Karnataka: कर्नाटक भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा- उनकी तीसरी सूची नहीं आएगी
कर्नाटक भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि कांग्रेस की तीसरी सूची नहीं आएगी, बस इंतजार कीजिए और देखते रहिए। पार्टी में नेताओं के बीच आंतरिक लड़ाई चल रही है।

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बीच भाजपा और कांग्रेस के बीच बयानबाजी का दौर भी तेज हो गया है। भाजपा के कर्नाटक प्रभारी अरुण सिंह ने शुक्रवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी करने में बहुत समय लग रहा है क्योंकि उनके नेताओं के बीच 'आंतरिक लड़ाई' चल रही है।

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सिंह ने कहा, उनकी तीसरी सूची नहीं आएगी, बस इंतजार कीजिए और देखते रहिए। पार्टी में नेताओं के बीच आंतरिक लड़ाई चल रही है। उम्मीदवारों के रूप में नए चेहरों को पेश करने और पुराने लोगों को छोड़ने के भाजपा के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, हर किसी को चुनाव का टिकट नहीं मिल सकता है। स्वाभाविक रूप से, वे टिकट से वंचित होने से आहत हैं। लेकिन भाजपा के सदस्य राष्ट्र पहले की भावना के साथ एक विचारधारा के लिए काम करते हैं। पार्टी का हर सदस्य एकजुट होकर काम करेगा।
यह पूछे जाने पर कि वह किसे बेहतर दावेदार के रूप में देखते हैं, सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तीन गुटों में विभाजित है- सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार और मल्लिकार्जुन खरगे। चुनावी सीटों की घोषणा होते ही कांग्रेस में घमासान मच गया।
उन्होंने कहा, भाजपा ने आगामी विधानसभा चुनावों के लिए अभी तक 212 सीटों पर 66 नए चेहरों को टिकट दिया है। भाजपा ने नए चेहरे को मौका दिया है जो लंबे समय से पार्टी के लिए काम करते आ रहे हैं और हमारे वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता को सम्मान भी देते हैं। पार्टी चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करेगी।
यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी के नए चेहरे बोम्मई सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी फैक्टर का मुकाबला करने में मदद करेंगे। सिंह ने कहा, कोई एंटी-इनकंबेंसी नहीं है, केवल प्रो-इनकंबेंसी है। चाहे व्यापार करने में आसानी या नवाचार का मामला होस अब कर्नाटक की स्थिति मजबूत है। कर्नाटक में बड़े पैमाने पर एफडीआई (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) आ रहा है। लोगों के विचार और भावनाएं भाजपा के साथ हैं।
2018 के चुनावों में भाजपा 104 सीटें जीतकर सबसे बड़ी एकल पार्टी के रूप में उभरी थी, जबकि कांग्रेस और तत्कालीन सहयोगी जद (एस) ने क्रमशः 80 और 37 सीटें जीती थीं। वर्तमान कर्नाटक विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त होगा। 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए 10 मई को वोट डाले जाएंगे और मतगणना 13 मई को होगी।
भाजपा नेतृत्व शेट्टर को टिकट देने के मामले पर विचार कर रहा : प्रह्लाद जोशी

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार को टिकट देगी या नहीं इस पर अनिश्चितता बनी हुई है। इस बीच केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शुक्रवार को कहा कि यह मामला पार्टी आलाकमान के समक्ष विचाराधीन है। उन्होंने उम्मीद जताई कि इसे सुचारु रूप से सुलझा लिया जाएगा।
इस सप्ताह की शुरुआत में उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने से पहले भाजपा के शीर्ष नेताओं ने शेट्टार से कहा था कि वे दूसरों के लिए रास्ता बनाएं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि वह आखिरी बार चुनाव लड़ना चाहते हैं। पार्टी ने उनके प्रतिनिधित्व वाले हुबली-धारवाड़ मध्य खंड के लिए अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
जोशी खुद कर्नाटक के रहने वाले हैं। उन्होंने हुबली में संवाददाताओं से कहा, जगदीश शेट्टर को टिकट देने पर पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व विचार कर रहा है। हमने अपनी राय बहुत स्पष्ट रूप से व्यक्त की है कि जगदीश शेट्टार को टिकट दिया जाना चाहिए। शेट्टार और मैंने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की थी और चर्चा की थी। सब कुछ सुचारू रूप से हल हो जाएगा।
67 वर्षीय शेट्टार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने दिल्ली बुलाया था, जब उन्होंने पार्टी पर दूसरों के लिए रास्ता बनाने के लिए अपनी नाराजगी सार्वजनिक की थी।विधानसभा की कुल 224 सीटों में से भाजपा अब तक 212 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है।