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Kerala: पुलिस थाने में युवा कांग्रेस नेता की पिटाई, सीसीटीवी फुटेज सामने आने पर पार्टी ने की कार्रवाई की मांग
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, त्रिशूर
Published by: दीपक कुमार शर्मा
Updated Wed, 03 Sep 2025 05:28 PM IST
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सार
केरल युवा कांग्रेस नेता सुजीत की कुन्नमकुलम पुलिस थाने के अंदर कम से कम पांच पुलिसकर्मियों द्वारा बेरहमी से पिटाई का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। सुजीत ने अपने दोस्तों को धमकाने पर पुलिस का विरोध किया था। अब इस मामले में कांग्रेस ने पिटाई में शामिल पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

सांकेतिक तस्वीर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
केरल युवा कांग्रेस के एक नेता की पुलिस थाने में पिटाई का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज दो साल पहले का है, जिसमें कांग्रेस नेता को पुलिस थाने के अंदर निर्दयता से पीटे जाने की तस्वीरें दिख रही हैं। सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद बुधवार को कांग्रेस ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

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सीसीटीवी फुटेज में युवा कांग्रेस नेता सुजीत को कुन्नमकुलम पुलिस थाने के अंदर कम से कम पांच पुलिसकर्मी मिलकर पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह घटना अप्रैल 2023 में हुई थी, लेकिन सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत दो साल की कानूनी लड़ाई के बाद ही रिकॉर्डिंग सार्वजनिक की गई।
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दोस्तों को धमकाने पर सुजीत ने दिया था दखल
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुजीत ने उस समय दखल दिया था, जब पुलिस उनके दोस्तों को सड़क किनारे खड़े होने पर धमका रही थी। इसके बाद सब-इंस्पेक्टर की अगुवाई में पुलिस टीम उन्हें जीप में बैठाकर थाने ले गई और रास्ते में कथित तौर पर उनकी शर्ट भी उतरवा दी गई। थाने पहुंचने के बाद अन्य पुलिसकर्मी भी उनसे मारपीट करने लगे और उनकी पीठ व चेहरे पर वार किए।
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पुलिस ने सुजीत पर नशे में होने का लगाया था आरोप
बाद में पुलिस ने सुजीत के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप लगाया कि वह नशे में था और पुलिस के काम में बाधा डाली। हालांकि, मेडिकल जांच में नशे की पुष्टि नहीं हुई, और अदालत ने उसे जमानत दे दी। इसके बाद जब मेडिकल रिपोर्ट आई तो पता चला कि सुजीत के एक कान की सुनने की क्षमता कम हो गई है। कांग्रेस नेताओं ने सीसीटीवी फुटेज को पुलिस की ज्यादतियों का स्पष्ट सबूत बताते हुए इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
सीएम विजयन से कड़ी कार्रवाई करने की अपील
केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने इस घटना पर आश्चर्य जताया। साथ ही मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, जो गृह विभाग भी संभालते हैं, से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अपील की। उन्होंने कहा, 'युवा कांग्रेस चोवन्नूर मंडलम के अध्यक्ष सुजीत पर कुन्नमकुलम पुलिस द्वारा बेरहमी से हमला किए जाने के दृश्यों ने केरल की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। ये पुलिसकर्मी नहीं, बल्कि खाकी वर्दीधारी अपराधी हैं।'
माकपा पर ऐसे गिरोहों को पालने का लगाया आरोप
सतीसन ने आरोप लगाया कि ये गुंडों के गिरोह हैं, जो पुलिस थानों को यातनागृह में बदलने से हिचकिचाते नहीं हैं। ऐसे गिरोहों को माकपा और उन्हें नियंत्रित करने वाले समूह पाल रहे हैं। सतीसन ने कहा, 'सुजीत पर केवल एक ही अपराध का आरोप लगाया गया था कि जब पुलिस ने उसके दोस्तों को धमकाया तो उसने पुलिस से सवाल किया था।'
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सतीसन का दावा- पिटाई से सुजीत की सुनने की क्षमता चली गई
सतीसन ने आगे कहा कि यह क्रूर हमला तत्कालीन कुन्नमकुलम सब-इंस्पेक्टर नुहमान ने किया था। जब उन्हें थाने लाया गया तो तीन से ज्यादा पुलिसकर्मियों ने उन्हें घेर लिया और उनकी पिटाई कर दी। सतीसन ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें झुकने पर मजबूर किया और उनके शरीर व चेहरे पर वार किए, जिससे सुजीत की सुनने की क्षमता चली गई। सतीसन ने दावा किया कि सुजीत को झूठे मामले में फंसाने की पुलिस की कोशिश नाकाम रही।
अपराधियों को बचाने की कोशिश करने पर कड़ा जवाब देने की चेतावनी
विपक्ष के नेता ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, 'गृह विभाग के मुखिया होने के नाते पुलिस के भीतर ऐसे अपराधियों को पनपने देना मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी है। क्या उन्हें शर्म नहीं आती कि ऐसे लोग उनके विभाग में काम कर रहे हैं?' उन्होंने चेतावनी दी, 'इन दरिंदों को एक पल भी सेवा में बने रहने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। आज ही कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। अगर हमेशा की तरह सरकार अपने चहेतों और अपराधियों को बचाने की कोशिश करती रही, तो कांग्रेस और यूडीएफ इसका कड़ा जवाब देंगे।'