{"_id":"68c32751dc734f48420f8e3f","slug":"four-kanal-land-in-maid-is-in-the-grip-of-landslide-administration-provided-seven-tarpaulins-to-cover-it-hamirpur-hp-news-c-94-1-hmp1004-166470-2025-09-12","type":"story","status":"publish","title_hn":"Hamirpur (Himachal) News: मैड़ में चार कनाल जमीन भूस्खलन की चपेट में, प्रशासन ने ढकने को दिए सात तिरपाल","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Hamirpur (Himachal) News: मैड़ में चार कनाल जमीन भूस्खलन की चपेट में, प्रशासन ने ढकने को दिए सात तिरपाल
संवाद न्यूज एजेंसी, हमीरपुर (हि. प्र.)
Updated Fri, 12 Sep 2025 01:17 AM IST
विज्ञापन

मैड़ गांव में दरकी जमीन का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी। जागरूक पाठक।
विज्ञापन
हमीरपुर। पंचायत पांडवी के मैड़ गांव में प्राथमिक पाठशाला के साथ लगते खेल मैदान के समीप भारी भूस्खलन की जगह को तिरपाल से ढका जाएगा। यहां पर प्रभावित छह परिवारों को सात तिरपाल प्रशासन ने दिए हैं।
वहीं, यहां पर बारिश के पानी की निकासी के लिए छोटी नालियां फौरी तौर पर निकालने की हिदायत दी गई है, ताकि यहां पर जमीन न दरके और बारिश में घरों को खतरा न रहे। अधिकारियों ने निरीक्षण में पाया है कि करीब चार कनाल भूमि भूस्खलन की चपेट में आई है। यहां पर बांस का एक बड़ा झुंड भी उखड़ गया है।
वीरवार को एसडीएम हमीरपुर संजीत सिंह, तहसीलदरार सुभाष और भूसंरक्षण से संबंधित विभाग के अधिकारी भी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान प्रभावित और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। वहीं, खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यहां पर जमीन का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण करवाने की सिफारिश पहले ही की जा चुकी है। पिछले तीन दिन से यहां पर भूस्खलन से लोगों की निजी भूमि बर्बाद हो गई है।
सरकारी प्राथमिक स्कूल के बगल में यह भूस्खलन हुआ है, जिससे छह परिवारों के मकान और एक गोशाला को खतरा पैदा हो गया है। वहीं, बुधवार रात और वीरवार सुबह हुई बारिश ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने ग्रामीणों को यहां पर फौरी तौर पर जमीन को तिरपाल से ढकने और बारिश के पानी की निकासी के लिए नालियां बनाने की हिदायत दी है, ताकि इस जगह पर एक साथ पानी का रिसाव अथवा जमाव न हो। हालांकि, बाद में यहां पर डंगों का निर्माण भूसंरक्षण के माध्यम से किया जाएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि इस मामले में बीते कल मुख्यमंत्री सुक्खू को अवगत करवा दिया गया था और उनके दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रशासन ने भी आज दौरा किया है। इस दौरान भूसंरक्षण से संबंधित अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और तुरंत राहत पहुंचाई। जमीन को तिरपालों से ढकने का प्रशासन की तरफ से पूरा प्रबंध कर दिया गया है और आगे इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
कोट
मौके का निरीक्षण किया गया है। सात तिरपाल प्रभावितों को दिए गए हैं, ताकि यहां पर जमीन को भूस्खलन से बचाया जा सके। इस जगह का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण भी करवाया जाना प्रस्तावित है, लेकिन फौरी तौर पर बारिश से जमीन को नुकसान न हो, इसके लिए नालियां बनाने को कहा गया है। यहां पर करीब चार कनाल भूमि भूस्खलन की चपेट में आई है।
-संजीत सिंह, एसडीएम हमीरपुर

Trending Videos
वहीं, यहां पर बारिश के पानी की निकासी के लिए छोटी नालियां फौरी तौर पर निकालने की हिदायत दी गई है, ताकि यहां पर जमीन न दरके और बारिश में घरों को खतरा न रहे। अधिकारियों ने निरीक्षण में पाया है कि करीब चार कनाल भूमि भूस्खलन की चपेट में आई है। यहां पर बांस का एक बड़ा झुंड भी उखड़ गया है।
विज्ञापन
विज्ञापन
वीरवार को एसडीएम हमीरपुर संजीत सिंह, तहसीलदरार सुभाष और भूसंरक्षण से संबंधित विभाग के अधिकारी भी मौके पर निरीक्षण के लिए पहुंचे। इस दौरान प्रभावित और स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। वहीं, खतरे को देखते हुए प्रशासन ने यहां पर जमीन का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण करवाने की सिफारिश पहले ही की जा चुकी है। पिछले तीन दिन से यहां पर भूस्खलन से लोगों की निजी भूमि बर्बाद हो गई है।
सरकारी प्राथमिक स्कूल के बगल में यह भूस्खलन हुआ है, जिससे छह परिवारों के मकान और एक गोशाला को खतरा पैदा हो गया है। वहीं, बुधवार रात और वीरवार सुबह हुई बारिश ने लोगों की चिंता को बढ़ा दिया है। अधिकारियों ने ग्रामीणों को यहां पर फौरी तौर पर जमीन को तिरपाल से ढकने और बारिश के पानी की निकासी के लिए नालियां बनाने की हिदायत दी है, ताकि इस जगह पर एक साथ पानी का रिसाव अथवा जमाव न हो। हालांकि, बाद में यहां पर डंगों का निर्माण भूसंरक्षण के माध्यम से किया जाएगा।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. पुष्पेंद्र वर्मा ने कहा कि इस मामले में बीते कल मुख्यमंत्री सुक्खू को अवगत करवा दिया गया था और उनके दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रशासन ने भी आज दौरा किया है। इस दौरान भूसंरक्षण से संबंधित अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और तुरंत राहत पहुंचाई। जमीन को तिरपालों से ढकने का प्रशासन की तरफ से पूरा प्रबंध कर दिया गया है और आगे इसकी रोकथाम के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
कोट
मौके का निरीक्षण किया गया है। सात तिरपाल प्रभावितों को दिए गए हैं, ताकि यहां पर जमीन को भूस्खलन से बचाया जा सके। इस जगह का भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण भी करवाया जाना प्रस्तावित है, लेकिन फौरी तौर पर बारिश से जमीन को नुकसान न हो, इसके लिए नालियां बनाने को कहा गया है। यहां पर करीब चार कनाल भूमि भूस्खलन की चपेट में आई है।
-संजीत सिंह, एसडीएम हमीरपुर
मैड़ गांव में दरकी जमीन का निरीक्षण करने पहुंचे अधिकारी। जागरूक पाठक।