चंडीगढ़। पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के एक मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पंजाब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर राकेश कुमार सिंगला, उसकी पत्नी रचना सिंगला और उसके पुत्र स्वराज सिंगला एवं सिद्धार्थ सिंगला की 8 संपत्तियां और तीन बैंक खाते जब्त किए हैं। यह कार्रवाई आरोपियों के विरुद्ध चल रहे आपराधिक मामलों में अदालत द्वारा जारी आदेशों के बाद की गई है।
विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य बनाम राकेश कुमार सिंगला एवं अन्य शीर्षक के तहत 19 अप्रैल 2023 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम और आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज एफआईआर से संबंधित चल रहे मुकदमे के दौरान लुधियाना की अदालत द्वारा जब्ती का आदेश जारी किया गया। जब्त संपत्तियों में खन्ना स्थित जीटी रोड पर पटवारखाना के नजदीक द सेलिब्रेशन बाजार में पांच वाणिज्यिक दुकानें शामिल हैं। ये सभी दुकानें 30 जून 2021 को वसीका नंबरों के अंतर्गत रजिस्टर्ड करवाई गई थीं। इसके अतिरिक्त जब्त अन्य संपत्तियों में सेक्टर-48 चंडीगढ़ में एक फ्लैट नंबर 304, मुल्लांपुर (मोहाली) स्थित इंटरनेशनल ट्रेड टावर में एक कार्यालय और ओमैक्स प्रोजेक्ट मोहाली में लेक कॉमर्शियल प्रोजेक्ट में एक एससीओ भी शामिल है।
इसके अलावा ब्यूरो ने रचना सिंगला को उपरोक्त संपत्तियों से किराये के रूप में प्राप्त हुए 1,08,44,785 रुपये का बैंक बैलेंस और स्वराज सिंगला और सिद्धार्थ सिंगला को अन्य संपत्तियों से किराये के रूप में प्राप्त 14,32,992 रुपये और 16,25,088 रुपये भी जब्त कर लिए हैं। अदालत ने 15 सितंबर 2025 को जारी अपने आदेश में उपरोक्त आरोपियों और उनके कानूनी वारिसों, वकीलों आदि को इस केस के दौरान इन संपत्तियों को हस्तांतरित या गिरवी रखने से रोक दिया था। यह कार्रवाई राकेश कुमार सिंगला द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान ज्ञात स्रोतों से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की व्यापक जांच का हिस्सा है।
प्रवक्ता ने बताया कि विजिलेंस ब्यूरो ने पहले सिंगला की एक आपराधिक साजिश में संलिप्तता का पता लगने पर एफआईआर दर्ज की थी। इसका उल्लेख पहले 16 अगस्त 2022 को दर्ज एफआईआर नंबर-11 में किया गया था जिसमें सिंगला पर भ्रष्टाचार और गबन का आरोप लगाया गया था। जांच के दौरान पता चला कि उसने भ्रष्टाचार से प्राप्त धनराशि का उपयोग करके अपने पारिवारिक सदस्यों के नाम पर अवैध तरीके से संपत्तियां खरीदीं। लुधियाना निवासी आरोपी सिंगला और उसकी पत्नी कानून की कार्रवाई से बच रहे हैं, जिस कारण अदालत ने उन्हें भगोड़ा अपराधी घोषित कर दिया है।