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अरुणाचल प्रदेश में जासूसी रैकेट का भंडाफोड़: जम्मू-कश्मीर के दो लोग गिरफ्तार, पाकिस्तान को सूचना भेजने का आरोप

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ईटानगर Published by: अमन तिवारी Updated Tue, 23 Dec 2025 01:13 PM IST
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सार

सुरक्षा से जुड़े एक बड़े मामले में अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने जासूसी नेटवर्क का खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक, कुपवाड़ा के दो आरोपी अरुणाचल के संवेदनशील क्षेत्रों में घूमकर अहम सूचनाएं इकट्ठा कर पाकिस्तान तक पहुंचा रहे थे। फिलहाल आरोपियों से जब्त उपकरणों की फोरेंसिक जांच की जा रही है।
 

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सांकेतिक तस्वीर - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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अरुणाचल प्रदेश पुलिस ने राज्य में चल रहे एक बड़े जासूसी रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के रहने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि ये लोग अरुणाचल प्रदेश के संवेदनशील इलाकों से अहम जानकारियां जुटाकर पाकिस्तान में बैठे अपने हैंडलर्स को भेज रहे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपी की पहचान एजाज अहमद भट और बशीर अहमद गनई के रूप में हुई है।
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मामले में पुलिस महानिरीक्षक चुखु आपा ने बताया कि दोनों लोगों को 18 दिसंबर को जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर अरुणाचल प्रदेश लाया गया, जहां वे वर्तमान में पुलिस की हिरासत में हैं। यह मामला तब सामने आया जब 21 नवंबर को पुलिस ने खुफिया जानकारी के आधार पर नजीर अहमद मलिक (गंगा गांव से) और साबिर अहमद मीर (अबोटानी कॉलोनी से) को ईटानगर से गिरफ्तार किया था। इसके अलावा, वेस्ट सियांग पुलिस ने हिलाल अहमद नाम के एक व्यक्ति को आलो शहर के ओल्ड मार्केट से पकड़ा, जो वहां कपड़ों की दुकान चला रहा था।

कंबल विक्रेता बनकर कर रहे थे जासूसी
आईजीपी चुखु आपा के अनुसार, पकड़े गए आरोपी मुख्य रूप से कंबल बेचने का काम करते थे। इस व्यवसाय की आड़ में वे राज्य के अलग-अलग हिस्सों में घूमते थे और सुरक्षा व अन्य रणनीतिक महत्व की संवेदनशील जानकारियां इकट्ठा करते थे। ईटानगर के एसपी जुम्मार बसर के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। जांच के दौरान चांगलांग जिले के मियाओ से गुलाम मोहम्मद मीर को भी हिरासत में लिया गया था। हालांकि, जांचकर्ताओं को उसके खिलाफ जासूसी गतिविधियों में शामिल होने के ठोस सबूत नहीं मिले, जिसके बाद उसे रिहा कर दिया गया है।

फॉरेंसिक जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस अब आरोपियों के पास से जब्त किए गए उपकरणों की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। आईजीपी ने स्पष्ट किया कि पूछताछ अभी जारी है और आने वाले दिनों में मिले सबूतों के आधार पर और भी गिरफ्तारियां संभव हैं। पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि वे पाकिस्तान में किसके संपर्क में थे और अब तक कितनी जानकारी साझा की जा चुकी है।

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नागरिकों के लिए सुरक्षा अपील

राज्य में सत्यापन की ढीली प्रक्रिया पर चिंता जताते हुए आईजीपी आपा ने स्थानीय नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। साथ ही उन्होंने कहा 'सुरक्षा कारणों से किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपनी प्रॉपर्टी पर रखने या किराए पर देने से पहले पुलिस वेरिफिकेशन जरूर करवाएं। बिना सही पहचान और सत्यापन के किसी को भी शरण न दें।'

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