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Mandi News: ‘दिव्यांगों की प्रतिशतता घटाने का लगाया आरोप’
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मंडी में हिमालय दिव्यांग कल्याण संस्था की बैठक में उठाए मुद्दे
संवाद न्यूज एजेंसी
मंडी। हिमालय दिव्यांग कल्याण संस्था की बैठक में हिम बस कार्ड में दिव्यांगता प्रतिशत कम करने का एचआरटीसी पर आरोप लगाया है। 100 प्रतिशत दिव्यांगता वालों को 70 प्रतिशत और 60 प्रतिशत वालों को 40-45 प्रतिशत में दिखाया जा रहा है। इसके साथ उन्होंने महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान निशुल्क स्टाॅल की भी मांग की है। हिमालय दिव्यांग कल्याण संस्था की मासिक बैठक मंगलवार को भूतनाथ मंदिर परिसर में हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान हेमलता पठानिया की। इसमें जिलेभर के दिव्यांगों ने भाग लिया।
बैठक में सरकार की नीतियों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए अपनी समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से रखा। जिला प्रधान हेमलता पठानिया ने दिव्यांगों के सरकार की ओर से बनाए जा रहे हिम-बस कार्ड पर गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब पहले से ही निशुल्क यूडीआईडी कार्ड बने हुए हैं, तो नए कार्डों की क्या आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि एचआरटीसी बस अड्डों पर बन रहे इन कार्डों में दिव्यांगता का प्रतिशत गलत दर्ज किया जा रहा है।
इससे सबसे बड़ी मार उन दिव्यांगों पर पड़ी है जिन्हें हेल्पर की आवश्यकता होती है, प्रतिशतता कम होने से अब उनके सहायक को बस किराए में छूट की मान्यता नहीं मिल पाएगी। बैठक में यह मुद्दा भी उठाया गया कि गत छह से आठ महीनों से दिव्यांगों को मिलने वाली सहारा पेंशन बंद पड़ी है। इसके अतिरिक्त, दिव्यांगों ने आगामी अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान प्रशासन से निशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराने की मांग की है। दिव्यांगों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनके साथ हो रहे सौतेले व्यवहार को बंद नहीं किया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर ज्ञान चंद, मीनाल ठाकुर, भीम राणा, सुनील कुमार, प्रेमी देवी और उमेश कुमार उपस्थित रहे। संवाद
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संवाद न्यूज एजेंसी
मंडी। हिमालय दिव्यांग कल्याण संस्था की बैठक में हिम बस कार्ड में दिव्यांगता प्रतिशत कम करने का एचआरटीसी पर आरोप लगाया है। 100 प्रतिशत दिव्यांगता वालों को 70 प्रतिशत और 60 प्रतिशत वालों को 40-45 प्रतिशत में दिखाया जा रहा है। इसके साथ उन्होंने महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान निशुल्क स्टाॅल की भी मांग की है। हिमालय दिव्यांग कल्याण संस्था की मासिक बैठक मंगलवार को भूतनाथ मंदिर परिसर में हुई। बैठक की अध्यक्षता जिला प्रधान हेमलता पठानिया की। इसमें जिलेभर के दिव्यांगों ने भाग लिया।
बैठक में सरकार की नीतियों के विरुद्ध हुंकार भरते हुए अपनी समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से रखा। जिला प्रधान हेमलता पठानिया ने दिव्यांगों के सरकार की ओर से बनाए जा रहे हिम-बस कार्ड पर गहरा रोष व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब पहले से ही निशुल्क यूडीआईडी कार्ड बने हुए हैं, तो नए कार्डों की क्या आवश्यकता है। उन्होंने आरोप लगाया कि एचआरटीसी बस अड्डों पर बन रहे इन कार्डों में दिव्यांगता का प्रतिशत गलत दर्ज किया जा रहा है।
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इससे सबसे बड़ी मार उन दिव्यांगों पर पड़ी है जिन्हें हेल्पर की आवश्यकता होती है, प्रतिशतता कम होने से अब उनके सहायक को बस किराए में छूट की मान्यता नहीं मिल पाएगी। बैठक में यह मुद्दा भी उठाया गया कि गत छह से आठ महीनों से दिव्यांगों को मिलने वाली सहारा पेंशन बंद पड़ी है। इसके अतिरिक्त, दिव्यांगों ने आगामी अंतरराष्ट्रीय महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान प्रशासन से निशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराने की मांग की है। दिव्यांगों ने चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने उनके साथ हो रहे सौतेले व्यवहार को बंद नहीं किया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे। इस अवसर पर ज्ञान चंद, मीनाल ठाकुर, भीम राणा, सुनील कुमार, प्रेमी देवी और उमेश कुमार उपस्थित रहे। संवाद