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'सरकार के 72,000 करोड़ रुपए दबाए बैठे हैं अडाणी'
टीम डिजिटल/अमर उजाला, दिल्ली
Updated Thu, 05 May 2016 04:55 PM IST
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अडाणी समूह का विशेष रूप से जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इस व्यापारिक समूह और उसकी कंपनी पर 72 हजार करोड़ रुपये बकाया
- फोटो : PTI
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राज्य सभा में जनता दल यूनाइटेड के सांसद पवन वर्मा ने गुरुवार को सरकारी बैंकों के औद्योगिक घरानों पर बकाए कर्ज का मुद्दा उठाया। उन्होंने देश के बड़े बकाएदारों के नाम लेते हुए व्यापारिक समूहों पर सीधे तौर पर हमला बोला। उन्होंने अडाणी समूह का विशेष रूप से जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि इस व्यापारिक समूह और उसकी कंपनी पर 72 हजार करोड़ रुपये बकाया हैं। साथ ही कंपनी को अभी भी कई अन्य तरीकों से मदद मिल रही है।
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शून्य काल में यह मुद्दा उठाते हुए पवन वर्मा ने कहा कि 'सरकारी बैंकों पर ऐसे लोगों को लोन देने के लिए दबाव डाला जाता है जो कर्ज चुका पाने में सक्षम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी बैंकों का लगभग 5 लाख करोड़ रुपये बकाया है। इसमें से करीब 1.4 लाख करोड़ रुपये का कर्ज तो पांच कंपनियों पर है। उन्होंने कंपानियों का नाम लेते हुए कहा कि यह कंपनियां लेंको, जीवीके, सुजलोन एनर्जी, हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी और खास तौर पर अडाणी ग्रुप व अडाणी पावर हैं।’
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उन्होंने उच्च सदन में बकाएदारों की पूरी रिपोर्ट पढ़ते हुए कहा कि अडाणी ग्रुप नाम के इस समूह पर लगभग 72 हजार करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है। उन्होंने संसद में किसानों के कर्ज को लेकर भी उठे प्रश्न पर भी सवाल उठाया था। उन्होंने कहा कि कल सदन में बताया गया था कि किसानों के ऊपर 72 हजार करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है जबकि सिर्फ अडाणी समूह पर ही इतना कर्जा बाकी है।