{"_id":"68c45e7f412b22a3970df507","slug":"a-cloth-merchant-was-cheated-of-rs-625-lakh-in-the-name-of-selling-land-bhiwani-news-c-125-1-shsr1009-139592-2025-09-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhiwani News: जमीन बेचने के नाम पर कपड़ा व्यापारी से ठगे साढ़े 62 लाख रुपये","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhiwani News: जमीन बेचने के नाम पर कपड़ा व्यापारी से ठगे साढ़े 62 लाख रुपये
संवाद न्यूज एजेंसी, भिवानी
Updated Fri, 12 Sep 2025 11:25 PM IST
विज्ञापन

विज्ञापन
भिवानी। शहर के कपड़ा व्यापारी मोतीलाल से भूमि बेचने के नाम पर साढ़े 62 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। व्यापारी ने बताया कि रजिस्ट्री कराने के दौरान धोखाधड़ी का खुलासा होने पर उसने पैसे वापस मांगे तो आरोपियों ने पिस्तौल दिखाकर धमकी दी। शहर थाना पुलिस ने व्यापारी की शिकायत पर एक महिला सहित तीन नामजद आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की संबंधित धाराओं के तहत 27 अगस्त को केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिकायत में मोतीलाल ने बताया कि कुछ लोग उनके पास आए और कहा कि वे उन्हें अच्छी जमीन दिला देंगे। आरोपियों ने दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई के पास गांव फुलपुरा के समीप हाईवे के नजदीक लगभग पांच कनाल भूमि दिखाई और इसकी कीमत सवा करोड़ रुपये बताई। जमीन खरीदने के लिए व्यापारी ने 62 लाख 50 हजार रुपये देकर इकरारनामा तैयार करवा लिया। रजिस्ट्री के समय पूरी रकम का भुगतान होना तय था।
लेकिन जब रजिस्ट्री कराने की बारी आई तो आरोपी तहसील कार्यालय नहीं पहुंचे। पड़ताल करने पर पता चला कि फर्जी रजिस्ट्री दिखाकर व्यापारी से षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी की गई थी। व्यापारी ने इकरारनामा के दौरान दी गई रकम और धमकी के समय की वीडियो भी पुलिस को मुहैया कराई। इस बारे में मामले के जांच अधिकारी एसएचओ सत्यनारायण ने बताया कि शहर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।

Trending Videos
शिकायत में मोतीलाल ने बताया कि कुछ लोग उनके पास आए और कहा कि वे उन्हें अच्छी जमीन दिला देंगे। आरोपियों ने दिल्ली-पिलानी नेशनल हाईवे 709 ई के पास गांव फुलपुरा के समीप हाईवे के नजदीक लगभग पांच कनाल भूमि दिखाई और इसकी कीमत सवा करोड़ रुपये बताई। जमीन खरीदने के लिए व्यापारी ने 62 लाख 50 हजार रुपये देकर इकरारनामा तैयार करवा लिया। रजिस्ट्री के समय पूरी रकम का भुगतान होना तय था।
विज्ञापन
विज्ञापन
लेकिन जब रजिस्ट्री कराने की बारी आई तो आरोपी तहसील कार्यालय नहीं पहुंचे। पड़ताल करने पर पता चला कि फर्जी रजिस्ट्री दिखाकर व्यापारी से षड्यंत्र के तहत धोखाधड़ी की गई थी। व्यापारी ने इकरारनामा के दौरान दी गई रकम और धमकी के समय की वीडियो भी पुलिस को मुहैया कराई। इस बारे में मामले के जांच अधिकारी एसएचओ सत्यनारायण ने बताया कि शहर थाना पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।