Gurugram: गुरुग्राम-सोहना टोल प्लाजा का टैरिफ बढ़ा, आने-जाने में ढीली होगी जेब
टोल प्लाजा के मैनेजर ने गुरुवार को कहा कि यहां से पास होने वाली एक कार को एक बार यात्रा के लिए अब 115 रुपये देने होंगे। अन्य वाहनों के लिए भी यह टैरिफ बढ़ गया है।

विस्तार
यदि आप घामडोज गांव के 20 किलोमीटर दायरे में नहीं हैं तो अपनी कार से गुरुग्राम से सोहना की ओर जाना व सोहना से गुरुग्राम की ओर आना महंगा पड़ेगा। सोहना हाईवे का सफर अब वाहन चालकों की जेब ढीली करेगा। बुधवार को आधी रात से टोल दरों में ढाई गुना तक की बढ़ोतरी कर दी गई। यह बढ़ोतरी इतनी अधिक है कि महीने भर भुगतान से निश्चित ही कई तरह का बजट गड़बड़ाएगा। कार सवारों को यहां एक बार की यात्रा के लिए अब यहां 45 की बजाय 115 रुपये भुगतान करना होगा।

आसपास के जिलों और क्षेत्रों की आजीविका का प्रमुख स्थान गुरुग्राम है। दिल्ली-एनसीआर और रेवाड़ी-नारनौल के साथ ही यहां मेवात और पलवल से भी भारी तादात में लोग आजीविका के लिए आते हैं। टोल की बढ़ी दरें सबसे अधिक ऐसे ही नौकरीपेशा लोगों की जेब ढीली करेगी। प्रतिदिन के भुगतान से बचने के लिए लोग मासिक पास बनवाएं, लेकिन उसके लिए दो लोगों के महीने के रसोई का खर्च जितना अतिरिक्त भुगतान करना होगा।
पहले मासिक पास (50 यात्रा) के लिए 1555 रुपये का भुगतान लिया जा रहा था, जो अब बढ़कर 3915 हो गया है। ऐसे में अब इस टोल पर 2360 की बढ़ोतरी हुई है। इतने पैसे में दो लोगों का महीने का भर का रसोई खर्च (तेल, मसाले, दाल, चावल) आराम से चल सकता है।
पुराना पास नहीं होगा मान्य
जिन लोगों ने महीने के शुरुआती दो दिनों में मासिक पास बनवा लिया है, उन्हें भी अपना पास दोबारा से बनवाना पड़ेगा। पुरानी दर से बना पास यहां से गुजरने के लिए मान्य नहीं होगा। एनएचएआई के प्रबंधक विकास मित्तल के अनुसार, जब दरें बढ़ गई हैं तो बढ़ी दरों से वसूली की जाएगी। इसलिए पुरानी दर से बना पास मान्य नहीं होगा। पास के लिए जमा पैसे नए पास में मर्ज कर दिए जाएंगे।
Gurugram | Toll fee at Ghamroj toll plaza (Gurugram-Sohna) hiked
— ANI (@ANI) August 4, 2022
A car passing through toll plaza will now have to pay Rs 115 for a single trip. Tariff hiked for other vehicles also. Those residing in 20km area of toll plaza can avail monthly pass at Rs 315: Toll plaza manager pic.twitter.com/perKYrdleQ
शायद यह देश का सबसे महंगा हाईवे है। यहां महज 22 किलोमीटर की दूरी के लिए 115 रुपये प्रति फेरा वसूल किया जा रहा है। इस टोल के महंगे होने के पीछे एनएचएआई कई कारण गिना रहा है। एक तो इस रोड पर मिलने वाली सुविधाओं का हवाला दिया जा रहा है, दूसरा इसकी लागत और तीसरा एनएचएआई का नियम। एनएचएआई के परियोजना निदेशक पीके कौशिक के अनुसार, मुफ्त में सफर करने वालों को टोल दरें महंगी लग रही हैं।
टोल की दरें एनएचएआई के एक विशेष नियम के तहत तय होती हैं। उस नियम के अनुसार एलिवेटेड रोड का टोल सामान्य रोड के टोल से दस गुना अधिक होता है। बेंगलुरु में कई छोटे-छोटे एलिवेटेड रोड पर टोल महंगे हैं। उन्होंने कहा कि कुल 22 किलोमीटर के रोड में पांच किलोमीटर का एक हिस्सा, करीब दो किलोमीटर का दूसरा हिस्सा और सोहना वाले पैकेज में भी दो हिस्से एलिवेटेड हैं। नियम के अनुसार ही टोल की दरें तय की गई हैं।
आज से ये दरें लागू
वाहन और यात्रा नई दर
कार, जीप-वैन एकतरफा 115 रुपये
दो तरफ की यात्रा 175
मासिक पास (50 यात्रा) 3915
हल्के वाणिज्यिक वाहन 190
दो यात्रा 285
50 यात्रा 6325
बस, ट्रक (एक यात्रा) 400
दो यात्रा 595
50 यात्रा 13250
भारी वाहन (एक यात्रा) 435
दो यात्रा 650
50 यात्रा 14455
बड़े वाहन (एक यात्रा) 625
दो यात्रा 935 रुपये