बिहार: महागठबंधन में इन तीन सीटों पर फंसा पेच, बाहुबल और धनबल पर हावी पड़ रहा यह समीकरण
आगामी लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में विपक्षी महागठबंधन के दो प्रमुख दल राजद और कांग्रेस सीट बंटवारे को लेकर संभावनाएं तलाश रहे हैं, लेकिन दो से तीन सीटों पर पेच फंसा हुआ है। उम्मीद है कि इन सीटों पर फैसला हो जाने के बाद जल्द ही सीट बंटवारे की घोषणा कर दी जाएगी।
आरजेडी के एक नेता ने बताया कि पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और राजद के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव के बीच सम्मानजनक सीट बंटवारे के संदर्भ में बातचीत हुई थी। इससे पहले भी दोनो नेताओं के बीच सीट बंटवारे को ले कर दो दौर की बातचीत हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक इन तीन सीटों को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच सहमति नहीं बन रही है।
मुंगेर
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस मोकामा के विधायक अनंत सिंह या उनकी पत्नी को मुंगेर सीट से चुनाव लड़ाना चाहती है, जबकि राजद इसके सख्त खिलाफ है, वो 'हम' के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके बिहार के पूर्व मंत्री वृशिण पटेल के लिए मुंगेर सीट चाहती है। तेजस्वी यादव ने अनंत सिंह को 'अराजक तत्व' बताते हुए कहा है कि महागठबंधन में ऐसे लोगों की कोई जगह नहीं है।
दरभंगा
कांग्रेस दरभंगा के लिए कीर्ति आजाद को उतारना चाह रही है, जबकि महागठबंधन में शामिल विकासशील इंसान पार्टी के प्रमुख मुकेश सहनी पहले ही इस सीट से चुनाव लड़ने का मन बना चुके हैं। गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी से निलंबित होने के बाद कीर्ति आजाद पिछले दिनों कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।
मधेपुरा
हाल ही में मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पप्पू यादव भी महागठबंधन का हिस्सा बनने वाले हैं। हालांकि कांग्रेस ने अभी पप्पू यादव के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन तेजस्वी, पप्पू को महागठबंधन में शामिल करने के खिलाफ हैं। उन्होंने कई मौकों पर पप्पू का विरोध जताया है। माना जा रहा है कि इसी वजह से कांग्रेस के लिए मधेपुरा सीट पर फैसला लेना मुश्किल हो रहा है।
दो मार्च को रांची में बनेगी बात!
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा है कि उम्मीदवारों की घोषणा में थोड़ा समय लग सकता है, पर गठबंधन के बीच सीटों का बंटवारा मार्च के पहले सप्ताह में होने की उम्मीद है। उन्होंने कुछ सीटों पर फंसे पेच के संबंध में कहा कि सभी सीटों को लेकर बातचीत चल रही है।वहीं, राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो दो मार्च को रांची में होने वाली कांग्रेस की रैली में सीट बंटवारे पर कुछ चर्चा हो सकती है। दो मार्च को झारखंड में कांग्रेस की पहली बड़ी रैली होगी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि तेजस्वी उनसे मुलाकात कर सीट बंटवारे पर सहमति बनाने में कामयाब हो सकते हैं।