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Noida News: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से घटेगा यात्रियों व ट्रेनो का बोझ
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बिजवासन, आदर्श नगर और तुगलकाबाद में नए रेल टर्मिनल होंगे विकसित
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। राजधानी के सबसे बड़े व व्यस्त नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब ट्रेनों और यात्रियों का बोझ कम होगा। रेलवे ने स्टेशन का पुनर्विकास कार्य पहाड़गंज की तरफ से शुरू कर दिया है। साथ ही, तीन नए टर्मिनल विकसित करने का खाका भी तैयार किया गया है। इनमें बिजवासन, आदर्श नगर और तुगलकाबाद शामिल हैं। इनके तैयार होने के बाद न केवल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दबाव कम होगा बल्कि भविष्य में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में भी आसानी होगी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य चरणबद्ध तरीके से होगा। शुरुआत पहाड़गंज की तरफ की जा चुकी है। ऐसे में यहां से कई ट्रेनों को अस्थायी तौर पर अन्य स्टेशनों पर स्थानांतरित भी किया जा रहा है। हाल ही में कई ट्रेनों को आनंद विहार टर्मिनल और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन स्थानांतरित किया गया है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि इन स्टेशनों पर पहले से रेल ट्रैफिक का भारी दबाव है। ऐसे में नए विकल्पों पर भी काम किया जा रहा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के दौरान ट्रेन संचालन का सबसे बड़ा सवाल नए टर्मिनलों के माध्यम से हल होगा। बिजवासन, आदर्श नगर और तुगलकाबाद में टर्मिनल विकसित होने के बाद राजधानी में यात्री सुविधाएं बेहतर होंगी व ट्रेनों का संचालन और व्यवस्थित तरीके से किया जा सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि शीघ्र निर्माण कार्य शुरू करने का प्रयास होगा ताकि नई दिल्ली के पुनर्विकास कार्य को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
आदर्श नगर के लिए 118 करोड़ रुपये की योजना
दिल्ली-अंबाला रेलखंड पर स्थित आदर्श नगर स्टेशन को भी टर्मिनल बनाया जाएगा। यहां 118 करोड़ रुपये की लागत से दो अतिरिक्त प्लेटफार्म और तीन स्टेबलिंग लाइनें बनाई जाएंगी। प्रस्ताव दिल्ली रेल मंडल ने तैयार कर रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को भेजा है। आरएलडीए रिपोर्ट के बाद निर्माण कार्य की रूपरेखा तय की जाएगी। इस टर्मिनल से हरियाणा, पंजाब व जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन आसान होगा। वहीं, बिजवासन में नए टर्मिनल का निर्माण तेजी से जारी है। उम्मीद है कि यह अगले वर्ष तक यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके शुरू होने से नई दिल्ली स्टेशन पर दबाव काफी हद तक कम होगा।
तुगलकाबाद टर्मिनल से पश्चिम और दक्षिण भारत की ट्रेनें
नई दिल्ली-पलवल रेलखंड पर स्थित तुगलकाबाद स्टेशन पर भी कोचिंग टर्मिनल विकसित करने की योजना है। यहां दो अतिरिक्त प्लेटफार्म, दो वाशिंग लाइन और दो स्टेबलिंग लाइनें बनेंगी। इस टर्मिनल से पश्चिम और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन होगा।
100 से अधिक ट्रेनों को करना होगा स्थानांतरित
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के पहले चरण में पहाड़गंज की तरफ मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) बनाने के साथ ही एक से नौ नंबर तक के प्लेटफार्म का भी पुनर्निर्माण होगा। इससे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं मिलने के साथ ही भीड़ प्रबंधन में आसानी होगी। स्टेशन के आसपास यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी। हालांकि, निर्माण कार्य शुरू होने से यहां से ट्रेन परिचालन बाधित होगा। जुलाई में आई दिल्ली मंडल की एक रिपोर्ट के अनुसार यहां से 105 ट्रेनों को अन्य स्टेशनों पर स्थानांतरित करना होगा। यह रेलवे प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है। रेलवे अधिकारियों ने बताया, निर्माण कार्य के लिए मिट्टी की जांच के साथ ही स्टेट एंट्री रोड स्थित रेल निवास रेलवे क्लब और जेई कार्यालय को ध्वस्त करने के लिए सर्वे पूरा हो गया है।

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अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। राजधानी के सबसे बड़े व व्यस्त नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अब ट्रेनों और यात्रियों का बोझ कम होगा। रेलवे ने स्टेशन का पुनर्विकास कार्य पहाड़गंज की तरफ से शुरू कर दिया है। साथ ही, तीन नए टर्मिनल विकसित करने का खाका भी तैयार किया गया है। इनमें बिजवासन, आदर्श नगर और तुगलकाबाद शामिल हैं। इनके तैयार होने के बाद न केवल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का दबाव कम होगा बल्कि भविष्य में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में भी आसानी होगी।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास कार्य चरणबद्ध तरीके से होगा। शुरुआत पहाड़गंज की तरफ की जा चुकी है। ऐसे में यहां से कई ट्रेनों को अस्थायी तौर पर अन्य स्टेशनों पर स्थानांतरित भी किया जा रहा है। हाल ही में कई ट्रेनों को आनंद विहार टर्मिनल और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन स्थानांतरित किया गया है। रेलवे सूत्रों ने बताया कि इन स्टेशनों पर पहले से रेल ट्रैफिक का भारी दबाव है। ऐसे में नए विकल्पों पर भी काम किया जा रहा है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के दौरान ट्रेन संचालन का सबसे बड़ा सवाल नए टर्मिनलों के माध्यम से हल होगा। बिजवासन, आदर्श नगर और तुगलकाबाद में टर्मिनल विकसित होने के बाद राजधानी में यात्री सुविधाएं बेहतर होंगी व ट्रेनों का संचालन और व्यवस्थित तरीके से किया जा सकेगा। अधिकारियों का कहना है कि शीघ्र निर्माण कार्य शुरू करने का प्रयास होगा ताकि नई दिल्ली के पुनर्विकास कार्य को आगे बढ़ाने में मदद मिल सके।
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आदर्श नगर के लिए 118 करोड़ रुपये की योजना
दिल्ली-अंबाला रेलखंड पर स्थित आदर्श नगर स्टेशन को भी टर्मिनल बनाया जाएगा। यहां 118 करोड़ रुपये की लागत से दो अतिरिक्त प्लेटफार्म और तीन स्टेबलिंग लाइनें बनाई जाएंगी। प्रस्ताव दिल्ली रेल मंडल ने तैयार कर रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) को भेजा है। आरएलडीए रिपोर्ट के बाद निर्माण कार्य की रूपरेखा तय की जाएगी। इस टर्मिनल से हरियाणा, पंजाब व जम्मू-कश्मीर की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन आसान होगा। वहीं, बिजवासन में नए टर्मिनल का निर्माण तेजी से जारी है। उम्मीद है कि यह अगले वर्ष तक यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके शुरू होने से नई दिल्ली स्टेशन पर दबाव काफी हद तक कम होगा।
तुगलकाबाद टर्मिनल से पश्चिम और दक्षिण भारत की ट्रेनें
नई दिल्ली-पलवल रेलखंड पर स्थित तुगलकाबाद स्टेशन पर भी कोचिंग टर्मिनल विकसित करने की योजना है। यहां दो अतिरिक्त प्लेटफार्म, दो वाशिंग लाइन और दो स्टेबलिंग लाइनें बनेंगी। इस टर्मिनल से पश्चिम और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनों का संचालन होगा।
100 से अधिक ट्रेनों को करना होगा स्थानांतरित
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के पहले चरण में पहाड़गंज की तरफ मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (एमएमटीएच) बनाने के साथ ही एक से नौ नंबर तक के प्लेटफार्म का भी पुनर्निर्माण होगा। इससे रेलवे स्टेशन पर यात्रियों को एयरपोर्ट की तरह सुविधाएं मिलने के साथ ही भीड़ प्रबंधन में आसानी होगी। स्टेशन के आसपास यातायात व्यवस्था को सुधारने में मदद मिलेगी। हालांकि, निर्माण कार्य शुरू होने से यहां से ट्रेन परिचालन बाधित होगा। जुलाई में आई दिल्ली मंडल की एक रिपोर्ट के अनुसार यहां से 105 ट्रेनों को अन्य स्टेशनों पर स्थानांतरित करना होगा। यह रेलवे प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है। रेलवे अधिकारियों ने बताया, निर्माण कार्य के लिए मिट्टी की जांच के साथ ही स्टेट एंट्री रोड स्थित रेल निवास रेलवे क्लब और जेई कार्यालय को ध्वस्त करने के लिए सर्वे पूरा हो गया है।