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Kurukshetra News: समस्याओं का निदान न होने पर भड़कीं छात्राएं, छात्रावास के गेट पर जड़ा ताला
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संवाद न्यूज एजेंसी
कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में आ रही समस्याओं के चलते वीरवार को छात्राएं भड़क उठीं और जमकर हंगामा किया। नाराज छात्राओं ने छात्रावास के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया।
छात्राओं ने चीफ वार्डन पर वादाखिलाफी और धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कुलसचिव पर उनकी समस्याओं को अनसुना करने के आरोप लगाए। उनकी मांगों में पूरी रात पानी की उपलब्धता, छात्रावास पुस्तकालय को 24 घंटे खुलवाना, सेनेटरी पैड की व्यवस्था और पैड डिस्पोजल मशीनें लगवाना शामिल था। प्रदर्शन के बाद प्रशासन के आश्वासन पर गेट खोला गया।
एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई की उपाध्यक्ष प्रियंका यादव ने बताया कि एक सप्ताह पहले उन्होंने कुलसचिव विरेंद्र पाल को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था और कुलसचिव ने सात दिन में उन्हें आ रही समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया था लेकिन आठ दिन बीत जाने के बाद उनकी एक भी समस्या का हल नहीं हुआ तो उन्होंने मजबूरी में यह कदम उठाया है। प्रियंका ने बताया कि उनकी उक्त मांगें पूरी की जाएं। प्रशासन इन्हें पूरा करने के बजाय छात्राओं पर ही दबाव बनाने में लगा है।
छात्राएं 11 बजे छात्रावास गेट पर एकत्रित होने लगीं व साढ़े 11 बजे के करीब छात्रावास की चैकपोस्ट पर बने जालीदार गेट पर ताला लगा दिया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की। दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन के कारण छात्रावास में आवागमन ठप रहा। सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय प्रशासन और महिला चीफ वार्डन मौके पर पहुंची। उन्होंने छात्राओं से बातचीत की और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। छात्राएं लिखित में आश्वासन लेने पर अड़ी रही तो चीफ वार्डन ने उन्हें अपने साथ-साथ कार्यालय चलने की बात कही। इसके बाद छात्राओं ने गेट खोल दिया। इसी के साथ चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और तेज होगा।
प्रियंका, त्रिवेणी सैनी, कुसुम खटकड़, मनप्रीत नैन व अतीका का कहना है कि पानी की कमी और पुस्तकालय की सीमित समयावधि उनकी पढ़ाई में बाधा डाल रही है। सेनेटरी पैड और डिस्पोजल मशीनों की अनुपस्थिति स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या है।
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कुरुक्षेत्र। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में आ रही समस्याओं के चलते वीरवार को छात्राएं भड़क उठीं और जमकर हंगामा किया। नाराज छात्राओं ने छात्रावास के मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया और करीब दो घंटे तक प्रदर्शन किया।
छात्राओं ने चीफ वार्डन पर वादाखिलाफी और धमकाने का आरोप लगाया। उन्होंने कुलसचिव पर उनकी समस्याओं को अनसुना करने के आरोप लगाए। उनकी मांगों में पूरी रात पानी की उपलब्धता, छात्रावास पुस्तकालय को 24 घंटे खुलवाना, सेनेटरी पैड की व्यवस्था और पैड डिस्पोजल मशीनें लगवाना शामिल था। प्रदर्शन के बाद प्रशासन के आश्वासन पर गेट खोला गया।
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एबीवीपी की विश्वविद्यालय इकाई की उपाध्यक्ष प्रियंका यादव ने बताया कि एक सप्ताह पहले उन्होंने कुलसचिव विरेंद्र पाल को सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था और कुलसचिव ने सात दिन में उन्हें आ रही समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन दिया था लेकिन आठ दिन बीत जाने के बाद उनकी एक भी समस्या का हल नहीं हुआ तो उन्होंने मजबूरी में यह कदम उठाया है। प्रियंका ने बताया कि उनकी उक्त मांगें पूरी की जाएं। प्रशासन इन्हें पूरा करने के बजाय छात्राओं पर ही दबाव बनाने में लगा है।
छात्राएं 11 बजे छात्रावास गेट पर एकत्रित होने लगीं व साढ़े 11 बजे के करीब छात्रावास की चैकपोस्ट पर बने जालीदार गेट पर ताला लगा दिया और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए और मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की। दो घंटे तक चले इस प्रदर्शन के कारण छात्रावास में आवागमन ठप रहा। सूचना मिलने पर विश्वविद्यालय प्रशासन और महिला चीफ वार्डन मौके पर पहुंची। उन्होंने छात्राओं से बातचीत की और उनकी मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। छात्राएं लिखित में आश्वासन लेने पर अड़ी रही तो चीफ वार्डन ने उन्हें अपने साथ-साथ कार्यालय चलने की बात कही। इसके बाद छात्राओं ने गेट खोल दिया। इसी के साथ चेतावनी दी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और तेज होगा।
प्रियंका, त्रिवेणी सैनी, कुसुम खटकड़, मनप्रीत नैन व अतीका का कहना है कि पानी की कमी और पुस्तकालय की सीमित समयावधि उनकी पढ़ाई में बाधा डाल रही है। सेनेटरी पैड और डिस्पोजल मशीनों की अनुपस्थिति स्वच्छता और स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या है।