{"_id":"681d0be6036b481e730931c2","slug":"museum-work-got-a-new-dimension-balwan-singh-kurukshetra-news-c-45-1-sknl1005-135394-2025-05-09","type":"story","status":"publish","title_hn":"संग्रहालय कार्यों को मिला नया आयाम : बलवान सिंह","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
संग्रहालय कार्यों को मिला नया आयाम : बलवान सिंह
विज्ञापन


Trending Videos
कुरुक्षेत्र। श्रीकृष्ण संग्रहालय में वर्तमान में चल रहे क्यूरेशन, डिजाइनिंग एवं विकास के कार्यों में प्रशिक्षु विद्यार्थियों का योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है। निफ्ट पंचकूला एवं चंडीगढ़. यूनिवर्सिटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से आए हुए प्रशिक्षु विद्यार्थियों ने संग्रहालय की कलात्मक छवि को और अधिक सुदृढ़ एवं दर्शनीय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह जानकारी संग्रहालय प्रभारी बलवान सिंह ने दी है।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में निफ्ट (राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान) पंचकूला की अनुजा बामल, जो मास्टर ऑफ डिजाइन कार्यक्रम की छात्रा हैं, श्रीकृष्ण संग्रहालय में जनवरी से अप्रैल तक की प्रशिक्षु अवधि पर कार्यरत हैं। उन्होंने विविध प्रकार के क्यूरेटोरियल एवं डिजाइन संबंधी कार्यों में संग्रहालय को सहयोग प्रदान किया। अनुजा द्वारा संग्रहालय परिसर के लिए महाभारत, श्रीकृष्ण एवं कुरुक्षेत्र जैसे विषयों पर आधारित आकर्षक डिजाइन प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें से कई पर वर्तमान में कार्य प्रगति पर है।
प्रस्तावित योजनाओं में अभिमन्यु चक्रव्यूह, गीता उपदेश, विराट विश्वरूप दर्शन, महाभारत के प्रमुख योद्धाओं की ध्वजाएं एवं धनुर्विद्या विषयक मनोरंजक दृश्यों का निर्माण सम्मिलित है, साथ ही, संग्रहालय परिसर में स्थित बोधगया से लाए गए बोधिवृक्ष (पीपल) के चारों ओर आगंतुकों के ध्यान हेतु बैठने की परिकल्पना की गई है, जिस पर अनुजा का शोध एवं डिजाइनिंग में उल्लेखनीय योगदान रहा है।
इसके अतिरिक्त, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली के ललित कला विभाग से कल्पना तथा कुश पिंदर कौर नामक दो छात्राएं भी दिसंबर 2024 से मई 2025 तक छह माह की प्रशिक्षु अवधि हेतु संग्रहालय में कार्य कर रही हैं। इन विद्यार्थियों ने संरक्षण, पुनर्स्थापन एवं क्यूरेशन जैसे क्षेत्रों में संग्रहालय की परियोजनाओं में सशक्त भागीदारी निभाई है।
विज्ञापन
Trending Videos
उन्होंने बताया कि वर्तमान में निफ्ट (राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान) पंचकूला की अनुजा बामल, जो मास्टर ऑफ डिजाइन कार्यक्रम की छात्रा हैं, श्रीकृष्ण संग्रहालय में जनवरी से अप्रैल तक की प्रशिक्षु अवधि पर कार्यरत हैं। उन्होंने विविध प्रकार के क्यूरेटोरियल एवं डिजाइन संबंधी कार्यों में संग्रहालय को सहयोग प्रदान किया। अनुजा द्वारा संग्रहालय परिसर के लिए महाभारत, श्रीकृष्ण एवं कुरुक्षेत्र जैसे विषयों पर आधारित आकर्षक डिजाइन प्रस्तुत किए गए हैं, जिनमें से कई पर वर्तमान में कार्य प्रगति पर है।
विज्ञापन
विज्ञापन
प्रस्तावित योजनाओं में अभिमन्यु चक्रव्यूह, गीता उपदेश, विराट विश्वरूप दर्शन, महाभारत के प्रमुख योद्धाओं की ध्वजाएं एवं धनुर्विद्या विषयक मनोरंजक दृश्यों का निर्माण सम्मिलित है, साथ ही, संग्रहालय परिसर में स्थित बोधगया से लाए गए बोधिवृक्ष (पीपल) के चारों ओर आगंतुकों के ध्यान हेतु बैठने की परिकल्पना की गई है, जिस पर अनुजा का शोध एवं डिजाइनिंग में उल्लेखनीय योगदान रहा है।
इसके अतिरिक्त, चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी मोहाली के ललित कला विभाग से कल्पना तथा कुश पिंदर कौर नामक दो छात्राएं भी दिसंबर 2024 से मई 2025 तक छह माह की प्रशिक्षु अवधि हेतु संग्रहालय में कार्य कर रही हैं। इन विद्यार्थियों ने संरक्षण, पुनर्स्थापन एवं क्यूरेशन जैसे क्षेत्रों में संग्रहालय की परियोजनाओं में सशक्त भागीदारी निभाई है।