भारत-ऑस्ट्रेलिया रिश्तों में नई उड़ान: ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बोले- खेल, खनिज-रणनीति में बड़े सहयोग की तैयारी
भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के रिश्तों में नई उड़ान की बात पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच खेल, व्यापार, खनिज और रणनीतिक सहयोग तेजी से बढ़ रहा है। ग्रीन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया 2032 ओलंपिक की मेजबानी करेगा और भारत 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स का संभावित मेजबान है, जिससे खेल साझेदारी के बड़े अवसर बनेंगे।
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भारत में ऑस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन ने आने वाले वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ने वाले खेल, व्यापार, खनिज और रणनीतिक सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेल, व्यापार, खनिज, सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग कई गुना बढ़ने वाला है। ग्रीन ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया 2032 के ओलंपिक (ब्रिस्बेन) की मेजबानी करेगा और संभावना है कि भारत भी 2030 कॉमनवेल्थ गेम्स की मेजबानी करेगा। ऐसे में दोनों देशों के बीच खेल क्षेत्र में बड़े सहयोग के अवसर हैं।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि खेल अब बड़ा बिजनेस है और ऑस्ट्रेलिया भारत के साथ मिलकर काम करना चाहता है। उन्होंने कहा कि कुछ ऑस्ट्रेलियाई कंपनियां अहमदाबाद में प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही हैं और स्पोर्ट्स साइंस, स्पोर्ट्स मेडिसिन और ट्रेनिंग में और बड़ी संभावनाएं हैं। उन्होंने यह भी बताया कि नए कार्यक्रमों के तहत भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी व कोच एक-दूसरे के देश में जाकर ट्रेनिंग ले सकेंगे, खासकर ऑस्ट्रेलिया के प्रसिद्ध ऑस्ट्रेलियाई खेल संस्थान में।
ऑस्ट्रेलियन विदेश मंत्री का भारत दौरा
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान ग्रीन ने ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पैनी वोंग की भारत यात्रा को लेकर भी बातचीत की। उन्होंने कहा कि ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पैनी वोंग और भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर दुनिया में सबसे ज्यादा एक-दूसरे से मिले मंत्री हैं, लगभग 26 बार। इस बैठक में दोनों देशों ने वैश्विक और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की और खेल सहयोग को और गहरा करने की घोषणा की।
ट्रेड और क्रिटिकल मिनरल्स पर साझेदारी
ग्रीन ने एएनआई से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच लिथियम और कोबाल्ट जैसे महत्वपूर्ण खनिजों पर काम तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऑस्ट्रेलिया दुनिया के आधे से ज्यादा लिथियम का उत्पादन करता है। भारत इलेक्ट्रिक वाहन और बैटरी निर्माण में तेजी से आगे बढ़ रहा है और लिथियम का बड़ा उपभोक्ता बनेगा।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने 5 बड़े प्रोजेक्ट चुने हैं जिन पर भारतीय निजी कंपनियां निवेश या आपूर्ति समझौते कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि अमेरिका के साथ भी ऑस्ट्रेलिया ने नया क्रिटिकल मिनरल्स समझौता किया है और क्वाड देशों के बीच इस क्षेत्र में गतिविधि बढ़ रही है।
क्वाड पर 'स्थिर साझेदारी की जरूरत'
इसके साथ ही भारत-ऑस्ट्रेलिया की भरोसमंद साझेदारी को महत्वपूर्ण बताया। ग्रीन के अनुसार दुनिया तेजी से बदल रही है और ऐसे समय में भारत-ऑस्ट्रेलिया की स्थिर और भरोसेमंद साझेदारी बहुत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि क्वाड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शांति, समृद्धि और स्थिरता का बड़ा माध्यम है। भारत जल्द ही अगला क्वाड समिट आयोजित करेगा और ऑस्ट्रेलियाई पीएम एल्बनीज़ उसमें आने के लिए उत्सुक हैं।
उन्होंने कहा कि भारत काफी समय से ऑस्ट्रेलिया को पेट्रोलियम उत्पाद भेज रहा है। रिलायंस द्वारा यह घोषणा कि अगले महीने से ऑस्ट्रेलिया को भेजा जाने वाला तेल रूसी सामग्री से मुक्त होगा, ऑस्ट्रेलिया ने इसे सराहा है।
क्रिकेट और भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रतिद्वंद्विता
ग्रीन ने कहा कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के संबंध इतिहास के सबसे मजबूत दौर में हैं। उन्होंने कहा कि भारत-ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट प्रतिद्वंद्विता अब एशेज से भी ज्यादा लोकप्रिय है। भारतीय टीमें शानदार हैं और दोनों देशों के खिलाड़ियों के बीच खेलभावना बेहद अच्छी है। उन्होंने कहा कि खेल साझेदारी क्रिकेट से आगे बढ़कर ओलंपिक और पैरालंपिक जैसे बड़े आयोजनों तक पहुंच चुकी है।