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Una News: दलित अत्याचार के मामलों पर चर्चा
संवाद न्यूज एजेंसी, ऊना
Updated Mon, 15 Sep 2025 05:58 AM IST
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ऊना। दलित मानवाधिकार अभियान के तहत रविवार को ऊना में राज्य स्तरीय लीगल क्लीनिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन से दलित अत्याचार के केसों पर विधिवत रूप से चर्चा की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में एससी एसटी आयोग के सदस्य अधिवक्ता विजय डोगरा और विशेष रूप से सेवानिवृत्त जज कमल जीत सिंह ने की। कार्यक्रम है बलात्कार, जानलेवा हमला, भूमि विवाद, जाति आधारित, आर्थिक अपराध जैसे जघन्य अपराध के हिमाचल के 15 केसों को शामिल किया गया।
कार्यक्रम में सभी केसों के पीड़ित एवं उनके गवाह उपस्थित रहे। सभी 15 केसों की सुनवाई कार्यक्रम में उपस्थित ज्यूरी ने पीड़ित को सरलतापूर्वक न्याय सुलभ हो सके, उसके लिए मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के संचालक राज्य सचिव राज महे ने कहा कि प्रदेश में दलितों को कई मंदिरों में जाने से मनाही है। कुल्लू जिले के कई गांवों में दलितों को घर छूने तक की मनाही है। कहा कि मंडी के कई स्कूलों में दलित बच्चों को मिड-डे मील में अलग बिठाया जाता है, जिला किन्नौर में दलितों से जबरन नगाड़ा बजवाया जाता है। प्रदेश के कई गांव में दलित समाज के लिए रास्ते अलग बनाए गए हैं और श्मशानघाट तक अलग बनाए गए। विजय डोगरा कहा कि कार्यक्रम में जिन केसों पर चर्चा हुई है, उस पर आयोग कि तरफ से कार्रवाई की जाएगी। संवाद

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कार्यक्रम में सभी केसों के पीड़ित एवं उनके गवाह उपस्थित रहे। सभी 15 केसों की सुनवाई कार्यक्रम में उपस्थित ज्यूरी ने पीड़ित को सरलतापूर्वक न्याय सुलभ हो सके, उसके लिए मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के संचालक राज्य सचिव राज महे ने कहा कि प्रदेश में दलितों को कई मंदिरों में जाने से मनाही है। कुल्लू जिले के कई गांवों में दलितों को घर छूने तक की मनाही है। कहा कि मंडी के कई स्कूलों में दलित बच्चों को मिड-डे मील में अलग बिठाया जाता है, जिला किन्नौर में दलितों से जबरन नगाड़ा बजवाया जाता है। प्रदेश के कई गांव में दलित समाज के लिए रास्ते अलग बनाए गए हैं और श्मशानघाट तक अलग बनाए गए। विजय डोगरा कहा कि कार्यक्रम में जिन केसों पर चर्चा हुई है, उस पर आयोग कि तरफ से कार्रवाई की जाएगी। संवाद
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