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Mandi News: क्लस्टर सिस्टम का प्राथमिक शिक्षकों ने किया विरोध
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शिक्षकों की स्वायत्तता और गरिमा पर पहुंचेगा आघात : चेतन सोनी
संवाद न्यूज एजेंसी
गोहर (मंडी)। प्राथमिक शिक्षक संघ चच्योट-2 ने प्रदेश सरकार की ओर से जारी क्लस्टर सिस्टम का विरोध जताया है। संघ के अध्यक्ष चेतन सोनी, महासचिव खेम सिंह एवं समस्त कार्यकारिणी ने प्रेस बयान में इसे शिक्षा व्यवस्था के लिए अव्यावहारिक और शिक्षक विरोधी करार दिया।
संघ पदाधिकारियों के अनुसार सरकार ने हाल ही में जारी पत्र में प्राथमिक विद्यालयों को क्लस्टर प्रणाली के अंतर्गत प्रधानाचार्य के अधीन करने का प्रावधान किया है। संघ का कहना है कि यह प्रणाली न केवल व्यावहारिक कठिनाइयों से भरी है बल्कि इससे शिक्षकों की स्वायत्तता और गरिमा पर भी आघात पहुंचेगा। इसके अतिरिक्त संघ ने पहले से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की शर्त थोपे जाने को भी अनुचित बताया है। संघ के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की आड़ में सेवा में पहले से कार्यरत शिक्षकों को नई शर्तों में बाध्य करना न्यायसंगत नहीं है।
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो चच्योट-2 खंड स्तर पर विरोध प्रदर्शन आरंभ करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपनी आपत्ति सरकार तक पहुंचाने के लिए सभी माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। शिक्षक संघ ने सरकार से अपील की है कि वह शिक्षकों की भावनाओं और सम्मान का ध्यान रखते हुए इस आदेश को तत्काल निरस्त करे अन्यथा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पड़ेगा। संवाद

संवाद न्यूज एजेंसी
गोहर (मंडी)। प्राथमिक शिक्षक संघ चच्योट-2 ने प्रदेश सरकार की ओर से जारी क्लस्टर सिस्टम का विरोध जताया है। संघ के अध्यक्ष चेतन सोनी, महासचिव खेम सिंह एवं समस्त कार्यकारिणी ने प्रेस बयान में इसे शिक्षा व्यवस्था के लिए अव्यावहारिक और शिक्षक विरोधी करार दिया।
संघ पदाधिकारियों के अनुसार सरकार ने हाल ही में जारी पत्र में प्राथमिक विद्यालयों को क्लस्टर प्रणाली के अंतर्गत प्रधानाचार्य के अधीन करने का प्रावधान किया है। संघ का कहना है कि यह प्रणाली न केवल व्यावहारिक कठिनाइयों से भरी है बल्कि इससे शिक्षकों की स्वायत्तता और गरिमा पर भी आघात पहुंचेगा। इसके अतिरिक्त संघ ने पहले से कार्यरत शिक्षकों पर टीईटी की शर्त थोपे जाने को भी अनुचित बताया है। संघ के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों की आड़ में सेवा में पहले से कार्यरत शिक्षकों को नई शर्तों में बाध्य करना न्यायसंगत नहीं है।
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संघ ने चेतावनी दी है कि यदि यह आदेश वापस नहीं लिया गया तो चच्योट-2 खंड स्तर पर विरोध प्रदर्शन आरंभ करेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अपनी आपत्ति सरकार तक पहुंचाने के लिए सभी माध्यमों का प्रयोग किया जाएगा। शिक्षक संघ ने सरकार से अपील की है कि वह शिक्षकों की भावनाओं और सम्मान का ध्यान रखते हुए इस आदेश को तत्काल निरस्त करे अन्यथा सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पड़ेगा। संवाद