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Delhi News: फर्जी वीजा रैकेट का खुलासा, तीन गिरफ्तार
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-विदेश में नौकरी की ख्वाहिश रखने वाले लोगों के साथ ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया
-आरोपी खुद को वीएफएस ग्लोबल का कर्मचारी बताकर करते थे ठगी
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी वीजा रैकेट के मामले में तीन आरोपियों गैंग सरगना दीपक पांडे, यश सिंह और वसीम अकरम को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को वीजा सलाहकार और वीएफएस ग्लोबल का कर्मचारी बताकर विदेश में नौकरी चाहने वालों से ठगी करते थे।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया, पूरे विश्व में वीजा, पासपोर्ट और सलाहकार की सेवाएं देने वाली कंपनी वीएफएस ग्लोबल की ओर से आनंद सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ लोग वीएफएस ग्लोबल के नाम पर फर्जी वीजा और विदेश में नौकरी दिलवाने का झांसा दे रहे हैं। इन लोगों ने paramountoversease.co.in के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है। इसे दिल्ली के नेहरू प्लेस और जनकपुरी के कुछ दफ्तरों से जोड़ा गया है। यह लोग वीएफएस ग्लोबल का फर्जी-लोगो और उसकी फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा दे रहे हैं।
आरोपी व्हाट्सएप के जरिए पीड़ितों को दस्तावेज की एक जांच लिस्ट भेजते थे। मेडिकल टेस्ट के लिए पैसे लेकर लोकल लैब में असली अपॉइंटमेंट बुक करवाया जाता है।
बाद में पीड़ितों से वीजा की जानकारी मांगने के बाद फर्जी दस्तावेज जैसे वर्क वीजा, जॉब ऑफर लेटर, और नियुक्ति पत्र भेजे जाते थे। इसके लिए और पैसे वसूले जाते थे। इसके बाद फर्जी आईसीए (इमिग्रेशन एंड चेकपॉइंट्स अथॉरिटी) लेटर, फॉर्म 16, और पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज भेजकर और पैसे वसूले जाते थे।
अपराध शाखा की टीम ने बैंक खातों और फर्जी सिम की पड़ताल की। इसके बाद 9 सितंबर को दिल्ली के जमरूदपुर इलाके में चल रहे आरोपियों के दफ्तर पर छापा मारा। पुलिस ने भारी में मात्रा में फर्जी दस्तावेज, इनको तैयार करने में इस्तेमाल उपकरण, कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैंक खाते जब्त किए।
पुलिस ने वहां से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में पता चला दीपक गैंग का सरगना है और फर्जी दस्तावेज बनाकर व्हाट्सएप के जरिए लोगों से बातचीत करता है। यश फर्जी दस्तावेज बनाने के अलावा वेबसाइट तैयार करता है। वसीम फर्जी फॉर्म 16, पुलिस सर्टिफिकेट, और अन्य दस्तावेज बनाता है।

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-आरोपी खुद को वीएफएस ग्लोबल का कर्मचारी बताकर करते थे ठगी
अमर उजाला ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी वीजा रैकेट के मामले में तीन आरोपियों गैंग सरगना दीपक पांडे, यश सिंह और वसीम अकरम को गिरफ्तार किया है। आरोपी खुद को वीजा सलाहकार और वीएफएस ग्लोबल का कर्मचारी बताकर विदेश में नौकरी चाहने वालों से ठगी करते थे।
अपराध शाखा के पुलिस उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया, पूरे विश्व में वीजा, पासपोर्ट और सलाहकार की सेवाएं देने वाली कंपनी वीएफएस ग्लोबल की ओर से आनंद सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ लोग वीएफएस ग्लोबल के नाम पर फर्जी वीजा और विदेश में नौकरी दिलवाने का झांसा दे रहे हैं। इन लोगों ने paramountoversease.co.in के नाम से एक फर्जी वेबसाइट बनाई हुई है। इसे दिल्ली के नेहरू प्लेस और जनकपुरी के कुछ दफ्तरों से जोड़ा गया है। यह लोग वीएफएस ग्लोबल का फर्जी-लोगो और उसकी फर्जी सोशल मीडिया प्रोफाइल का इस्तेमाल करके लोगों को धोखा दे रहे हैं।
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आरोपी व्हाट्सएप के जरिए पीड़ितों को दस्तावेज की एक जांच लिस्ट भेजते थे। मेडिकल टेस्ट के लिए पैसे लेकर लोकल लैब में असली अपॉइंटमेंट बुक करवाया जाता है।
बाद में पीड़ितों से वीजा की जानकारी मांगने के बाद फर्जी दस्तावेज जैसे वर्क वीजा, जॉब ऑफर लेटर, और नियुक्ति पत्र भेजे जाते थे। इसके लिए और पैसे वसूले जाते थे। इसके बाद फर्जी आईसीए (इमिग्रेशन एंड चेकपॉइंट्स अथॉरिटी) लेटर, फॉर्म 16, और पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जैसे दस्तावेज भेजकर और पैसे वसूले जाते थे।
अपराध शाखा की टीम ने बैंक खातों और फर्जी सिम की पड़ताल की। इसके बाद 9 सितंबर को दिल्ली के जमरूदपुर इलाके में चल रहे आरोपियों के दफ्तर पर छापा मारा। पुलिस ने भारी में मात्रा में फर्जी दस्तावेज, इनको तैयार करने में इस्तेमाल उपकरण, कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और बैंक खाते जब्त किए।
पुलिस ने वहां से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की जांच में पता चला दीपक गैंग का सरगना है और फर्जी दस्तावेज बनाकर व्हाट्सएप के जरिए लोगों से बातचीत करता है। यश फर्जी दस्तावेज बनाने के अलावा वेबसाइट तैयार करता है। वसीम फर्जी फॉर्म 16, पुलिस सर्टिफिकेट, और अन्य दस्तावेज बनाता है।