान पाने का अवसर देता है।
कार्यक्रम के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी, साथ ही इन्हीं कक्षाओं के छात्रों के शिक्षक और अभिभावक MyGov पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। प्रतिभागी अपने प्रश्न अधिकतम 500 शब्दों में तैयार कर 11 जनवरी 2026 तक पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।
परीक्षा तनाव से मुक्ति का मंच
'परीक्षा पे चर्चा' के माध्यम से प्रधानमंत्री देशभर के छात्रों से सीधे संवाद करते हैं और परीक्षा से जुड़े तनाव, पढ़ाई की रणनीति, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास जैसे विषयों पर मार्गदर्शन देते हैं। इस संवाद में शिक्षक और अभिभावक भी शामिल होते हैं, ताकि वे बच्चों को बेहतर सहयोग दे सकें और परीक्षा के दबाव को कम करने में मदद कर सकें।
छात्रों के सपनों को मिलेगी दिशा
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों को उनके लक्ष्य और सपनों की ओर प्रेरित करना भी है। अभिभावकों और शिक्षकों के साथ चर्चा के जरिए बच्चों के समग्र विकास और मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाता है।
पिछले संस्करणों को मिली व्यापक भागीदारी
पिछले वर्ष आयोजित आठवें संस्करण को देश-विदेश से बड़ी संख्या में पंजीकरण मिले थे। कार्यक्रम की बढ़ती लोकप्रियता यह दर्शाती है कि यह पहल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और परीक्षा को लेकर सकारात्मक सोच विकसित करने में प्रभावी साबित हो रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी पात्र विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से समय रहते पंजीकरण कर अपने प्रश्न अपलोड करने की अपील की है, ताकि वे इस संवाद का हिस्सा बन सकें और उपयोगी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।
Trending Videos
कार्यक्रम के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कक्षा 6 से 12 तक के विद्यार्थी, साथ ही इन्हीं कक्षाओं के छात्रों के शिक्षक और अभिभावक MyGov पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। प्रतिभागी अपने प्रश्न अधिकतम 500 शब्दों में तैयार कर 11 जनवरी 2026 तक पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन
परीक्षा तनाव से मुक्ति का मंच
'परीक्षा पे चर्चा' के माध्यम से प्रधानमंत्री देशभर के छात्रों से सीधे संवाद करते हैं और परीक्षा से जुड़े तनाव, पढ़ाई की रणनीति, समय प्रबंधन और आत्मविश्वास जैसे विषयों पर मार्गदर्शन देते हैं। इस संवाद में शिक्षक और अभिभावक भी शामिल होते हैं, ताकि वे बच्चों को बेहतर सहयोग दे सकें और परीक्षा के दबाव को कम करने में मदद कर सकें।
छात्रों के सपनों को मिलेगी दिशा
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल परीक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि छात्रों को उनके लक्ष्य और सपनों की ओर प्रेरित करना भी है। अभिभावकों और शिक्षकों के साथ चर्चा के जरिए बच्चों के समग्र विकास और मानसिक स्वास्थ्य पर भी ध्यान दिया जाता है।
पिछले संस्करणों को मिली व्यापक भागीदारी
पिछले वर्ष आयोजित आठवें संस्करण को देश-विदेश से बड़ी संख्या में पंजीकरण मिले थे। कार्यक्रम की बढ़ती लोकप्रियता यह दर्शाती है कि यह पहल छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और परीक्षा को लेकर सकारात्मक सोच विकसित करने में प्रभावी साबित हो रही है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने सभी पात्र विद्यार्थियों, शिक्षकों और अभिभावकों से समय रहते पंजीकरण कर अपने प्रश्न अपलोड करने की अपील की है, ताकि वे इस संवाद का हिस्सा बन सकें और उपयोगी मार्गदर्शन प्राप्त कर सकें।