Nipah Virus: निपाह से निपटने के लिए केरल में टीम तैनात करेगा केंद्र; तीन जिलों में अब तक 300 से अधिक की पहचान
केरल में साल 2018 से निपाह का प्रकोप नियमित अंतराल पर देखा जाता रहा है। इस संक्रामक रोग के बारे में सबसे चिंताजनक बात ये है कि इसकी मृत्युदर 45-75 फीसदी तक रही है, जो कोरोना जैसे गंभीर संक्रामक रोग से भी काफी ज्यादा है।

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देश के दक्षिणी राज्य केरल में एक बार फिर से निपाह वायरस दस्तक दे रहा है। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक दो लोगों में निपाह वायरस संक्रमण के संभावित लक्षण दिखने के बाद शुक्रवार को तीन जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। केरल में निपाह वायरस के दो मामले मिलने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय वहां राष्ट्रीय संयुक्त प्रकोप प्रतिक्रिया दल (एनजेओआरटी) को तैनात करने पर विचार कर रहा है।

यह दल सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को लागू करने में केरल सरकार की मदद करेगा। सूत्रों ने बताया कि एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) की केंद्रीय निगरानी इकाई- एनसीडीसी, प्रदेश इकाई के साथ संपर्क में है और स्थिति पर सक्रिय रूप से नजर रख रही है।
विभिन्न नियंत्रण गतिविधियों के समन्वय के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष को सक्रिय कर दिया गया है। एक सूत्र ने कहा, प्रथम दृष्टया दोनों मामले महामारी विज्ञान की दृष्टि से एक-दूसरे से जुड़े नहीं हैं, लेकिन उनके लक्षणों और सामाजिक संपर्कों की जांच की जा रही है। अब तक तीन जिलों- पल्लकड़, मल्लपुरम और कोझिकोड में 300 से अधिक संपर्कों की पहचान की गई है।
केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों को किया गया अलर्ट
केरल के सबसे प्रभावित रहे जिलों के विभिन्न क्षेत्रों में 26 विशेष टीमें तैनात की गई हैं, जो कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, लक्षणों की निगरानी और जनता बीमारी के लिए जागरूक करने की दिशा में काम कर रही हैं। मरीजों के संपर्क में आए लोगों की पहचान करने के लिए पुलिस से मदद मांगी गई है। जिला कलेक्टरों को कंटेनमेंट जोन तैयार करने के लिए कहा गया है। अधिकारियों से यह भी आग्रह किया जा रहा है कि वे जांच करें कि क्या हाल के हफ्तों में कोई अप्राकृतिक या अस्पष्टीकृत मौतें हुई हैं? जो संभावित प्रकोप से जुड़ी हो सकती हैं।
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केरल में देखा जाता रहा है प्रकोप
इससे पहले मई में भी केरल में निपाह के मामले रिपोर्ट किए गए थे। 8 मई को केरल के मलप्पुरम जिले में ही एक 42 वर्षीय महिला में निपाह वायरस के संक्रमण की पुष्टि की गई थी। मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था।
वहीं पिछले साल सितंबर में 24 वर्षीय एक युवक की निपाह संक्रमण से मौत हो गई थी। अमर उजाला में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक नौ सिंतबर को मलप्पुरम में एक 24 वर्षीय युवक की संक्रमण से मौत हो गई थी। इससे पहले जुलाई 2024 में भी एक 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी।
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