मेलबर्न टी-20 से पहले धोनी को बड़ी राहत
मेलबर्न टी-20 में उतरने से पहले ही टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए एक बेहद राहत भरी खबर आई है। देश की शीर्ष अदालत सुप्रीम कोर्ट ने धोनी पर आंध्र प्रदेश की एक अदालत की ओर से आपराधिक मामला शुरू किए जाने पर स्टे कर दिया है।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई टीम इंडिया के कप्तान धोनी के लिए दौरे की शुरुआत से पहले ही गहरा झटका लगा था जब आंध्र की एक अदालत ने वनडे टीम के भारतीय कप्तान के खिलाफ अदालत में मौजूद होने के लिए जो गैर जमानती वारंट जारी किया फिर उसने उसे वापस भी ले लिया था।
अदालत की ओर से यह कदम कप्तान धोनी के खिलाफ हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होने से जुड़ी एक निजी शिकायत पर उठाया गया था। अनंतपुर के जिला प्रधान सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में गोपाल राय और श्याम की शिकायत के आधार पर भारतीय कप्तान के खिलाफ जमानती वारंट जारी किया था।
एक बिजनेस पत्रिका में विष्णु के अवतार में दिखे थे धोनी
माना जा रहा है कि गोपाल राय और श्याम हिंदू दक्षिणपंथी संगठन से ताल्लुक रखते हैं। पिछले साल इन दोनों ने अदालत से कप्तान धोनी की एक बिजनेस पत्रिका के मुख्य पेज पर छपी तस्वीर की शिकायत की थी। इसमें धोनी को एक हिंदू देवता (विष्णु) के अवतार में दिखाया गया है। साथ ही, इस तस्वीर में धोनी के कई हाथ दिखाए गए थे और उनमें से एक में वे जूता थामे हुए हैं।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि इस तस्वीर से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं। अदालत ने धोनी के साथ-साथ बिजनेस पत्रिका के प्रतिनिधि को भी अदालत में मौजूद होने का आदेश दिया था।