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Bihar Polls 2025: 'अच्छी और कमजोर सीटों के बीच संतुलन जरूरी', महागठबंधन में सीट बंटवारे पर बोली कांग्रेस
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: पवन पांडेय
Updated Wed, 10 Sep 2025 05:08 PM IST
सार
Bihar Assembly Election 2025: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी जोर आजमाइश शुरू कर दी है। एनडीए और विपक्षी इंडिया गठबंधन के बीच सीट बंटवारा सबसे अहम मुद्दा है। वहीं कांग्रेस पार्टी ने सहयोगी दलों के साथ सीट बंटवारे को लेकर प्रतिक्रिया दी है।
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महागठबंधन के नेताओं की रैली
- फोटो : ANI
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विस्तार
बिहार में महागठबंधन के दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर चल रही बातचीत के बीच कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि सीटों का बंटवारा करते समय अच्छी और कमजोर सीटों में संतुलन बनाए रखना जरूरी है। साथ ही, अगर नए दल गठबंधन में शामिल होते हैं, तो मौजूदा सभी दलों को अपनी-अपनी सीटों में से कुछ सीटें छोड़नी होंगी। यह बयान उस समय आया है जब महागठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और राष्ट्र्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आरएलजेपी) को शामिल करने की चर्चा चल रही है।
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भाजपा पर कांग्रेस बिहार प्रभारी ने साधा निशाना
कांग्रेस नेता और बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से वोट चोरी की जा रही है। उन्होंने कहा, 'पहले चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया बदली गई, मुख्य न्यायाधीश को हटा दिया गया और गृहमंत्री को शामिल किया गया। फिर कानून में बदलाव कर यह सुनिश्चित किया गया कि चुनाव आयुक्त के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो सके। इसके बाद मतदाता सूची में हेराफेरी की गई और चुनाव के दिन गड़बड़ी की गई।'
वाराणसी लोकसभा सीट पर धांधली का आरोप
कृष्णा अल्लावरु ने उदाहरण देते हुए कहा, 'वाराणसी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कई राउंड तक आगे थे, लेकिन लाइव अपडेट अचानक रोक दिए गए और आखिरी समय में नरेंद्र मोदी को विजेता घोषित कर दिया गया।' उन्होंने कहा कि वोट चोरी करने वाली सरकार जनता की समस्याओं जैसे महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, अपराध और पेपर लीक की परवाह नहीं करती।
कांग्रेस नेता और बिहार के प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से वोट चोरी की जा रही है। उन्होंने कहा, 'पहले चुनाव आयुक्त की नियुक्ति प्रक्रिया बदली गई, मुख्य न्यायाधीश को हटा दिया गया और गृहमंत्री को शामिल किया गया। फिर कानून में बदलाव कर यह सुनिश्चित किया गया कि चुनाव आयुक्त के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो सके। इसके बाद मतदाता सूची में हेराफेरी की गई और चुनाव के दिन गड़बड़ी की गई।'
वाराणसी लोकसभा सीट पर धांधली का आरोप
कृष्णा अल्लावरु ने उदाहरण देते हुए कहा, 'वाराणसी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार कई राउंड तक आगे थे, लेकिन लाइव अपडेट अचानक रोक दिए गए और आखिरी समय में नरेंद्र मोदी को विजेता घोषित कर दिया गया।' उन्होंने कहा कि वोट चोरी करने वाली सरकार जनता की समस्याओं जैसे महंगाई, बेरोजगारी, शिक्षा, स्वास्थ्य, अपराध और पेपर लीक की परवाह नहीं करती।
'अच्छी और कमजोर सीटों के बीच संतुलन जरूरी'
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा, 'हर राज्य में कुछ सीटें अच्छी होती हैं, कुछ कमजोर। एक ही पार्टी को सिर्फ अच्छी सीटें और दूसरी पार्टी को कमजोर सीटें नहीं दी जानी चाहिए। हमारा प्रयास है कि सभी दलों को संतुलित हिस्सेदारी मिले।' उन्होंने साफ किया कि फिलहाल राहुल गांधी की अगुवाई में कोई नई यात्रा (यात्रा कार्यक्रम) निकालने की योजना नहीं है।
यह भी पढ़ें - Bihar Election 2025 : इंडी न महागठबंधन... कांग्रेस बिहार में अपनी सरकार बना रही! 70 सीटों की जिद इसी कारण
'आधार का 12वां पहचान पत्र बनना जनता की जीत'
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' से यह मुद्दा उठाया गया कि बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) के दौरान पहचान के 11 दस्तावेजों में आधार कार्ड शामिल नहीं था। अब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आधार को भी मान्यता दी जाए। उन्होंने कहा, यह जनता की जीत है।
वहीं बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सहयोगी दलों के बीच सीट बंटवारे पर उन्होंने कहा, 'हर राज्य में कुछ सीटें अच्छी होती हैं, कुछ कमजोर। एक ही पार्टी को सिर्फ अच्छी सीटें और दूसरी पार्टी को कमजोर सीटें नहीं दी जानी चाहिए। हमारा प्रयास है कि सभी दलों को संतुलित हिस्सेदारी मिले।' उन्होंने साफ किया कि फिलहाल राहुल गांधी की अगुवाई में कोई नई यात्रा (यात्रा कार्यक्रम) निकालने की योजना नहीं है।
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'आधार का 12वां पहचान पत्र बनना जनता की जीत'
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने बताया कि कांग्रेस की 'वोटर अधिकार यात्रा' से यह मुद्दा उठाया गया कि बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) के दौरान पहचान के 11 दस्तावेजों में आधार कार्ड शामिल नहीं था। अब सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि आधार को भी मान्यता दी जाए। उन्होंने कहा, यह जनता की जीत है।
दिल्ली में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने बनाई तमाम रणनीति
मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने बिहार के नेताओं के साथ बैठक की। इसमें सीट बंटवारे, चुनाव प्रचार और उम्मीदवार चयन को लेकर रणनीति तय की गई। बैठक में अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, पप्पू यादव और कई अन्य नेता मौजूद थे। इस बैठक से पहले महागठबंधन के नेताओं की मुलाकात तेजस्वी यादव के नेतृत्व में हुई थी, जो बिहार में विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति के प्रमुख हैं।
महागठबंधन का पिछला मुकाबला
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी ने 144 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, उनमें से उसे 75 पर जीत हासिल हुई थी। वहीं कांग्रेस को 70 सीटों में से सिर्फ 19 पर जीत मिली थी। इस कड़ी में सीपीआई (एमएल)एल ने 19 में से 12 जीती थी। जबकि सीपीआई छह और सीपीआई (एम) को चार सीटें मिलीं।
मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी ने बिहार के नेताओं के साथ बैठक की। इसमें सीट बंटवारे, चुनाव प्रचार और उम्मीदवार चयन को लेकर रणनीति तय की गई। बैठक में अजय माकन, केसी वेणुगोपाल, पप्पू यादव और कई अन्य नेता मौजूद थे। इस बैठक से पहले महागठबंधन के नेताओं की मुलाकात तेजस्वी यादव के नेतृत्व में हुई थी, जो बिहार में विपक्षी गठबंधन की समन्वय समिति के प्रमुख हैं।
महागठबंधन का पिछला मुकाबला
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में आरजेडी ने 144 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, उनमें से उसे 75 पर जीत हासिल हुई थी। वहीं कांग्रेस को 70 सीटों में से सिर्फ 19 पर जीत मिली थी। इस कड़ी में सीपीआई (एमएल)एल ने 19 में से 12 जीती थी। जबकि सीपीआई छह और सीपीआई (एम) को चार सीटें मिलीं।