धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव: बोले सीएम धामी- सनातन धर्म को बदनाम करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा
पांच दिवसीय धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव में मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मेन मार्ग से सुनहरा मार्ग चौराहे को शहीद चौक का नाम दिया जाएगा।
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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को अपनी पत्नी गीता धामी के साथ जीवनदीप आश्रम में आयोजित पांच दिवसीय धार्मिक एवं सामाजिक महोत्सव में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर उन्होंने आश्रम में 1100 कन्याओं के पूजन के निमित्त 11 कन्याओं का पूजन कर उपहार और दक्षिणा भेंट की। इसके साथ ही छह कन्याओं के सामूहिक विवाह पर उनको शुभकामनाएं और आशीर्वाद दिया। साथ ही सीएम ने आश्रम में स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी सभागार, श्री सिद्धबली हनुमान मंदिर एवं शहीद चौक का लोकार्पण एवं उद्घाटन किया।
इस दौरान उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी सनातन धर्म को बदनाम करने का प्रयास करेगा, उसे किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। लैंड जिहाद, लव जिहाद, थूक जिहाद जैसी जिहादी मानसिकताओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की गई है। नौ हजार एकड़ से अधिक सरकारी भूमि को मुक्त कराया गया है। प्रदेश में यूसीसी लागू कर समान कानून व्यवस्था स्थापित की गई है।
अवैध गतिविधियों में संलिप्त 250 से अधिक अवैध मदरसों को सील किया गया और नया कानून लागू कर मदरसा बोर्ड समाप्त करने का निर्णय लिया गया है। इसके बाद एक जुलाई 2026 से गैर-मानक मदरसे स्वतः बंद हो जाएंगे। ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत सनातन धर्म को बदनाम करने वालों पर कठोर कार्रवाई की गई है। इस दौरान गीता धामी ने कहा कि जीवन दीप आश्रम सनातन धर्म का निर्वहन करते हुए समाज हित में कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि मेन मार्ग से सुनहरा मार्ग चौराहे को शहीद चौक का नाम दिया जाएगा। इस मौके पर जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी महाराज ने भवन के लोकार्पण के लिए मुख्यमंत्री सहित सभी जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों का कार्यक्रम में शामिल होने पर आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन दीप सेवा न्यास के इस पांच दिवसीय महोत्सव में शतचंडी महायज्ञ, भक्तमाल कथा, 1100 बालिकाओं का पूजन, पाठ्य सामग्री वितरण व कन्याओं के सामूहिक विवाह कराया जा रहा है। यह आध्यात्मिक एवं सामाजिक कार्यक्रम समाज में सेवा-भावना का अद्भुत संदेश दे रहा है।
उन्होंने कहा कि शहीद चौक हमारे अमर बलिदानियों के साहस और राष्ट्रभक्ति का स्मारक है जो आने वाली पीढ़ियों को निरंतर प्रेरित करता रहेगा। स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी महाराज ने राष्ट्र, धर्म एवं मानवता की सेवा में अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर समाज को त्याग, करूणा एवं सेवा का पवित्र मार्ग दिखाया है।
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कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष निरंजनी अखाड़ा महंत रविन्द्र पुरी महाराज, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री (भारत साधु समाज) महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी, राष्ट्रीय मंत्री (भारत साधु समाज) महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश, जूना अखाड़ा महामंडलेश्वर स्वामी मैत्रेयी गिरी, कोठारी महंत बड़ा उदासीन अखाड़ा महंत राघवेंद्र दास, महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती, महामंडलेश्वर स्वामी शिव प्रेमानंद, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मेयर अनीता अग्रवाल, विधायक प्रदीप बत्रा आदि मौजूद रहे।