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Air India Tragedy: मंत्री मोहोल बोले- केंद्रीय पैनल तीन माह में देगा रिपोर्ट, यह अन्य जांचों का विकल्प नहीं

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, पुणे / अहमदाबाद। Published by: ज्योति भास्कर Updated Tue, 17 Jun 2025 12:25 PM IST
सार

केंद्रीय विमानन मंत्री मुरलीधर मोहोल ने कहा है कि अहमदाबाद विमान हादसे के संबंध में एअर इंडिया फ्लाइट के 'ब्लैक बॉक्स' का विश्लेषण करने से अहम जानकारी मिलेगी। उन्होंने साफ किया कि केंद्र सरकार के पैनल की जांच अन्य जांचों का विकल्प नहीं। बता दें कि एअर इंडिया विमान हादसे में मारे गए 270 से अधिक लोगों की पहचान के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल में डीएनए जांच कराई जा रही है। अब तक 135 मृतकों के नमूने परिजनों से मिलाए जा चुके हैं। अस्पताल प्रशासन ने 101 मृतकों के शव परिजनों को लौटा दिए हैं। अन्य मृतकों की पहचान के लिए जांच की प्रक्रिया जारी है।

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Ahmedabad Air India Crash DNA Matching Update mortal remains handover to families civil hospital Rakesh Joshi
विमानन राज्यमंत्री मुरलीधर मोहोल (फाइल) - फोटो : ANI
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विस्तार
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एअर इंडिया विमान दुर्घटना के बाद अहमदाबाद सिविल अस्पताल में मृतकों की डीएनए जांच कराई जा रही है। अस्पताल के अधीक्षक राकेश जोशी ने बताया कि बीते 12 जून को हुए हादसे के बाद अब तक 135 लोगों के डीएनए का मिलान हो चुका है। 135 में से 101 लोगों के पार्थिव अवशेष संबंधित परिवारों को सौंप दिए गए हैं। जोशी ने बताया कि अन्य मृतकों की पहचान के लिए जांच की प्रक्रिया जारी है।

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केंद्रीय मंत्री बोले- अहमदाबाद विमान दुर्घटना पर जांच समिति 3 महीने में रिपोर्ट सौंपेगी
अहमदाबाद में हुई एअर इंडिया विमान दुर्घटना की जांच के लिए केंद्र सरकार ने समिति गठित की है। यह उच्च स्तरीय बहु-विषयक समिति तीन महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने मंगलवार को पुणे में एक सवाल के जवाब में कहा, एअर इंडिया बोइंग 787 ड्रीमलाइनर श्रेणी के 34  विमान संचालित करती है। इन विमानों में से 12 की सुरक्षा जांच की जा चुकी है। अब तक कोई समस्या नहीं पाई गई है।
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13 जून को उच्च स्तरीय पैनल का गठन हुआ
केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री ने उम्मीद जताई कि विमान के ब्लैक बॉक्स डेटा के विश्लेषण से दुर्घटना के कारणों के बारे में सुराग मिलेंगे।  बता दें कि केंद्र सरकार ने हादसे के अगले ही दिन, यानी 13 जून को उच्च स्तरीय पैनल का गठन कर जांच के आदेश दिए थे। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने यह साफ किया था कि विमान हादसे के बाद संबंधित संगठनों की तरफ से भी जांच हो रही है। ऐसे में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाले पैनल की जांच अन्य जांचों का विकल्प नहीं होगा।

'ब्लैक बॉक्स' विश्लेषण के बाद कई चीजें सामने आएंगी
हादसे के पांच दिन बाद जांच की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री मोहोल ने कहा, जांच चल रही है। हर छोटी-छोटी सूचना की जांच की जाएगी। 'ब्लैक बॉक्स' विश्लेषण के बाद कई चीजें सामने आएंगी। रिपोर्ट तीन महीने के भीतर प्रस्तुत की जाएगी। बता दें कि दुर्घटनाग्रस्त विमान के ब्लैक बॉक्स में फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर शामिल हैं। 

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में बनी है जांच समिति
मोहोल ने कहा कि अहमदाबाद में अस्पताल के अधिकारियों ने 270 डीएनए नमूने एकत्र किए हैं। जांच एजेंसियां दुर्घटना के सभी संभावित कारणों की जांच कर रही हैं। इसमें विमान के दोनों इंजनों में थ्रस्ट की कमी, कई पक्षियों का टकराना या विंग फ्लैप की समस्या से जुड़े पहलू शामिल हैं। सूत्रों ने सोमवार को बताया कि केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने दिल्ली में अपनी पहली बैठक की। समिति ने हादसे के संभावित कारणों के बारे में कई हितधारकों की राय सुनी। इसके अलावा मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करके भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर भी विचार-विमर्श किया गया। 

अमेरिकी एजेंसी भी जांच कर रही है
सूत्रों ने बताया कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) अलग से पूरे हादसे की जांच कर रहा है। इसलिए पैनल ने संभावित कारणों और इससे लिए जाने वाले सबक के बारे में चर्चा की। बता दें कि अमेरिका के राष्ट्रीय परिवहन सुरक्षा बोर्ड (एनटीएसबी) ने भी दुर्घटना की समानांतर जांच शुरू की है। कई अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ दुर्घटना स्थल पर पहुंचे हैं। एनटीएसबी अंतरराष्ट्रीय प्रोटोकॉल के तहत समानांतर जांच कर रहा है, क्योंकि विमान अमेरिकी कंपनी बोइंग ने बनाया है। NTSB एक स्वतंत्र संघीय एजेंसी है जो हर नागरिक विमानन दुर्घटना की जांच करती है। इस एजेंसी के अधिकारी विमान दुर्घटनाओं के संभावित कारणों का निर्धारण करते हैं और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, ये सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जांच कर सुरक्षा सिफारिशें करते हैं।


ये भी पढ़ें- लंदन जा रहा एअर इंडिया विमान अहमदाबाद में क्रैश: 241 यात्रियों समेत कुल 270+ लोगों की मौत, कई हताहत अस्पताल में

कब और कहां हुआ हादसा; हताहतों की संख्या कितनी
बता दें कि एअर इंडिया का अत्याधुनिक विमान- बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 बीते 12 जून को अहमदाबाद के मेघाणीनगर में उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंड्स बाद क्रैश हो गया। विमान में सवार 242 लोगों में 12 क्रू के सदस्य थे। यात्रियों में 169 भारतीय नागरिक, 53 ब्रिटिश नागरिक, एक कनाडाई नागरिक और 7 पुर्तगाली नागरिक शामिल थे। हादसे के समय मेघाणीनगर में मौजूद कई लोग हताहत हुए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। एअर इंडिया ने एक करोड़ 25 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है। एअर इंडिया विमान संख्या- एआई171 अहमदाबाद से लंदन गैटविक जा रहा था। बोइंग 787-8 एयरक्राफ्ट वीटी-एएनबी श्रेणी का था। इस हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। फ्लाइट क्यों क्रैश हुई इसका पता लगाने के लिए जांच जारी है।
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