जंग हुई तो मुंह की खाएगा पाकिस्तान, भारत के मुकाबले एक तिहाई है सैन्य ताकत
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान युद्ध की धमकी दे रहे हैं। पड़ोसी देश के मंत्री युद्ध की तारीखें बता रहे हैं और सीमापार से मिसाइल परीक्षण की खबरें आ रही हैं। इस तरह की आशंकाओं पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने करारा जवाब दे दिया है, लेकिन भारतीय सैन्य अधिकारियों का कहना है कि उन्हें पाकिस्तान से हमले की कोई चिंता नहीं है। पाकिस्तान के पास तो भारत की तुलना में एक तिहाई ताकत है।
तीन युद्धों में पाकिस्तान ने मुंह की खाई
भारतीय सामरिक विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले तीन युद्धों में पाकिस्तान को ही मुंह की खानी पड़ी है। सूत्र बताते हैं कि भारत के पास तमाम सैन्य साजो सामान इस स्तर के हैं, जिसका पाकिस्तान के पास कोई जवाब नहीं है। भारत के पास दुश्मन के वार को हवा में 30 किमी दूर रोक देने वाली आकाश मिसाइल प्रणाली है। यह जमीन और आसमान दोनों खतरों को ध्वस्त कर सकती है।
भारतीय सैन्य बल परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल से युक्त हैं। इसके अलावा बराक श्रेणी की लंबी दूरी तक सतह पर मार करने वाली मिसाइल है। इसके अलावा अग्नि सिरीज, पृथ्वी, धनुष श्रेणी की मिसाइलों की रेंज है।
पाकिस्तान के पास एक भी विमान वाहक पोत नहीं
भारत के पास सैन्य बलों को लॉजिस्टिक सपोर्ट देने के लिए 11 सी-17 ग्लोब मास्टर और सी-130 जे हरक्यूलिस, आईएल-76 तथा हवा में ही ईधन देने वाला आईएल-78 एयरक्राफ्ट है, जिसका पाकिस्तान के पास कोई तोड़ नहीं है। भारत के पास मिग, मिराज, जगुआर,सुखोई-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान हैं। इतना ही नहीं भारतीय नौसेना के पास अत्याधुनिक पनडुब्बी, युद्धपोत, फ्रिगेट, डिस्ट्रायर, पी-8 आई जैसे टोही विमान भी हैं।
पाकिस्तान के पास एक भी विमान वाहक पोत नहीं है, जबकि भारतीय नौसेना इससे सुसज्जित है। जिसके बूते भारत जमीन, हवा और पानी तीनों में पाकिस्तान को घेर सकता है। सूत्रोंं का कहना है कि पाकिस्तान की फौज भी इस ताकत को समझती है।
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस में नहीं है मुकाबला
सैन्य सूत्रों की मानें तो फाल्कन राडार, अरली एयर वार्निग एंड कंट्रोल सिस्टम (अवाक्स) की अत्याधुनिक प्रणाली, मानव रहित विमान, उपग्रह की क्षमता समेत अन्य मामलों में भी भारत की स्थिति काफी मजबूत है। अर्जुन, टी-90 टैंक समेत टैंक रोधी मिसाइल के मुकाबले पाकिस्तान की सैन्य क्षमता की कोई तुलना नहीं है। भारत के पास पर्वतीय लड़ाई में सक्षम सैन्य क्षमता भी है, जिसमें पाकिस्तान काफी कमजोर स्थिति में है। भारतीय वायुसेना विश्व की चुनिंदा वायुसेना में शुमार है।
इसी तरह से भारतीय नौसेना को चुनौती देना भी अब आसान नहीं है। सेना मुख्यालय के एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी का कहना है कि पाकिस्तान के नेताओं की धमकियों को वह गंभीरता से नहीं लेते। पाकिस्तान की सेना प्रोफेशनल आर्मी है और उसे भारतीय सैन्य क्षमता का अंदाजा है।
कौन कितने पानी में
- ग्लोबल फायर पॉवर की रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान की सैन्य क्षमता भारत की तुलना में काफी कम है। भारतीय सेना के पास 12 लाख से ऊपर जवान और अधिकारी हैं, इसके जवाब में पाकिस्तान की क्षमता 5.6 लाख की है।
- भारत के पास मिग, मिराज, जगुआर, सुखोई-30 एमकेआई को मिलाकर करीब 348 लड़ाकू विमान, 55 लड़ाकू हेलीकाप्टर हैं। कुल 322 के करीब हेलीकाप्टर हैं। वायुसेना में 1.27 लाख के करीब जवान और अधिकारी हैं। सेना के पास 2,200 टैंक, 3665 युद्धक व्हीकल, 429 सेल्फ प्रोपेल्ड तथा 1226 टो गन (तोप) हैं। 150 से अधिक राकेट लांचर हैं। नैसेना के पास 16 पनडुब्बी, दो एयरक्राफ्ट कैरियर, 14 विध्वंसक, 13 फ्रिगेट, 106 पेट्रोल वेसेल्स, 75 लड़ाकू विमान, 67,700 के करीब जवान और अधिकारी हैं।
पाकिस्तान के पास एफ-16
पाकिस्तान के पास भारत की तुलना में अमेरिका के एफ-16 और चीन के लड़ाकू विमान हैं। सात एयर अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम है। भारत की तुलना में पाकिस्तान के पास सैन्यबल करीब आधा, लड़ाकू विमान समेत अन्य उपकरण भी आधे या इससे कम हैं। 5.6 लाख की क्षमता वाली सेना के पास 496 टैंक, 1605 सैन्य वाहन हैं। 472 तोपों में 375 सेल्फ प्रोपेल्ड हैं। उसकी नौसेना के पास नौ फ्रिगेट, पांच पनडुब्बी,11 पिट्रोल वेसेल्स, 8 समुद्री युद्ध क्षमता में पारंगत लड़ाकू विमान हैं। पड़ोसी देश के पास विमान वाहक पोत, विध्वंसक, कार्वेट्स होने की कोई सूचना नहीं है।
पाक के पास वायुरक्षा प्रणाली नहीं
भारत के पास छोटी दूरी से लेकर 5,000 किमी तक परमाणु हथियारों को ले जाने में सक्षम नौ तरह की मिसाइलें हैं। 130-140 के करीब परमाणु हथियार हैं। पाकिस्तान के पास 50-100 किमी तक मार करने वाली मिसाइल से लेकर 2000 किमी तक मार करने वाली शाहीन, गौरी, हत्फ मिसाइलें हैं। पाकिस्तान की मिसाइलें चीन की सहायता से बनी हैं। 140-150 के करीब परमाणु हथियार हैं, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पड़ोसी देश के पास वायुरक्षा प्रणाली का अभाव है।
उसके पास जमीन से जमीन पर, हवा से जमीन पर या जमीन से हवा में मार करने वाले दुश्मन के हथियारों आसमान में ध्वस्त कर देने की प्रणाली होने की सूचना नहीं है। जबकि भारत इस दिशा में उससे आगे है।