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CG: सतरेंगा में जंगली सुअर के हमले में ग्रामीण गंभीर रूप से घायल, शिकारी और वन विभाग की लापरवाही उजागर
अमर उजाला नेटवर्क, कोरबा
Published by: श्याम जी.
Updated Sun, 04 May 2025 12:46 PM IST
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सार
बालको वन परिक्षेत्र के सतरेंगा में जंगली सुअर के हमले से ग्रामीण प्रताप सिंह मंझवार गंभीर रूप से घायल हो गया। शिकारियों और वन विभाग की उदासीनता ने हालात और बिगाड़ दिए।

घायल ग्रामीण
- फोटो : अमर उजाला

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विस्तार
बालको वन परिक्षेत्र के सतरेंगा क्षेत्र में एक दर्दनाक हादसा हुआ। जंगल में वनोपज संग्रह करने गए एक ग्रामीण पर जंगली सुअर ने अचानक हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना के समय मौजूद शिकारियों ने न केवल मौके से भागने में अपनी भलाई समझी, बल्कि घायल की कोई मदद भी नहीं की। सूचना के बावजूद न तो वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और न ही 108 संजीवनी एक्सप्रेस एंबुलेंस। आखिरकार, परिजनों ने घायल को मोटरसाइकिल से मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका इलाज चल रहा है। युवक की हालत अब खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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जानकारी के अनुसार, सतरेंगा के काशीपानी निवासी 35 वर्षीय प्रताप सिंह मंझवार, जो संरक्षित जनजाति वर्ग से है। शनिवार सुबह जंगल में वनोपज चार और जड़ी-बूटी बीनने गया था। उसी समय कुछ शिकारी तीर-धनुष लेकर जंगली सुअर का शिकार करने जंगल में आए। पीड़ित के अनुसार, शिकारियों ने एक जंगली सुअर पर तीर चलाया, जिससे सुअर भड़क गया और इधर-उधर दौड़ने लगा।
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शिकारियों ने सुअर को भगाया
बदहवास सुअर ने पास ही झाड़ी में वनोपज बीन रहे प्रताप सिंह मंझवार को शिकारी समझकर हमला कर दिया। सुअर के नुकीले दांत, जिन्हें स्थानीय भाषा में 'खीसा' कहा जाता है, से युवक के सीने के दाहिने हिस्से पर गहरा घाव हो गया। अचानक हुए हमले से प्रताप जमीन पर गिर पड़ा और तड़पने लगा। हमले के बाद सुअर कुछ देर वहीं रुका रहा। इस बीच शिकारी मौके पर पहुंचे और सुअर को भगाने में सफल रहे।
शिकारियों ने घायल प्रताप को तड़पता छोड़ दिया
हैरानी की बात यह रही कि शिकारियों ने घायल प्रताप को तड़पता छोड़ दिया और उसकी कोई सहायता नहीं की। जंगल में मौजूद अन्य ग्रामीणों ने परिजनों को सूचना दी। परिजन मौके पर पहुंचे और प्राथमिक इलाज के लिए 108 एंबुलेंस को फोन किया, लेकिन एंबुलेंस उपलब्ध न होने की बात कही गई। मजबूरी में परिजनों ने घायल को मोटरसाइकिल से कोरबा के मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुँचाया, जहाँ उसका इलाज जारी है।
डॉक्टरों के अनुसार, सुअर के दांत का हमला प्रताप के सीने के दाहिने हिस्से पर हुआ। यदि हमला दिल के पास होता, तो उसकी जान को गंभीर खतरा हो सकता था। फिलहाल, युवक की हालत स्थिर है, लेकिन वह मानसिक रूप से सदमे में है।