डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Harendra Chaudhary
Updated Tue, 01 Jun 2021 08:00 PM IST
कोरोना काल में केवल कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज की प्राथमिकता में अन्य बीमार लोगों के इलाज में भारी परेशानी आ रही थी। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर को दिखाने या टीका लगवाने में भी मुश्किलें आ रही थीं। महिलाओं की इसी परेशानी को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक हेल्पलाइन की शुरुआत कर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने या डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए एक हेल्पलाइन की शुरुआत की थी। अब तक इस नंबर पर 834 गर्भवती महिलाओं ने कॉल कर सहायता मांगी और इन सभी को मदद उपलब्ध कराई गई।
गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्पलाइन
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए एक 24 घंटे चलने वाली हेल्पलाइन (93549-54224) की शुरुआत 29 अप्रैल को की गई थी। इस हेल्पलाइन को शुरू करने के पीछे कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने और इस दौरान उन्हें कोई कष्ट न होने देने की मंशा शामिल थी। खबरें थीं कि कोरोना को मिल रही प्राथमिकताओं के चलते गर्भवती महिलाओं की उपेक्षा हो रही है और इस दौरान उन्हें उचित चिकित्सकीय मदद नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल से शुरू हुई इस हेल्पलाइन में अब तक 834 गर्भवती महिलाओं ने कॉल किया है जिसमें आपातकाल में उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें टेलीमेडिसिन के जरिये चिकित्सकीय मदद पहुंचाने की जरूरत शामिल थी। कहीं महिलाओं ने एम्बुलेंस की मदद मांगी तो किसी ने डॉक्टरों से अपने लगने वाले टीकों की उपलब्धता और समय को लेकर जानकारी हासिल की। उन्होंने बताया कि कॉल करने वाली सभी महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार मदद पहुंचाई गई।
विस्तार
कोरोना काल में केवल कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज की प्राथमिकता में अन्य बीमार लोगों के इलाज में भारी परेशानी आ रही थी। इस दौरान गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर को दिखाने या टीका लगवाने में भी मुश्किलें आ रही थीं। महिलाओं की इसी परेशानी को देखते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक हेल्पलाइन की शुरुआत कर गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने या डॉक्टरों से सलाह लेने के लिए एक हेल्पलाइन की शुरुआत की थी। अब तक इस नंबर पर 834 गर्भवती महिलाओं ने कॉल कर सहायता मांगी और इन सभी को मदद उपलब्ध कराई गई।
गर्भवती महिलाओं के लिए हेल्पलाइन
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए एक 24 घंटे चलने वाली हेल्पलाइन (93549-54224) की शुरुआत 29 अप्रैल को की गई थी। इस हेल्पलाइन को शुरू करने के पीछे कोरोना काल में गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तक पहुंचाने और इस दौरान उन्हें कोई कष्ट न होने देने की मंशा शामिल थी। खबरें थीं कि कोरोना को मिल रही प्राथमिकताओं के चलते गर्भवती महिलाओं की उपेक्षा हो रही है और इस दौरान उन्हें उचित चिकित्सकीय मदद नहीं मिल पा रही है।
उन्होंने बताया कि 29 अप्रैल से शुरू हुई इस हेल्पलाइन में अब तक 834 गर्भवती महिलाओं ने कॉल किया है जिसमें आपातकाल में उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने के साथ-साथ उन्हें टेलीमेडिसिन के जरिये चिकित्सकीय मदद पहुंचाने की जरूरत शामिल थी। कहीं महिलाओं ने एम्बुलेंस की मदद मांगी तो किसी ने डॉक्टरों से अपने लगने वाले टीकों की उपलब्धता और समय को लेकर जानकारी हासिल की। उन्होंने बताया कि कॉल करने वाली सभी महिलाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार मदद पहुंचाई गई।