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बाबा सिद्दीकी हत्याकांड: मुंबई पुलिस का दावा- लॉरेंस की भूमिका अब तक सामने नहीं आई, अनमोल चला रहा अलग गिरोह

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई Published by: राहुल कुमार Updated Mon, 09 Dec 2024 09:12 PM IST
सार

Baba Siddique murder case: बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को बांद्रा के निर्मल नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक कथित शूटर शिवकुमार गौतम सहित 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। अनमोल बिश्नोई इस मामले में वांछित आरोपी है।

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Baba Siddique murder case Mumbai police claims Lawrence Bishnoi Anmol running separate gangs
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में शामिल प्रवीण लोनकर - फोटो : ANI
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विस्तार
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महाराष्ट्र के पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की हत्या मामले में मुंबई पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। मुंबई पुलिस ने हत्या के 13 आरोपियों को हिरासत देने का अनुरोध करते हुए सोमवार को अदालत को बताया कि जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की इस हत्या में भूमिका अभी तक सामने नहीं आई है। उसका भाई अनमोल बिश्नोई एक अलग गिरोह चला रहा है।
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बता दें कि, बाबा सिद्दीकी की 12 अक्टूबर को बांद्रा के निर्मल नगर इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने अब तक कथित शूटर शिवकुमार गौतम सहित 26 लोगों को गिरफ्तार किया है। अनमोल बिश्नोई इस मामले में वांछित आरोपी है। पुलिस ने 30 नवंबर को गिरफ्तार किए गए 26 आरोपियों के खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) की कठोर धाराएं लगाई
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सोमवार को विशेष सरकारी वकील के जरिये मुंबई पुलिस ने अदालत से आरोपियों की हिरासत देने का अनुरोध करते हुए कहा कि मामले में कई छोटी-छोटी कड़ियां हैं और जांच पूरी करने के लिए इन सभी को जोड़ना होगा, जिसके लिए आरोपियों की हिरासत की जरूरत है। जांच में पाया गया है कि अनमोल बिश्नोई ने आरोपी नितिन सप्रे को 40,000 रुपये भेजे थे और मामले से जुड़े वित्तीय पहलू की जांच की जानी चाहिए।

अभियोजन पक्ष ने विशेष अदालत को बताया कि अनमोल बिश्नोई का गिरोह उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में सक्रिय था और वह गिरोह के नेता के रूप में अपना वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने अदालत को यह भी बताया कि बिश्नोई और उसका भाई अब अलग-अलग गिरोह चला रहे हैं। अभियोजन और बचाव पक्ष की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने 13 आरोपियों को 16 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।
 
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