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Hisar News: मुश्किलों की डगर... जलभराव से हिसार-भादरा हाईवे ठप
संवाद न्यूज एजेंसी, हिसार
Updated Sat, 13 Sep 2025 11:34 PM IST
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हिसार में तोशाम रोड पर गांव दाहिमा-भोजराज के पास पलटी ट्रैक्टर ट्राली।
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हिसार। करीब एक सप्ताह से बारिश का दौर थमा है, बावजूद इसके हिसार से गुजर रहे तीन नेशनल हाईवे अब भी पानी में डूबे हैं। हिसार- चंडीगढ नेशनल हाईवे पर सरसौद के पास दो सप्ताह से पानी भरा है। हांसी से बरवाला नेशनल हाइवे 148 बी पर गांव चानौत के पास 15 दिन से पानी भरा होने के कारण आवागमन बंद है। हिसार से दिल्ली नेशनल हाईवे नंबर 9 पर मुंढाल के पास जलभराव है। दाहिमा-भोजराज के पास जलभराव के कारण हिसार से तोशाम स्टेट हाईवे दूसरे दिन शनिवार को भी बंद रहा। हिसार - भादरा स्टेट हाईवे भी पिछले तीन दिन से बंद है। वहीं, मिर्जापुर-सुलखनी रोड को भी बंद कर दिया गया है।
रोड बंद करने से राहगीरों को भारी परेशानी हो रही है। पैदल राहगीरों को तो घुटनों तक भरे पानी में से होकर गुजरना पड़ रहा है। दुपहिया सवार गड्ढों गिरकर चोटिल हो रहे हैं। हिसार-तोशाम मार्ग पर भोजराज के पास जलभराव के कारण दाहिमा का नलवा की ओर यातायात डायवर्ट किया गया है। हिसार से तोशाम की ओर से जाने वाले वाहनों को लाडवा होकर नलवा से तोशाम की ओर भेजा जा रहा है। दाहिमा के स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र, मंदिर, चौपाल, सड़क समेत घरों में भी गंदा पानी भरा है। ग्रामीणों ने मिट्टी का बांध बनाकर पानी को आबादी में आने से रोका है।
पानी में बंद हो रहे वाहन
हांसी तोशाम रोड पर पानी भरा होने से बाइक, कार, टेंपो बीच रास्ते बंद हो रहे हैं। इस कारण लोगों को अपने वाहन दूसरे वाहनों के सहारे या धक्का देकर मैकेनिकों की दुकानों तक पहुंचाना पड़ रहे हैं। मंगाली कुटिया के पास 50 से अधिक मनरेगा मजदूर ड्रेन के ओवरफ्लो को रोकने के लिए बांध बना रहे हैं।
हिसार-बालसमंद रोड पर चोटिल हो रहे लोग
हिसार- बालसमंद रोड पर आर्यनगर में वीरवार रात रोड पर ट्राॅला पलट जाने के कारण इसे बंद कर दिया गया। ट्राला हटाए जाने के बाद के बाद भी शनिवार को इसे चालू नहीं किया गया। रोड पर करीब एक किलोमीटर के दायरे में पानी भरा है। सड़क पर गहरे गड्ढे हैं। हादसे न हो, इसलिए एहतियात के तौर पर रोड को बंद किया है। सीसवाला निवासी सुरेंद्र शनिवार को इस रोड पर बाइक गड्ढे में गिरने से चोटिल हो गए। लोग हिसार से भादरा जाने के लिए लुदास, शाहपुर होते हुए या लुदास होकर आर्यनगर पहुंच रहे हैं।
पानी भरने से तीन प्रमुख सड़कें बंद
जलभराव के कारण गांवों के संपर्क मार्ग भी बंद हो रहे हैं। बहबलपुर से किराडा रोड पिछले दो सप्ताह से बंद है। इन गांवों के लोग वैकल्पिक रास्ते अपनाने को मजबूर हैं। बहबलपुर से जेवरा रोड भी 15 दिन से बंद है। दस से अधिक गांवों के लोग इस सड़क का इस्तेमाल करते थे। अब इन्हें सरसौद होकर जाना पड़ रहा है। सरसौद में भी नेशनल हाईवे पर पानी भरा है। शनिवार को मिर्जापुर से सुलखनी रोड को भी बंद कर दिया गया। लंबे समय से जलभराव के कारण सड़क के धंसने की आशंका बनी हुई है।
सड़कों पर बढ़ रहा पानी का स्तर
खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसान अगली फसल की बिजाई की उम्मीद में जल्द से जल्द खेतों का पानी निकालना चाहते हैं। वे खुद ही पाइप लगाकर नालों और ड्रेन में पानी डाल रहे हैं। कुछ इलाकों पंप सेट लगाकर पानी को सड़कों की ओर निकाल रहे हैं। पानी का बहाव दाहिमा, भोजराज, लाडवा, रायपुर, शिकारपुर, सातरोड की ओर है। ऐसे में इन गांवों में हालात खराब हो रहे हैं।
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किसान अपने खेतों को खाली करने के लिए जल्द से जल्द पानी निकालना चाहते हैं। इस कारण कुछ एरिया में सड़कों पर भी पानी आ गया है। सड़कों पर जलभराव के कारण उनको बंद किया है। जल्द से जल्द इन्हें चालू करने का प्रयास कर रहे हैं।
- रणबीर गंगवा, पीडब्ल्यूडी मंत्री, हरियाणा
जलभराव से जीना मुहाल
गांव के लोग जलभराव से परेशान हैं। खेतों और आबादी में पानी भर गया है। मकानों में दरारें आ रही हैं। फर्श धंसने लगे हैं। एक दीवार गिर चुकी है। - चंद्रकला, गांव दाहिमा
गांव में ड्रेन का पानी लगातार आ रहा है। इससे फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीणों को निजी संसाधनों से पानी रोकने का प्रयास करना पड़ रहा है। कई ट्रॉली मिट्टी लानी पड़ी है। - बलवान सिंह, ग्रामीण
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स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र जलमग्न होने के कारण बंद हैं। इस कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई जगह सड़कों में गड्ढे होने से हादसों का भी खतरा बरकरार है। - विक्की धानिया, युवा
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गांव में जलभराव के कारण रहना मुश्किल हो गया है। पानी में बहकर सांप भी आ रहे हैं। बेटे को मजदूरी करने के लिए शहर जाना पड़ रहा है। सरकार मुआवजा दे। - माया देवी, वृद्धा

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पानी में बंद हो रहे वाहन
हांसी तोशाम रोड पर पानी भरा होने से बाइक, कार, टेंपो बीच रास्ते बंद हो रहे हैं। इस कारण लोगों को अपने वाहन दूसरे वाहनों के सहारे या धक्का देकर मैकेनिकों की दुकानों तक पहुंचाना पड़ रहे हैं। मंगाली कुटिया के पास 50 से अधिक मनरेगा मजदूर ड्रेन के ओवरफ्लो को रोकने के लिए बांध बना रहे हैं।
हिसार-बालसमंद रोड पर चोटिल हो रहे लोग
हिसार- बालसमंद रोड पर आर्यनगर में वीरवार रात रोड पर ट्राॅला पलट जाने के कारण इसे बंद कर दिया गया। ट्राला हटाए जाने के बाद के बाद भी शनिवार को इसे चालू नहीं किया गया। रोड पर करीब एक किलोमीटर के दायरे में पानी भरा है। सड़क पर गहरे गड्ढे हैं। हादसे न हो, इसलिए एहतियात के तौर पर रोड को बंद किया है। सीसवाला निवासी सुरेंद्र शनिवार को इस रोड पर बाइक गड्ढे में गिरने से चोटिल हो गए। लोग हिसार से भादरा जाने के लिए लुदास, शाहपुर होते हुए या लुदास होकर आर्यनगर पहुंच रहे हैं।
पानी भरने से तीन प्रमुख सड़कें बंद
जलभराव के कारण गांवों के संपर्क मार्ग भी बंद हो रहे हैं। बहबलपुर से किराडा रोड पिछले दो सप्ताह से बंद है। इन गांवों के लोग वैकल्पिक रास्ते अपनाने को मजबूर हैं। बहबलपुर से जेवरा रोड भी 15 दिन से बंद है। दस से अधिक गांवों के लोग इस सड़क का इस्तेमाल करते थे। अब इन्हें सरसौद होकर जाना पड़ रहा है। सरसौद में भी नेशनल हाईवे पर पानी भरा है। शनिवार को मिर्जापुर से सुलखनी रोड को भी बंद कर दिया गया। लंबे समय से जलभराव के कारण सड़क के धंसने की आशंका बनी हुई है।
सड़कों पर बढ़ रहा पानी का स्तर
खरीफ की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। किसान अगली फसल की बिजाई की उम्मीद में जल्द से जल्द खेतों का पानी निकालना चाहते हैं। वे खुद ही पाइप लगाकर नालों और ड्रेन में पानी डाल रहे हैं। कुछ इलाकों पंप सेट लगाकर पानी को सड़कों की ओर निकाल रहे हैं। पानी का बहाव दाहिमा, भोजराज, लाडवा, रायपुर, शिकारपुर, सातरोड की ओर है। ऐसे में इन गांवों में हालात खराब हो रहे हैं।
किसान अपने खेतों को खाली करने के लिए जल्द से जल्द पानी निकालना चाहते हैं। इस कारण कुछ एरिया में सड़कों पर भी पानी आ गया है। सड़कों पर जलभराव के कारण उनको बंद किया है। जल्द से जल्द इन्हें चालू करने का प्रयास कर रहे हैं।
- रणबीर गंगवा, पीडब्ल्यूडी मंत्री, हरियाणा
जलभराव से जीना मुहाल
गांव के लोग जलभराव से परेशान हैं। खेतों और आबादी में पानी भर गया है। मकानों में दरारें आ रही हैं। फर्श धंसने लगे हैं। एक दीवार गिर चुकी है। - चंद्रकला, गांव दाहिमा
गांव में ड्रेन का पानी लगातार आ रहा है। इससे फसलें बर्बाद हो चुकी हैं। ग्रामीणों को निजी संसाधनों से पानी रोकने का प्रयास करना पड़ रहा है। कई ट्रॉली मिट्टी लानी पड़ी है। - बलवान सिंह, ग्रामीण
स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र जलमग्न होने के कारण बंद हैं। इस कारण पढ़ाई प्रभावित हो रही है। कई जगह सड़कों में गड्ढे होने से हादसों का भी खतरा बरकरार है। - विक्की धानिया, युवा
गांव में जलभराव के कारण रहना मुश्किल हो गया है। पानी में बहकर सांप भी आ रहे हैं। बेटे को मजदूरी करने के लिए शहर जाना पड़ रहा है। सरकार मुआवजा दे। - माया देवी, वृद्धा