India-Angola Ties: 'भारत-अफ्रीका के रिश्तों को भी मिलेगी नई दिशा', अंगोला के राष्ट्रपति से मिले जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को अंगोला के राष्ट्रपति लोरेंसो से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा हुई। साथ ही जयशंकर ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति लोरेंसो के साथ हुई बैठक से भारत-अंगोला और भारत-अफ्रीका संबंधों को नई दिशा मिलने की उम्मीद जताई है।


विस्तार
शुक्रवार को भारत दौरे पर आए अंगोला के राष्ट्रपति जोआओ मैनुएल गोंकाल्वेस लोरेंसो से शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मुलाकात की। यह मुलाकात भारत और अंगोला के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है। मामले में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर जानकारी दी।
विदेश मंत्री जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि भारत दौरे पर आए अंगोला के राष्ट्रपति लोरेंसो से मुलाकात करना सम्मान की बात है। उन्होंने भारत के प्रति जो गर्मजोशी भरे विचार व्यक्त किए, उनकी सराहना करता हूं। हमारी साझेदारी को आगे ले जाने के लिए उनके मार्गदर्शन का स्वागत करता हूं।
भारत-अफ्रीका के रिश्तों को मिलेगी नई दिशा
विदेश मंत्री ने आगे लिखा कि राष्ट्रपति लोरेंसो और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होने वाली बातचीत से न सिर्फ भारत और अंगोला के संबंध मजबूत होंगे, बल्कि भारत-अफ्रीका के रिश्तों को भी नई दिशा मिलेगी। इस राजकीय दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को लेकर कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है।
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लोरेंसो का राष्ट्रपति भवन में भव्य स्वागत
बता दें कि इससे पहले राष्ट्रपति लोरेन्सो का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में भव्य स्वागत किया गया। उन्हें 21 तोपों की सलामी दी गई और गार्ड ऑफ ऑनर भी पेश किया गया। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री एस. जयशंकर समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
महात्मा गांधी को दी अर्पित की श्रद्धांजलि
अंगोला के राष्ट्रपति ने महात्मा गांधी की समाधि, राजघाट जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और विजिटर्स बुक में अपने विचार भी लिखे। इसको लेकर इस मौके पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जैसवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि बापू को उनकी महान विचारधारा के लिए याद किया गया। अंगोला के राष्ट्रपति ने राजघाट पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
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कई महत्वपूर्ण समझौते पर होंगे हस्ताक्षर
अंगोला के राष्ट्रपति लोरंसो के इस दौरे के दौरान भारत और अंगोला के बीच पारंपरिक चिकित्सा, कृषि और सांस्कृतिक सहयोग से जुड़ी कई महत्वपूर्ण समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। गौरतलब है कि यह दौरा इसलिए भी खास है क्योंकि भारत और अंगोला के बीच औपचारिक राजनयिक संबंधों की शुरुआत 1985 में हुई थी और इस वर्ष इन संबंधों की 40वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। साथ ही अंगोला साल 2025 के लिए अफ्रीकी संघ का अध्यक्ष देश भी है।