सवालों के घेरे में CRPF की ASI भर्ती: एक ही राज्य के 3-4 जिलों के 50% युवा चयनित, बेसिक ट्रेनिंग में आधे फेल
'सीआरपीएफ' में एएसआई (टेक्निकल) के पदों पर हुई भर्ती सवालों के घेरे में है। अमर उजाला डॉट कॉम के पास मौजूद दस्तावेजों के मुताबिक, रांची स्थित सेंट्रल ट्रेनिंग कॉलेज में हुई बेसिक ट्रेनिंग की अंतिम परीक्षा में 107 उम्मीदवारों में से लगभग 50 फेल हो गए। भर्ती में दिल्ली स्थित एक कोचिंग सेंटर की कथित भूमिका बताई जा रही है।
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देश के सबसे बड़े केंद्रीय अर्धसैनिक बल 'सीआरपीएफ' में एएसआई (टेक्निकल) के पदों पर हुई भर्ती सवालों के घेरे में है। बल मुख्यालय के सूत्रों के मुताबिक, इस भर्ती में एक ही राज्य राजस्थान से, वह भी 3-4 जिलों के 50 पचास फीसदी युवाओं के चयन होने का आरोप है। बाकी उम्मीदवार भी राजस्थान से लगते हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से हैं। अमर उजाला डॉट कॉम के पास दस्तावेज मौजूद हैं।
दस्तावेजों के मुताबिक, तय प्रक्रिया के बाद 123 उम्मीदवारों को प्रारंभिक रूप से चयनित किया गया। रांची स्थित सेंट्रल ट्रेनिंग कॉलेज में 107 अभ्यर्थियों का बेसिक प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ। ट्रेनिंग के दौरान अनेक उम्मीदवारों का ग्रेड चिंताजनक रहा। वजह, 107 में से लगभग 50 उम्मीदवार, अंतिम प्रशिक्षण परीक्षा में असफल घोषित हुए। इस मामले में एक कोचिंग सेंटर की कथित भूमिका भी सामने आई है। यह मामला, सीआरपीएफ के शीर्ष अधिकारियों के संज्ञान में है।
भर्ती प्रक्रिया के दौरान गंभीर अनियमितताएं बरतने के आरोप
बल के महानिदेशक इस मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रहे हैं। बताया जा रहा है कि विभागीय जांच के अलावा इस केस को केंद्रीय एजेंसी के हवाले किया जा सकता है। इस बाबत डीआईजी (पर्स/पीआर) एम. दिनाकरण से सीआरपीएफ का पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन कॉल एवं मैसेज का कोई जवाब नहीं मिल सका। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक, 2023 में सीआरपीएफ की एएसआई (टेक्निकल) भर्ती प्रक्रिया के दौरान गंभीर अनियमितताएं बरतने के आरोप लगे हैं। इस परीक्षा में कुल 107 उम्मीदवारों का अंतिम चयन किया गया। सीआरपीएफ ने 23 जुलाई 2023 को भर्ती की अधिसूचना जारी की थी। इसमें एसआई (आरओ), एसआई (क्रिप्टो), एसआई (टेक्निकल), एसआई (सिविल) और एएसआई (टेक्निकल) के 146 पद शामिल थे। एएसआई (टेक्निकल) के लिए कुल 123 उम्मीदवारों का चयन हुआ। यह रिजल्ट नवंबर 2014 को प्रोविजनल तरीके से प्रकाशित किया गया। इनमें से 107 अभ्यर्थियों ने रांची स्थित सेंट्रल ट्रेनिंग कॉलेज (टेलीकॉम एवं आईटी) में बेसिक ट्रेनिंग शुरू की।
असामान्य भौगोलिक एकरूपता ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े किए
चयनित उम्मीदवारों का बायोडेटा बताता है कि लगभग 60 उम्मीदवार, केवल राजस्थान के 3–4 जिलों से संबंधित हैं। इसके अलावा, 35 उम्मीदवार ऐसे रहे हैं, जो राजस्थान से लगते हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के सीमावर्ती क्षेत्रों से हैं। बता दें कि यह परीक्षा अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित की गई थी। इस असामान्य भौगोलिक एकरूपता ने भर्ती प्रक्रिया की पारदर्शिता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सीआरपीएफ निदेशालय के सूत्रों के मुताबिक, इस भर्ती से संबंधित कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं। जिन अभ्यर्थियों का चयन हुआ है, उनमें से अनेक उम्मीदवार एक ही कोचिंग सेंटर से जुड़े पाए गए हैं। इससे भर्ती में धांधली की आशंका गहरी हो गई है। रांची स्थित 'सेंट्रल ट्रेनिंग कॉलेज' में बेसिक ट्रेनिंग के बाद जो परीक्षा हुई, उसमें 107 में से 53 उम्मीदवार असफल घोषित हुए।
दिल्ली स्थित एक कोचिंग सेंटर की भूमिका सवालों में
आरोप है कि इस भर्ती में दिल्ली स्थित एक कोचिंग सेंटर की कथित भूमिका बताई जा रही है। सीआरपीएफ की आंतरिक सतर्कता शाखा द्वारा इस केस की परतें खंगाली जा रही हैं। सीआरपीएफ डीजी ने इस मामले में कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस मामले में भर्ती परीक्षा आयोजित करने वाले पीएसयू 'एजुकेशन कंसल्टिंग इंडिया लिमिटेड' से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है। इस एजेंसी का दफ्तर नोएडा के सेक्टर 16ए और नई दिल्ली के बाराखंबा रोड पर बताया जा रहा है। बल के सूत्रों ने इस मामले को चिंताजनक बताया है। प्रशिक्षण के दौरान 53 उम्मीदवारों का असफल होना इस बात का संकेत करता है कि प्रारंभिक चयन में ही कुछ गंभीर खामियां थीं। इस तरह से अयोग्य उम्मीदवारों का भर्ती होना, यह न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है, बल्कि संस्थान की अखंडता के लिए भी एक बड़ा जोखिम है।