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Rewari News: अब से नहीं मिलेंगे ओपीडी के बाहर मरीज को कहीं ले जाने के लिए व्हीलचेयर
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रोहतक। पीजीआई में मरीजों को एक-स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए ई-रिक्शा सुविधा उपलब्ध है लेकिन फिर भी स्ट्रेचर य व्हीलचेयर का उपयोग किया जाता है। मरीजों के लिए ओपीडी व इमरजेंसी के बाहर एक ई-रिक्शा तैनात रहती है। यह मरीजों के लिए निशुल्क उपलब्ध है।
इसकी जानकारी पीजीआई निदेशक डॉ एसके सिंघल ने दी। वे रविवार को चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में हरिओम सेवा की तरफ से दान की गई 15 व्हील चेयर के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे।
उन्होंने मरीजों के परिजनों से इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील की। हरिओम सेवा दल की ओर से मिली 15 व्हील चेयर मरीजों को ओपीडी में आवागमन में सहायता करेगी। उन्होंने बताया कि मरीज के परिजन व्हीलचेयर को कहीं भी छोड़ देते हैं जिसके चलते ओपीडी में मरीजों को कमी का सामना करना पड़ता है।
कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि व्हीलचेयर को ओपीडी से बाहर न ले जाने दिया जाए। ई-रिक्शा के माध्यम से ही मरीज को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट करवाया जाए और वहां की व्हीलचेयर से मरीज को चिकित्सा कमरे तक ले जाया जाए।
इस दौरान महेश माहला, रामनिवास, हरिओम सेवादल के अध्यक्ष आशीष जैन, जनरल सेक्रेटरी अश्विनी पाहवा, फाउंडर संजय खुराना, दानकर्ता यशपाल गोयल, सुधीर व अन्य मौजूद रहे।

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इसकी जानकारी पीजीआई निदेशक डॉ एसके सिंघल ने दी। वे रविवार को चौधरी रणबीर सिंह ओपीडी में हरिओम सेवा की तरफ से दान की गई 15 व्हील चेयर के अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर बोल रहे थे।
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उन्होंने मरीजों के परिजनों से इस सुविधा का लाभ उठाने की अपील की। हरिओम सेवा दल की ओर से मिली 15 व्हील चेयर मरीजों को ओपीडी में आवागमन में सहायता करेगी। उन्होंने बताया कि मरीज के परिजन व्हीलचेयर को कहीं भी छोड़ देते हैं जिसके चलते ओपीडी में मरीजों को कमी का सामना करना पड़ता है।
कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि व्हीलचेयर को ओपीडी से बाहर न ले जाने दिया जाए। ई-रिक्शा के माध्यम से ही मरीज को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट करवाया जाए और वहां की व्हीलचेयर से मरीज को चिकित्सा कमरे तक ले जाया जाए।
इस दौरान महेश माहला, रामनिवास, हरिओम सेवादल के अध्यक्ष आशीष जैन, जनरल सेक्रेटरी अश्विनी पाहवा, फाउंडर संजय खुराना, दानकर्ता यशपाल गोयल, सुधीर व अन्य मौजूद रहे।