सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttarakhand ›   Chamoli News ›   Fast food Chinese momos are spices with mountain flavor Jakhya People loving this new experiment

चायनीज मोमो में पहाड़ी जख्या का तड़का: फास्ट फूड प्रेमियों को खूब भा रहा ये नया प्रयोग, बढ़ रही डिमांड

लक्ष्मी प्रसाद कुमेड़ी, संवाद न्यूज एजेंसी, कर्णप्रयाग Published by: अलका त्यागी Updated Thu, 30 Oct 2025 05:00 AM IST
सार

पहाड़ में लगातार फास्ट फूड का ट्रेंड बढ़ रहा है। ऐसे में नवीन डिमरी ने पहाड़ी उत्पादों के साथ फास्ट फूड बनाने की सोची। उन्होंने माेमो की कुरकुरे वैरायटी में जख्या का प्रयोग किया, जिसे स्थानीय लोगों ने काफी सराहा।

विज्ञापन
Fast food Chinese momos are spices with mountain flavor Jakhya People loving this new experiment
जख्या के तड़के वाले मोमो - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

कद्दू या लौकी की सब्जी हो या फिर कड़ी यदि पहाड़ी जख्या का तड़का लग जाए तो उसका स्वाद कई गुना बढ़ जाता है। अब चाइनीज फास्ट फूड मोमो में भी जख्या का तड़का लग रहा है। जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं।



कर्णप्रयाग के नैनीताल हाईवे पर एक फास्ट फूड शॉप के संचालक नवीन डिमरी बताते हैं कि पहाड़ में लगातार फास्ट फूड का ट्रेंड बढ़ रहा है। ऐसे में उन्होंने पहाड़ी उत्पादों के साथ फास्ट फूड बनाने की सोची। उन्होंने माेमो की कुरकुरे वैरायटी में जख्या का प्रयोग किया, जिसे स्थानीय लोगों ने काफी सराहा। इस पर उन्होंने इसे अपने मैन्यू में शामिल कर लिया। अब वह पर्यटकों को भी मोमो में जख्या का तड़का लगाकर परोस रहे हैं।
विज्ञापन
विज्ञापन


उपभोक्ता हरीश सती का कहना है कि पहाड़ी उत्पाद केवल अपने स्वाद के लिए ही नहीं जाने जाते बल्कि ये स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभदायक होते हैं। वहीं, फास्ट फूड में स्थानीय उत्पाद शामिल होने से पहाड़ी उत्पादों की मांग भी बढ़ेगी। 

PHOTOS: गुड़ वाली चाय और पुराने दोस्तों के साथ सीएम धामी की सुबह, ताजा की यादें; टी-स्टॉल पर की ये घोषणा

लगातार बढ़ता जा रहा जख्या का व्यावसायिक उपयोग
जख्या गेहूं के साथ बोई जाने वाली फसल है। पहाड़ के हर गांव में इसकी खेती होती है। राष्ट्रीय आजीविका मिशन के ब्लाक समन्वयक प्रशांत सूरी बताते हैं कि ब्लाक के 6 क्लस्टर करीब 18 से 25 किलो तक जख्या का विक्रय करते हैं। वहीं स्थानीय दुकानदार राजू भट्ट के अनुसार जख्या का व्यावसायिक उपयोग बढ़ता जा रहा है।

ये है जख्या की कीमत
जख्या बाजार में 150 से 160 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। यदि छोटे पैकेट लेंगे तो 15 से 30 रुपये प्रति 100 और 200 ग्राम के पैकेट भी मिल रहे हैं। प्रवासी और पर्यटक बड़ी मात्रा में जख्या ले जाते हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed