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सियासत: 'किसी गुट का हिस्सा नहीं...', गुटबाजी खत्म करने के लिए हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष राव का है ये प्लान
अमर उजाला नेटवर्क, चंडीगढ़
Published by: शाहरुख खान
Updated Fri, 03 Oct 2025 08:20 AM IST
सार
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी खत्म करने के लिए नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र कांग्रेस जोड़ो अभियान चला रहे है। पदभार संभालने से पहले पार्टी के सभी वरिष्ठ नेताओं से उनके घर जाकर मुलाकात कर रहे हैं। मुलाकात कर संदेश देना चाहते हैं कि वे किसी गुट का हिस्सा नहीं हैं और वे सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं।
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राव नरेंद्र सिंह और भूपेंद्र हुड्डा
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
हरियाणा कांग्रेस के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह ने अपना पद संभालने से पहले कांग्रेस जोड़ो अभियान के लिए मैदान में निकल पड़े हैं। जबसे उनके नाम की घोषणा हुई है, तभी से वे पार्टी के अलग-अलग धड़ों से मिल रहे हैं।
यहां तक उनके नाम पर जिन्होंने आपत्ति दर्ज की थी, वे उनसे मुलाकात कर विरोध के स्वर को खत्म करने की कोशिश की है। राव नरेंद्र अब तक रणदीप सुरजेवाला, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कैप्टन अजय यादव, चौधरी बीरेंद्र सिंह, राव चिरंजीव और राव दान सिंह से मुलाकात कर सहयोग मांगा है।
राव दान सिंह और राव चिरंजीव उनके प्रतिस्पर्धी रहे थे। प्रभारी की ओर से हाईकमान को पैनल में जो तीन नाम भेजे गए थे, उनमें इन दोनों नेताओं के साथ राव नरेंद्र का नाम शामिल था।
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यहां तक उनके नाम पर जिन्होंने आपत्ति दर्ज की थी, वे उनसे मुलाकात कर विरोध के स्वर को खत्म करने की कोशिश की है। राव नरेंद्र अब तक रणदीप सुरजेवाला, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कैप्टन अजय यादव, चौधरी बीरेंद्र सिंह, राव चिरंजीव और राव दान सिंह से मुलाकात कर सहयोग मांगा है।
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राव दान सिंह और राव चिरंजीव उनके प्रतिस्पर्धी रहे थे। प्रभारी की ओर से हाईकमान को पैनल में जो तीन नाम भेजे गए थे, उनमें इन दोनों नेताओं के साथ राव नरेंद्र का नाम शामिल था।
गुटबाजी की वजह से पार्टी को चुनाव में नुकसान
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। पिछले एक दशक से पार्टी को इस बीमारी से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। यह बीमारी पार्टी के लिए अब नासूर बन चुकी है। गुटबाजी की वजह से ही पार्टी को चुनाव में नुकसान होता रहा है।
हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है। पिछले एक दशक से पार्टी को इस बीमारी से छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। यह बीमारी पार्टी के लिए अब नासूर बन चुकी है। गुटबाजी की वजह से ही पार्टी को चुनाव में नुकसान होता रहा है।
प्रमुख नेताओं से विशेष तौर पर उनके घर जाकर मुलाकात
राव नरेंद्र के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वे पार्टी की गुटबाजी को खत्म करें और सभी नेताओं को एक साथ एक मंच पर लाएं। कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया, उनकी नियुक्ति से पहले हाईकमान की ओर से उन्हें निर्देशित किया गया कि वे राज्य के सभी प्रमुख नेताओं से विशेष तौर पर उनके घर जाकर मुलाकात की।
राव नरेंद्र के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वे पार्टी की गुटबाजी को खत्म करें और सभी नेताओं को एक साथ एक मंच पर लाएं। कांग्रेस से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया, उनकी नियुक्ति से पहले हाईकमान की ओर से उन्हें निर्देशित किया गया कि वे राज्य के सभी प्रमुख नेताओं से विशेष तौर पर उनके घर जाकर मुलाकात की।
सबसे पहले रणदीप सुरजेवाला से मिले राव
इससे वे संदेश देना चाहते हैं कि वे किसी भी गुट का हिस्सा नहीं हैं और वे सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं। जब उनकी नियुक्ति हुई तो एक राय यही बनी कि वे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कैंप के नेता हैं। उनके करीबी रहे हैं, मगर वे सबसे पहले मिलने रणदीप सुरजेवाला के पास गए।
इससे वे संदेश देना चाहते हैं कि वे किसी भी गुट का हिस्सा नहीं हैं और वे सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं। जब उनकी नियुक्ति हुई तो एक राय यही बनी कि वे पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा कैंप के नेता हैं। उनके करीबी रहे हैं, मगर वे सबसे पहले मिलने रणदीप सुरजेवाला के पास गए।
इसके बाद राव नरेंद्र सिंह ने भूपेंद्र सिंह, चौधरी बीरेंद्र सिंह और उनकी धर्मपत्नी प्रेम लता से भी मिले और रात में कैप्टन अजय यादव के घर पहुंच गए। कैप्टन अजय यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से उनकी नियुक्ति पर सवाल उठाया था।
इसके बावजूद वे उनसे मिलने उनके घर पहुंचे और उनके बेटे से भी मुलाकात की।इन मुलाकातों से यह साफ संदेश देने की कोशिश की गई है कि वे पार्टी के सभी बड़े नेताओं को एकजुट कर उन्हें एक साथ लेकर चलना चाहते हैं।
इसके साथ ही हाईकमान को भी संदेश देना चाहते हैं कि वे पार्टी में सभी वरिष्ठ नेताओं को बराबर सम्मान देना चाहते हैं। उसके बाद उन्होंने राव दान से भी मुलाकात की। राव नरेंद्र ने कहा कि कांग्रेस पहले भी एकजुट थी और अब भी सब एक साथ हैं। कहीं कोई नाराजगी नहीं है। मैं सभी नेताओं से मिल रहा हूं और मुझे खूब सहयोग भी मिल रहा है।