ये हैं फ्यूचर इंजीनियर: पढ़ाई की जगह कॉलेज की कुर्सियों पर बरसा रहे हथौड़े, गाने बचाकर मचाया उत्पात; Video
वायरल रील में छात्र वर्कशॉप के भीतर मेवाती गानों की धुन पर कुर्सियों को उठाकर पटकते, लोहे की हथौड़ी से उन्हें तोड़ते और मशीनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे हंगामे के दौरान न तो कोई स्टाफ मौके पर पहुंचा और न ही किसी ने छात्रों को रोकने की कोशिश की।
विस्तार
हरियाणा स्थित मेवात के 'फ्यूचर इंजीनियर' किस राह पर हैं, इसकी झलक नूंह जिला मुख्यालय के पास स्थित मालब गांव के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज से सामने आई एक वायरल वीडियो में साफ दिखाई दे रही है। छात्रों ने खुद ही इस वीडियो को 'मेवाती फ्यूचर इंजीनियर' नाम दिया है, जिसमें पढ़ाई की जगह कॉलेज की कुर्सियों पर हथौड़े बरसते नजर आ रहे हैं।
कॉलेज प्रशासन पर उठे सवाल
करीब एक मिनट की वायरल रील में छात्र वर्कशॉप के भीतर मेवाती गानों की धुन पर कुर्सियों को उठाकर पटकते, लोहे की हथौड़ी से उन्हें तोड़ते और मशीनों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करते दिख रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि इस पूरे हंगामे के दौरान न तो कोई स्टाफ मौके पर पहुंचा और न ही किसी ने छात्रों को रोकने की कोशिश की। सवाल यह भी है कि इतना बड़ा उत्पात होने के बावजूद कॉलेज प्रशासन अब तक क्या करता रहा?
वायरल हुआ वीडियो
मामला तब गरमाया जब यह वीडियो सोशल मीडिया से निकलकर मेन स्ट्रीम मीडिया तक पहुंचा। इसके बाद कॉलेज प्रशासन से लेकर पुलिस प्रशासन तक हरकत में आ गया और सफाई देने का दौर शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी यही छात्र कॉलेज अनुशासन को तार-तार करते हुए कई वीडियो सोशल मीडिया पर डाल चुके थे। हालांकि विवाद बढ़ते ही इन वीडियो को आनन-फानन में डिलीट कर दिया गया।
कॉलेज प्रशासन की सफाई
कॉलेज प्रिंसिपल रहीश ने सफाई देते हुए कहा कि वीडियो में दिखाई दे रही कुर्सियां पहले से ही कंडम थीं और बच्चे सिर्फ वायरल होने के लालच में ऐसा कर रहे थे। जो कि गलत है। छात्रों की पहचान कर उनके खिलाफ जल्द अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस भी आई मैदान में
जिला पुलिस प्रवक्ता कृष्ण कुमार ने प्रेसनोट जारी कर बताया कि कॉलेज प्रशासन से बातचीत में सामने आया है कि कुछ छात्रों ने स्क्रैप यार्ड में रखे टूटे-फूटे सामान को तोड़ते हुए रील बनाई थी, जिसे व्यूज बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया पर डाला गया।
ऐसे कैसे खड़ी होगी इंजीनियरिंग की इमारत
वहीं इंस्टाग्राम पर TAURU_VINSE1 नाम की आईडी से कॉलेज और क्लासरूम के कई वीडियो अपलोड किए गए हैं। इनमें से एक वीडियो में पढ़ाई के दौरान कुर्सियां, मेज-बेंच और अन्य सामान तोड़ते हुए छात्र साफ दिखाई दे रहे हैं। बैकग्राउंड में “अनपढ़ सू करा दी मेरी शादी, मोलू यूरिया की चाय बना दी” जैसे मेवाती गानों पर रील बनाकर खुलेआम अपलोड की गई।
यह मामला सिर्फ अनुशासनहीनता का नहीं, बल्कि शैक्षणिक माहौल के साथ खुलेआम खिलवाड़ का है। जिन कुर्सियों पर किताबें खुलनी चाहिए थीं, वही अब कैमरे के सामने तोड़ी जा रही हैं और सवाल यह है कि अगर यही है भविष्य, तो इंजीनियरिंग की इमारत कैसे खड़ी होगी।