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Sirsa News: कटाव पर 20 घंटे बाद पाया काबू, 1000 एकड़ फसल डूबी
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चोपटा। हिसार घग्गर ड्रेन किसान दुरुस्त करते हुए। संवाद
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चोपटा। हिसार घग्गर ड्रेन सेमनाला फतेहाबाद जिले के गांव जंडवाला बांगड व चोपटा क्षेत्र के गांव चाहरवाला के समीप बुधवार रात को अचानक टूट गया। इससे जंडवाला बागड़ व शक्करमंदोरी के खेतों में 1000 एकड़ में खड़ी फसल जलभराव से डूब गई है। सेमनाले में आए कटाव को 20 घंटे में कड़ी मेहनत से ग्रामीणों की मदद से काबू पाया गया।
सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए फतेहाबाद व सिरसा जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। इन गांवों में एक सप्ताह पूर्व भी हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी। हिसार घग्गर ड्रेन में बुधवार रात्रि करीबन 7 बजे 60 फीट कटाव हो गया। इससे खेतों की तरफ तेजी से पानी बढ़ने लगा। इसकी सूचना ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को दी।
वीरवार सुबह से सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए कार्य शुरू कर दिया। इसके बाद दोपहर तीन बजे हिसार घग्गर ड्रेन में आए कटाव को रोका गया।
तीन गांवों की डूबी फसल
हिसार घग्गर ड्रेन टूटने से चाहरवाला, शक्करमंदोरी व जंडवाला बागड़ के किसानों की करीबन एक हजार एकड़ में फसल डूब गई। किसानों ने यहां पर नरमा, कपास, मंगू, ग्वार व बाजरी की बिजाई की हुई थी। किसान जगदीश, रामकुमार व राय सिंह ने बताया कि बारिश से पहले भी फसलों में नुकसान था। अब खेतों में जलभराव हो गया। इससे अब अगली फसल बिजाई करने में परेशानी आएगी। क्योंकि सेम की समस्या होने पर पानी कई दिनों से खड़ा रहेगा।
ग्रामीणों और मजदूरों ने की मदद
सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए ग्रामीण व मनरेगा मजदूरों की मदद ली गई। कटाव को रोकने के लिए एकत्रित लोगों के लिए चाय व पानी के कैंपर उपलब्ध करवाए। रघुबीर कड़वासरा ने बताया कि सेमनाले पर कटाव वाले जगह पर चाय पानी की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कटाव को समय पर बांधा जा सके।
कई बार टूटा सेमनाला
गौरतलब है कि इससे पहले सिरसा जिले के गांव मोडिया खेड़ा में हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी। उस दौरान नरमा व धान की करीबन 1000 एकड़ फसल डूब गई थी। इसके बाद शंकरमंदौरी, शाहपुर के आसपास टूट गई थी। जलस्तर बढ़े होने के कारण यह ड्रेन कई बार टूटी है।

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सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए फतेहाबाद व सिरसा जिले के प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। इन गांवों में एक सप्ताह पूर्व भी हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी। हिसार घग्गर ड्रेन में बुधवार रात्रि करीबन 7 बजे 60 फीट कटाव हो गया। इससे खेतों की तरफ तेजी से पानी बढ़ने लगा। इसकी सूचना ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को दी।
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वीरवार सुबह से सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे हुए हैं। सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए कार्य शुरू कर दिया। इसके बाद दोपहर तीन बजे हिसार घग्गर ड्रेन में आए कटाव को रोका गया।
तीन गांवों की डूबी फसल
हिसार घग्गर ड्रेन टूटने से चाहरवाला, शक्करमंदोरी व जंडवाला बागड़ के किसानों की करीबन एक हजार एकड़ में फसल डूब गई। किसानों ने यहां पर नरमा, कपास, मंगू, ग्वार व बाजरी की बिजाई की हुई थी। किसान जगदीश, रामकुमार व राय सिंह ने बताया कि बारिश से पहले भी फसलों में नुकसान था। अब खेतों में जलभराव हो गया। इससे अब अगली फसल बिजाई करने में परेशानी आएगी। क्योंकि सेम की समस्या होने पर पानी कई दिनों से खड़ा रहेगा।
ग्रामीणों और मजदूरों ने की मदद
सेमनाले में आए कटाव को रोकने के लिए ग्रामीण व मनरेगा मजदूरों की मदद ली गई। कटाव को रोकने के लिए एकत्रित लोगों के लिए चाय व पानी के कैंपर उपलब्ध करवाए। रघुबीर कड़वासरा ने बताया कि सेमनाले पर कटाव वाले जगह पर चाय पानी की व्यवस्था की जा रही है, ताकि कटाव को समय पर बांधा जा सके।
कई बार टूटा सेमनाला
गौरतलब है कि इससे पहले सिरसा जिले के गांव मोडिया खेड़ा में हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी। उस दौरान नरमा व धान की करीबन 1000 एकड़ फसल डूब गई थी। इसके बाद शंकरमंदौरी, शाहपुर के आसपास टूट गई थी। जलस्तर बढ़े होने के कारण यह ड्रेन कई बार टूटी है।