सब्सक्राइब करें

अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस: एक नजर जंगल की उस खतरनाक दुनिया पर, जहां अब सुधर रहे हैं हालात

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Updated Sun, 29 Jul 2018 10:41 AM IST
विज्ञापन
International Tiger Day: Know about the dangerous world of forest and their development

देश में बाघों की कम होती संख्या काफी समय से चिंता का विषय बनी हुई है। कई बार तो जंगल में रहने वाले बाघों के लिए उनकी वही दुनिया खतरनाक साबित होती है। दहशत तो तब होती है जब कोई गोली से उनका शिकार करता है। लेकिन राजस्थान के सीहोर जिले के जंगलों में अब हालात बेहतर हुए हैं। चलिए आपको बताते हैं जंगलों की उस खतरनाक दुनिया के बारे में और बेहतर होते उन जंगलों के बारे में भी-

loader
Trending Videos

कुछ ऐसी होती है वो खतरनाक दुनिया

International Tiger Day: Know about the dangerous world of forest and their development

जंगल की वो दुनिया कुछ समय पहले तक खतरनाक हुआ करती थी। उस दुनिया में कोई भी शिकारी अपनी बंदूक को लेकर घुंस जाता था और वहां रहने वाले बाघों में दहशत समा जाती थी। वहां कई बार भूखे प्यासे बाघ अपनी मां के इंतजार में दुनिया से विदा हो जाते थे और मां बेचारी शिकारी के हाथों मारी जाती थी।

विज्ञापन
विज्ञापन

2010 के बाद लोगों का ध्यान खिंचा

International Tiger Day: Know about the dangerous world of forest and their development

लोगों ने साल 2010 के बाद जंगलों की उस खतरनाक दुनिया की तरफ ध्यान देना शुरू किया। जब सेव अवर टाइगर्स नाम से एक अभियान की शुरुआत हुई। इसके ऐड में गोली चलती है और एक बाघ की मौत हो जाती हैै। फिर टीवी पर दुखद संदेश उभरता है जिसमें लिखा होता है बस 1411 बचे।

आज इतनी है सीहोर के जंगलों में संख्या

International Tiger Day: Know about the dangerous world of forest and their development

अब वहां हालात सुधर रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 10 साल पहले तक यहां एक भी बाघ नहीं था लेकिन अब यहां उनकी दहाड़ें सुनाई देती हैं। हाल ही में की गई गिनती से पता चला कि यहां अब 19 बाघ रहते हैं।

विज्ञापन

2008 के बाद आई जागरुकता

International Tiger Day: Know about the dangerous world of forest and their development

वन विभाग द्वारा किए गए प्रयासों से साल 2008 के बाद से जागरुकता आई है। जिस कारण यहां बाघों की संख्या में वृद्धि हुई है। अब विभाग की 7 बीटों के करीब दो हजार हेक्टेयर क्षेत्र में ये बाघ विचरण कर रहे हैं।

विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News apps, iOS Hindi News apps और Amarujala Hindi News apps अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed