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छह साल से शून्यकाल में उठाए मुद्दों का जवाब नहीं मिला : मामन खान
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छह साल से शून्यकाल में उठाए मुद्दों का जवाब नहीं मिला : मामन खान
असंध, गोहाना व डबवाली को जिला बनाने की मांग उठी
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक मामन खान ने कहा-वे छह साल से शून्यकाल में अपने इलाके से जुड़े विभिन्न विषयों पर मुद्दे उठाते हैं पर आज तक किसी भी विषय का जवाब नहीं मिला। उन्होंने स्पीकर से इस विषय पर कार्यवाही का अनुरोध किया। उन्होंने अपने इलाके में नशा का भी मुद्दा उठाया। कालका विधायक शक्ति रानी शर्मा ने पिंजौर में पायलट ट्रेनिंग स्कूल में अधिक फीस का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पायलट ट्रेनिंग का ये एक मात्र सेंटर है लेकिन यहां की फीस अधिक होने से अधिक युवा इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं। सरकार इसकी फीस कम करेगी तो प्रदेश के युवाओं को मौका मिलेगा। इससे पायलटों की कमी दूर होगी।
महेंद्रगढ़ से भाजपा विधायक कंवर सिंह यादव ने कहा-सूखाग्रस्त इलाकों में ग्वार प्रमुख फसल है। इसे भी एमएसपी दी जाने वाली फसलों में शामिल किया जाए। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने भी नशे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, सरकार को नशे के खिलाफ एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना होगा। सभी जिलों में डी एडिक्शन सेंटर हैं लेकिन नूंह में नहीं है। उन्होंने कुरैशी समुदाय को ओबीसी में शामिल करने की मांग उठाई। पलवल में बंद मस्जिद को खुलवाने की मांग रखी।
शून्यकाल के दौरान असंध, गोहाना व डबवाली को जिला बनाने की मांग उठी। असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने कहा-असंध को भी जिला बनाया जाए। असंध जिला बनाने के सभी मानदंड पूरे करते हैं। विधायक इंदुराज नरवाल ने गोहाना को जिला बनाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि गोहाना को लेकर सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने सरकार में पैरवी नहीं की है जिससे गोहाना को जिला बनाने का काम नहीं हो पाया है। नरवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में खराब सड़कों का भी मुद्दा उठाया। विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि डबवाली को भी जिला बनाया जाए। उन्होंने मांग रखी कि जिला या गांव की तहसील बदलने की प्रक्रिया में स्थानीय विधायक, पार्षद को भी शामिल करना चाहिए, ताकि फैसला लेते वक्त स्थानीय लोगों को कोई दिक्कत न हो।
कांग्रेस विधायक के बयान पर मंत्री ने जताई आपत्ति
विधायक इंदुराज नरवाल गोहाना को जिला बनाने की मांग करते हुए कहा-स्थानीय विधायक व मंत्री अरविंद शर्मा ने जिला बनाने की मजबूती से मांग नहीं रखी। उन्हें भी भाजपा विधायक विनोद भयाना की तरह मजबूती से गोहाना को जिला बनाने की वकालत करनी चाहिए थी। इस पर आपत्ति करते हुए डॉ अरविंद शर्मा ने कहा-इंदुराज सीनियर विधायक हैं। शायद तीसरी बार का विधायक होगा। मुझे कह रहा है कि आपने सीरियस नहीं लिया। उन्होंने कहा-सीरियसनेस क्या है। क्या आपको इसकी परिभाषा पता है। उन्होंने स्पीकर से इस शब्द को कार्यवाही से हटाने की अपील की। उन्होंने कहा क्या वेल में जाना सीरियसनेस है।
फसल मुआवजे पर राजस्व मंत्री बोले-पिक एंड चूज पाॅलिसी नहीं अपनाई
कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक, आफताब अहमद व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अधिकतर किसानों को फसल मुआवजा नहीं मिला है। 90 फीसदी ऐसे किसान हैं जिनकी फसल बर्बाद हुई लेकिन मुआवजा नहीं मिला। इस पर राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि ये आरोप गलत हैं। सरकार ने कोई पिक एंड चूज पॉलिसी नहीं अपनाई। विवाद बढ़ने पर गोयल ने कहा- यदि कोई ऐसा केस है तो वे बताएं, मैं फिर से जांच करवा लेता हूं।
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असंध, गोहाना व डबवाली को जिला बनाने की मांग उठी
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक मामन खान ने कहा-वे छह साल से शून्यकाल में अपने इलाके से जुड़े विभिन्न विषयों पर मुद्दे उठाते हैं पर आज तक किसी भी विषय का जवाब नहीं मिला। उन्होंने स्पीकर से इस विषय पर कार्यवाही का अनुरोध किया। उन्होंने अपने इलाके में नशा का भी मुद्दा उठाया। कालका विधायक शक्ति रानी शर्मा ने पिंजौर में पायलट ट्रेनिंग स्कूल में अधिक फीस का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पायलट ट्रेनिंग का ये एक मात्र सेंटर है लेकिन यहां की फीस अधिक होने से अधिक युवा इसका लाभ नहीं उठा पाते हैं। सरकार इसकी फीस कम करेगी तो प्रदेश के युवाओं को मौका मिलेगा। इससे पायलटों की कमी दूर होगी।
महेंद्रगढ़ से भाजपा विधायक कंवर सिंह यादव ने कहा-सूखाग्रस्त इलाकों में ग्वार प्रमुख फसल है। इसे भी एमएसपी दी जाने वाली फसलों में शामिल किया जाए। नूंह से कांग्रेस विधायक आफताब अहमद ने भी नशे का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, सरकार को नशे के खिलाफ एक समग्र दृष्टिकोण अपनाना होगा। सभी जिलों में डी एडिक्शन सेंटर हैं लेकिन नूंह में नहीं है। उन्होंने कुरैशी समुदाय को ओबीसी में शामिल करने की मांग उठाई। पलवल में बंद मस्जिद को खुलवाने की मांग रखी।
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शून्यकाल के दौरान असंध, गोहाना व डबवाली को जिला बनाने की मांग उठी। असंध के विधायक योगेंद्र राणा ने कहा-असंध को भी जिला बनाया जाए। असंध जिला बनाने के सभी मानदंड पूरे करते हैं। विधायक इंदुराज नरवाल ने गोहाना को जिला बनाने की मांग रखी। उन्होंने कहा कि गोहाना को लेकर सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने सरकार में पैरवी नहीं की है जिससे गोहाना को जिला बनाने का काम नहीं हो पाया है। नरवाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र में खराब सड़कों का भी मुद्दा उठाया। विधायक शीशपाल केहरवाला ने कहा कि डबवाली को भी जिला बनाया जाए। उन्होंने मांग रखी कि जिला या गांव की तहसील बदलने की प्रक्रिया में स्थानीय विधायक, पार्षद को भी शामिल करना चाहिए, ताकि फैसला लेते वक्त स्थानीय लोगों को कोई दिक्कत न हो।
कांग्रेस विधायक के बयान पर मंत्री ने जताई आपत्ति
विधायक इंदुराज नरवाल गोहाना को जिला बनाने की मांग करते हुए कहा-स्थानीय विधायक व मंत्री अरविंद शर्मा ने जिला बनाने की मजबूती से मांग नहीं रखी। उन्हें भी भाजपा विधायक विनोद भयाना की तरह मजबूती से गोहाना को जिला बनाने की वकालत करनी चाहिए थी। इस पर आपत्ति करते हुए डॉ अरविंद शर्मा ने कहा-इंदुराज सीनियर विधायक हैं। शायद तीसरी बार का विधायक होगा। मुझे कह रहा है कि आपने सीरियस नहीं लिया। उन्होंने कहा-सीरियसनेस क्या है। क्या आपको इसकी परिभाषा पता है। उन्होंने स्पीकर से इस शब्द को कार्यवाही से हटाने की अपील की। उन्होंने कहा क्या वेल में जाना सीरियसनेस है।
फसल मुआवजे पर राजस्व मंत्री बोले-पिक एंड चूज पाॅलिसी नहीं अपनाई
कांग्रेस विधायक शकुंतला खटक, आफताब अहमद व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अधिकतर किसानों को फसल मुआवजा नहीं मिला है। 90 फीसदी ऐसे किसान हैं जिनकी फसल बर्बाद हुई लेकिन मुआवजा नहीं मिला। इस पर राजस्व मंत्री विपुल गोयल ने बताया कि ये आरोप गलत हैं। सरकार ने कोई पिक एंड चूज पॉलिसी नहीं अपनाई। विवाद बढ़ने पर गोयल ने कहा- यदि कोई ऐसा केस है तो वे बताएं, मैं फिर से जांच करवा लेता हूं।