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Faridabad News: ईएसआईसी में रिश्वत लेने के मामले में जांच कमेटी गठित
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पांच दिन में कॉलेज प्रबंधन को रिपोर्ट सौंपेगी कमेटी
संवाद न्यूज एजेंसी
फरीदाबाद। ईएसआईसी मेडिकल अस्पताल में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर जांच कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पांच दिन में अपनी रिपोर्ट कॉलेज प्रबंधन को सौंपेगी।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मंगलवार को पैसे देकर नौकरी पर लगवाने का मामला सामने आया था। इस मामले में विजिलेंस टीम ने चार लोगों को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। जिसमें ठेका एजेंसी मैसर्स सुदर्शन प्राइवेट लिमिटेड की ओर से नर्सिंग अर्दली के पद पर पर तैनात दीपक, तीन अन्य लोग हरिसिंह हरितवाल (सहायक नर्सिंग अधीक्षक), दीन दयाल (नर्सिंग अर्दली) और योगेश (मैनेजर, ठेका एजेंसी) शामिल थे। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल पांडे ने तत्काल तथ्य जांच समिति का गठन किया है। जिसमें, डॉ. रतन प्रकाश धीर (उप चिकित्सा अधीक्षक), योगेश (उपनिदेशक वित्त), डॉ. महेश कुमार (सह-आचार्य, फोरेंसिक मेडिसिन) सहित अन्य लोग शामिल है। समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे पांच दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। डीन डॉ. पांडे ने कहा कि अस्पताल में भष्ट्राचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। मामले में ईएसआईसी के किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता मिलने पर उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा।
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फरीदाबाद। ईएसआईसी मेडिकल अस्पताल में संविदा पर कार्यरत कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़े जाने का मामला सामने आने के बाद अस्पताल प्रबंधन की ओर जांच कमेटी गठित की गई है। यह कमेटी पांच दिन में अपनी रिपोर्ट कॉलेज प्रबंधन को सौंपेगी।
ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में मंगलवार को पैसे देकर नौकरी पर लगवाने का मामला सामने आया था। इस मामले में विजिलेंस टीम ने चार लोगों को तीन लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। जिसमें ठेका एजेंसी मैसर्स सुदर्शन प्राइवेट लिमिटेड की ओर से नर्सिंग अर्दली के पद पर पर तैनात दीपक, तीन अन्य लोग हरिसिंह हरितवाल (सहायक नर्सिंग अधीक्षक), दीन दयाल (नर्सिंग अर्दली) और योगेश (मैनेजर, ठेका एजेंसी) शामिल थे। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल पांडे ने तत्काल तथ्य जांच समिति का गठन किया है। जिसमें, डॉ. रतन प्रकाश धीर (उप चिकित्सा अधीक्षक), योगेश (उपनिदेशक वित्त), डॉ. महेश कुमार (सह-आचार्य, फोरेंसिक मेडिसिन) सहित अन्य लोग शामिल है। समिति को निर्देश दिए गए हैं कि वे पांच दिन में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें ताकि उचित कार्रवाई की जा सके। डीन डॉ. पांडे ने कहा कि अस्पताल में भष्ट्राचार को लेकर जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। मामले में ईएसआईसी के किसी अधिकारी या कर्मचारी की संलिप्तता मिलने पर उसे नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा।
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