हैदराबाद एनकाउंटर: एनएचआरसी की टीम ने दर्ज किए आरोपियों के परिजनों के बयान
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम ने हैदराबाद पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए चारों आरोपियों के परिवारवालों के बयान दर्ज किए। साथ ही टीम ने मृतका के परिवारवालों से भी बात की। पुलिस ने शुक्रवार को पशु चिकित्सक से सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के आरोपियों को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद शनिवार को एनएचआरसी की टीम ने एनकाउंटर की जांच शुरू की थी।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, रविवार को आरोपियों के परिवारवालों को नारायणपेट जिले से हैदराबाद लाया गया था। एनएचआरसी की टीम से मिलने के बाद महिला चिकित्सक के पिता ने कहा कि उन्होंने हमारी समस्या पूछी और घटना के बारे में जानकारी ली। हमें एनकाउंटर के बारे में टीवी चैनलों से पता चला था। वहीं, चारों आरोपियों के परिवारवालों ने पुलिस की कार्रवाई पर नाराजगी जताई। एक आरोपी की बहन ने कहा, पुलिस ने जानबूझकर एनकाउंटर किया। उन्होंने दबाव में यह कदम उठाया।
इससे पहले, एनएचआरसी की टीम ने शनिवार को महबूबनगर जिले के सरकारी अस्पताल का दौरा किया था, जहां चारों आरोपियों के शवों को रखा गया है। टीम में फोरेंसिक मेडिसिन के विशेषज्ञ भी शामिल हैं। टीम ने शवों का परीक्षण किया और यहां से 50 किलोमीटर दूर चट्टनपल्ली गांव का भी दौरा किया। इसी जगह 28 नवंबर को एक पुलिया के नीचे से महिला का जला हुआ शव बरामद हुआ था। टीम ने पास में ही स्थित मुठभेड़ स्थल का भी दौरा किया था।
एनएचआरसी की टीम के खिलाफ प्रदर्शन
इससे पहले, महिला चिकित्सक का परिवार जिस कॉलोनी में रहता है, वहां के निवासियों ने एनएचआरसी की जांच पर सवाल उठाए। उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर कॉलोनी के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि क्यों एनएचआरसी ने जघन्य सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के बाद चुप्पी साधे रखी।
क्या आम लोगों के मानव अधिकार नहीं हैं? वे कहते हैं कि त्वरित न्याय नहीं होना चाहिए? क्या यह त्वरित था। निर्भया केस को सात साल से ज्यादा हो चुके हैं। जनता ऐसे ही न्याय की उम्मीद कर रही थी। इसमें कुछ भी गलत नहीं है।
वीसी सज्जनार के गांव में जश्न
साइबर पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार के गांव आसुति के निवासियों ने मुठभेड़ में मारे गए दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई के समर्थन में रविवार को जश्न मनाया। इससे पहले शुक्रवार को वीसी सज्जन के भाई डॉ. एनसी सज्जन ने कहा था कि उनके गांव के लोगों को सज्जनार पर बहुत गर्व है।
पुलिस के मुताबिक, चारो दोषियों को घटनास्थल पर दोबारा से वारदात को समझने के लिए ले जाया गया था। लेकिन चारो ने मौका पाते ही भागने की कोशिश की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें मार गिराया।