Karnataka Politics: कर्नाटक में सीएम पद पर सियासत, सिद्धारमैया के बाद डीके शिवकुमार ने भी की खरगे से मुलाकात
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से कल सीएम सिद्धारमैया तो आज डीके शिवकुमार ने बंगलूरू में मुलाकात की। ये मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब कर्नाटक में सीएम पद को लेकर सियासत फिर तेज हो गई है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि शिवकुमार और खरगे की यह मुलाकात महज एक मुलाकात है या फिर राज्य में बदलाव के बयार का झोंका?
विस्तार
कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर जारी रस्साकशी जारी है। ऐसे में इस बात को लेकर चर्चा तेज जब हो गई जब सिद्धारमैया की मुलाकात के बाद आज यानी मंगलवार को उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने भी बंगलूरू में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकात की। सूत्रों के मुताबिक, शिवकुमार की मुलाकात ऐसे समय में हुई जब पार्टी अध्यक्ष खरगे दिल्ली जाने के लिए तैयार थे, तभी उपमुख्यमंत्री शिवकुमार उनसे मिलने पहुंचे। इसके बाद मुलाकात के बाद, दोनों ने एक ही कार में बैठकर एयरपोर्ट की ओर रवाना हुए।
#WATCH | Bengaluru, Karnataka: Deputy CM DK Shivakumar met Congress national president Mallikarjun Kharge in Bengaluru. The party chief was scheduled to leave for Delhi when the Deputy CM met him. After the meeting, the two left for the airport in the same car. pic.twitter.com/f73YXMOAID
विज्ञापन— ANI (@ANI) November 25, 2025विज्ञापन
बता दें कि कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर अटकलें तेज तब हो गई जब राज्य की कांग्रेस सरकार ने 20 नवंबर को अपने पांच साल के कार्यकाल का आधा समय पूरा किया। इसी बीच, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और शिवकुमार के बीच कथित ‘पावर शेयरिंग’ समझौते की बातें भी सामने आई हैं। ऐसे में चर्चा तेज हो गई कि क्या अब डीके शिवकुमार को अगले ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद दिया जा सकता है।
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सिद्धारमैया ने क्या कहा था?
सोमवार को खरगे से मुलाकात के बाद सिद्धारमैया ने अपना रुख साफ किया था कि वे कांग्रेस हाई कमान के फैसले के आधार पर चलेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हम हाई कमान के फैसले का पालन करेंगे। जो भी निर्णय लिया जाएगा, मुझे उसे स्वीकार करना होगा। शिवकुमार को भी यही करना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि क्या शिवकुमार अगला मुख्यमंत्री होंगे, तो उन्होंने दोहराया कि यह फैसला हाई कमान करेगी।
फेरबदल पर कांग्रेस की हरी झंडी, लेकिन...
कुछ महीने पहले हाई कमान ने कैबिनेट फेरबदल की मंजूरी दी थी, लेकिन सीएम सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार 2.5 साल पूरा करे, उसके बाद बदलाव होगा। अब उन्होंने कहा कि हाई कमान जो फैसला करेगी, वही मान्य होगा। ऐसे में पिछले हफ्ते कुछ डीके शिवकुमार के समर्थक विधायक दिल्ली गए और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मिले। इसके बाद सिद्धारमैया ने खरगे से बेंगलुरु में एक घंटे से ज्यादा लंबी बैठक की।
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क्या चाहते हैं सिद्धारमैया और शिवकुमार?
सूत्रों की माने तो सीएम सिद्धारमैया कैबिनेट में फेरबदल चाहते हैं, जबकि शिवकुमार चाहते हैं कि पहले मुख्यमंत्री पद पर फैसला हो। ऐसे में अगर हाई कमान कैबिनेट फेरबदल को मंजूरी देती है, तो इसका मतलब होगा कि सिद्धारमैया पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और शिवकुमार के मुख्यमंत्री बनने के मौके कम हो जाएंगे। गौरतलब है कि हाल ही में शिवकुमार के समर्थन में छह और विधायक दिल्ली गए हैं और कुछ और विधायक जल्द जाने की संभावना है। ये विधायक शिवकुमार को सीएम बनाने की मांग हाईकमान के सामने रखने वाले हैं।