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Noida News: पुलिस के विरोध में किसान सभा ने की पंचायत
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25 नवंबर की कलेक्ट्रेट महापंचायत से रोकने के लिए किसानों को मिल रहे नोटिस
संवाद न्यूज एजेंसी
ग्रेटर नोएडा।
किसान संघर्ष मोर्चा की 25 नवंबर को कलेक्ट्रेट पर होने वाली महापंचायत को रोकने के लिए पुलिस किसान नेताओं पर दबाव बना रही है। किसानों को पांच लाख रुपये के नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिन किसानों को नोटिस मिले हैं, उनमें से कई किसानों ने अपना लिखित जवाब भी दाखिल दिया है। गुरुवार को पतवाड़ी गांव में पंचायत कर किसानों ने रोष जाहिर किया है।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नगर ने बताया कि बीती रात करीब 2 बजे पुलिस सैंकड़ों की संख्या में किसानों के घरों पर पहुंची, पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। यह सब केवल इसलिए किया जा रहा है, ताकि किसान अपनी वाजिब मांगें न उठा सकें।
किसान सभा के नौजवान सचिव सुरेंद्र यादव ने कहा कि किसानों की पुश्तैनी आबादियों का अधिग्रहण किया है, 10 फीसदी प्लॉट का वैधानिक हक छीना गया है। किसान किसी भी दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। अपने हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेंगे।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में किसी भी किसान संगठन ने कभी कोई हिंसक आंदोलन नहीं किया, फिर भी किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, ताकि वे 10 फीसदी प्लॉट, आबादियों के निस्तारण और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग न उठा सकें
किसान सभा की मांगें
-पुलिस की तानाशाही रोकने के लिए तुरंत निर्देश दिए जाएं
-किसानों के संवैधानिक अधिकार, अभिव्यक्ति, शांतिपूर्ण सभा और विरोध की रक्षा की जाए।
-10 फीसदी प्लॉट, भूमि अधिग्रहण और आबादियों के निस्तारण से जुड़े मुद्दों पर प्राधिकरण को तुरंत समाधान के निर्देश दिए जाएं।
इस अवसर पर सुरेश यादव, विजय यादव, भिखारी नगर, बुधपाल यादव, अशोक भाटी, दुष्यंत सेन, सुशील यादव, भगत सिंह चेची आदि उपस्थित रहे।
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संवाद न्यूज एजेंसी
ग्रेटर नोएडा।
किसान संघर्ष मोर्चा की 25 नवंबर को कलेक्ट्रेट पर होने वाली महापंचायत को रोकने के लिए पुलिस किसान नेताओं पर दबाव बना रही है। किसानों को पांच लाख रुपये के नोटिस जारी किए जा रहे हैं। जिन किसानों को नोटिस मिले हैं, उनमें से कई किसानों ने अपना लिखित जवाब भी दाखिल दिया है। गुरुवार को पतवाड़ी गांव में पंचायत कर किसानों ने रोष जाहिर किया है।
किसान सभा के संयोजक वीर सिंह नगर ने बताया कि बीती रात करीब 2 बजे पुलिस सैंकड़ों की संख्या में किसानों के घरों पर पहुंची, पूरे गांव में दहशत का माहौल बन गया। यह सब केवल इसलिए किया जा रहा है, ताकि किसान अपनी वाजिब मांगें न उठा सकें।
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किसान सभा के नौजवान सचिव सुरेंद्र यादव ने कहा कि किसानों की पुश्तैनी आबादियों का अधिग्रहण किया है, 10 फीसदी प्लॉट का वैधानिक हक छीना गया है। किसान किसी भी दबाव में झुकने वाले नहीं हैं। अपने हक की लड़ाई पूरी ताकत से लड़ेंगे।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष डॉ. रूपेश वर्मा ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में किसी भी किसान संगठन ने कभी कोई हिंसक आंदोलन नहीं किया, फिर भी किसानों पर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए, ताकि वे 10 फीसदी प्लॉट, आबादियों के निस्तारण और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग न उठा सकें
किसान सभा की मांगें
-पुलिस की तानाशाही रोकने के लिए तुरंत निर्देश दिए जाएं
-किसानों के संवैधानिक अधिकार, अभिव्यक्ति, शांतिपूर्ण सभा और विरोध की रक्षा की जाए।
-10 फीसदी प्लॉट, भूमि अधिग्रहण और आबादियों के निस्तारण से जुड़े मुद्दों पर प्राधिकरण को तुरंत समाधान के निर्देश दिए जाएं।
इस अवसर पर सुरेश यादव, विजय यादव, भिखारी नगर, बुधपाल यादव, अशोक भाटी, दुष्यंत सेन, सुशील यादव, भगत सिंह चेची आदि उपस्थित रहे।