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Bhiwani News: नए सत्र से प्रेमनगर कैंपस में शिफ्ट होगी सीबीएलयू, बीएड और स्वर्ण जयंती महाविद्यालय पुराने परिसर में रहेंगे
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प्रेमनगर स्थित सीबीएलयू परिसर में जारी नए शैक्षणिक भवनों का निर्माण कार्य।
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भिवानी। नए शैक्षणिक सत्र से चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय का संचालन प्रेम नगर स्थित नए परिसर में होगा। विश्वविद्यालय के दो नए शैक्षणिक भवनों का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। भिवानी स्थित विश्वविद्यालय के पुराने परिसर में केवल स्वर्ण जयंती महाविद्यालय और बीएड महाविद्यालय की कक्षाओं का संचालन जारी रहेगा।
चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2014 में हुई थी और इसे प्रेमनगर व भिवानी दोनों जगह संचालित किया जा रहा है। फिलहाल विश्वविद्यालय का संचालन दो स्थानों पर हो रहा है। प्रशासनिक ब्लॉक और एमएससी कक्षाओं के अलावा एमकॉम और एमबीए कोर्सों का संचालन नए परिसर में किया जा रहा है। वहीं एमए हिंदी, अंग्रेजी, राजनीतिक विज्ञान, संस्कृत और अन्य स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स की कक्षाएं पुराने परिसर में लगाई जा रही हैं। इस कारण पुराने परिसर के विद्यार्थियों को प्रशासनिक कार्यों के लिए नए परिसर का लगभग दस किलोमीटर दूर का चक्कर लगाना पड़ता था।
नए परिसर में दो शैक्षणिक खंडों का निर्माण अंतिम चरण में है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद, नए सत्र से एमए कोर्स की सभी कक्षाओं का संचालन एक ही परिसर में किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को सुविधा होगी।
बीएड व स्वर्ण जयंती महाविद्यालय की कक्षाएं पुराने परिसर में ही लगेंगी
हाल ही में राजकीय बीएड संस्थान का सरकार द्वारा सीबीएलयू में विलय किया गया है। अब बीएड संस्थान का संचालन भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्सों के रोजगारपरक संचालन के लिए स्वर्ण जयंती महाविद्यालय का गठन किया गया है। इन दोनों महाविद्यालयों की कक्षाएं अभी पुराने परिसर में ही संचालित होंगी। अन्य सभी कोर्स नए परिसर में शिफ्ट होंगे।
राजकीय विद्यालयों में सुविधाओं का अभाव
वर्ष 2025 में सरकारी विद्यालयों के पुराने भवनों के कारण विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानी मानसून के समय झेलनी पड़ी। जलभराव के कारण कई विद्यालयों में छुट्टियां करनी पड़ी। ई-अधिगम योजना के तहत सरकार द्वारा प्रदान किए गए टैब का इस साल उपयोग नहीं हो पाया। दिसंबर में शिक्षा निदेशालय द्वारा टैब की स्थिति की जानकारी मांगी गई लेकिन सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए।
साल 2025 में नहीं हो पाए ये सुधार कार्य
जर्जर स्कूलों को नए भवन उपलब्ध नहीं कराए जा सके
डिजिटल बोर्ड और इंटरनेट सुविधा निरंतर उपलब्ध नहीं रही
छात्रों को दिए गए टेबलेट्स का उपयोग नहीं हो पाया
सभी राजकीय विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती नहीं हुई
शिक्षकों को गैर-शिक्षण कार्यों से मुक्त नहीं किया गया
विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सीबीएलयू प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। नए शैक्षणिक सत्र तक विश्वविद्यालय के नए परिसर में दो खंडों का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद बीएड और स्वर्ण जयंती महाविद्यालय को छोड़कर पूरे विश्वविद्यालय की कक्षाएं प्रेमनगर स्थित नए परिसर में संचालित होंगी। - प्रो. दीप्ति धर्माणी, कुलपति, सीबीएलयू, भिवानी
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चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय की स्थापना वर्ष 2014 में हुई थी और इसे प्रेमनगर व भिवानी दोनों जगह संचालित किया जा रहा है। फिलहाल विश्वविद्यालय का संचालन दो स्थानों पर हो रहा है। प्रशासनिक ब्लॉक और एमएससी कक्षाओं के अलावा एमकॉम और एमबीए कोर्सों का संचालन नए परिसर में किया जा रहा है। वहीं एमए हिंदी, अंग्रेजी, राजनीतिक विज्ञान, संस्कृत और अन्य स्नातकोत्तर डिप्लोमा कोर्स की कक्षाएं पुराने परिसर में लगाई जा रही हैं। इस कारण पुराने परिसर के विद्यार्थियों को प्रशासनिक कार्यों के लिए नए परिसर का लगभग दस किलोमीटर दूर का चक्कर लगाना पड़ता था।
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नए परिसर में दो शैक्षणिक खंडों का निर्माण अंतिम चरण में है। निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद, नए सत्र से एमए कोर्स की सभी कक्षाओं का संचालन एक ही परिसर में किया जाएगा जिससे विद्यार्थियों को सुविधा होगी।
बीएड व स्वर्ण जयंती महाविद्यालय की कक्षाएं पुराने परिसर में ही लगेंगी
हाल ही में राजकीय बीएड संस्थान का सरकार द्वारा सीबीएलयू में विलय किया गया है। अब बीएड संस्थान का संचालन भी विश्वविद्यालय द्वारा किया जाएगा। साथ ही विश्वविद्यालय में स्नातक कोर्सों के रोजगारपरक संचालन के लिए स्वर्ण जयंती महाविद्यालय का गठन किया गया है। इन दोनों महाविद्यालयों की कक्षाएं अभी पुराने परिसर में ही संचालित होंगी। अन्य सभी कोर्स नए परिसर में शिफ्ट होंगे।
राजकीय विद्यालयों में सुविधाओं का अभाव
वर्ष 2025 में सरकारी विद्यालयों के पुराने भवनों के कारण विद्यार्थियों को सबसे अधिक परेशानी मानसून के समय झेलनी पड़ी। जलभराव के कारण कई विद्यालयों में छुट्टियां करनी पड़ी। ई-अधिगम योजना के तहत सरकार द्वारा प्रदान किए गए टैब का इस साल उपयोग नहीं हो पाया। दिसंबर में शिक्षा निदेशालय द्वारा टैब की स्थिति की जानकारी मांगी गई लेकिन सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए।
साल 2025 में नहीं हो पाए ये सुधार कार्य
जर्जर स्कूलों को नए भवन उपलब्ध नहीं कराए जा सके
डिजिटल बोर्ड और इंटरनेट सुविधा निरंतर उपलब्ध नहीं रही
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सभी राजकीय विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी के पदों पर भर्ती नहीं हुई
शिक्षकों को गैर-शिक्षण कार्यों से मुक्त नहीं किया गया
विद्यार्थियों की सुविधा के लिए सीबीएलयू प्रशासन निरंतर कार्य कर रहा है। नए शैक्षणिक सत्र तक विश्वविद्यालय के नए परिसर में दो खंडों का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद बीएड और स्वर्ण जयंती महाविद्यालय को छोड़कर पूरे विश्वविद्यालय की कक्षाएं प्रेमनगर स्थित नए परिसर में संचालित होंगी। - प्रो. दीप्ति धर्माणी, कुलपति, सीबीएलयू, भिवानी