लोकसभा चुनाव 2019: एनडीए-यूपीए ही नहीं, इस बार तीसरे मोर्चे का दावा भी दिख रहा मजबूत
लोकसभा चुनाव 2019 को देश का अब तक का सबसे अहम चुनाव माना जा रहा है। 2019 के सियासी घमासान में सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस बार टक्कर केवल यूपीए और एनडीए के बीच नहीं है। तीसरा मोर्चा भी अपनी ताकत बढ़ा रहा है। नतीजों के बाद एक तीसरा मोर्चा सामने आकर सरकार बनाने की दावेदारी पेश सकता है।
वर्तमान में सत्तारूढ़ दल भाजपा के खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में 40 से ज्यादा पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं। कभी एक दूसरे को मैदान में आंख दिखाने वाली पार्टियां भी भाजपा के विरोध में साथ आ गई हैं। इस सियासी संग्राम में कौन किसके साथ खड़ा है और कौन किसके खिलाफ ताल ठोक रहा है, आइए जानते हैं।
यूपीए - 25 दल
वर्तमान में यूपीए गठबंधन में 24 दल हैं। असम की ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) भी यूपीए में शामिल होने को तैयार है। ऐसे में यूपीए इस बार 9 नए सहयोगियों के साथ कुल 25 पार्टियों का गठबंधन हो गया है।
यूपीए में कौन कौन सी पार्टियां?
कांग्रेस ,एनसीपी, राजद, डीएमके, जेडीएस, नेशनल कांफ्रेंस, आरएलडी, झामुमो, आरएलएसपी , केरल कांग्रेस एम, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, स्वाभिमानी पक्ष, भारतीय ट्राइबल पार्टी, हम, केरल कांग्रेस (जैकब), केएमडीके, कम्युनिस्ट मार्क्सिस्ट पार्टी जॉन, पीस पार्टी ऑफ इंडिया, महान दल, तेलंगाना जन समिति, लोकतांत्रिक जनता दल, झारखंड विकास मोर्चा प्रजातांत्रिक और केपीजेपी।
15 पार्टियां न भाजपा, न कांग्रेस के साथ
पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ लंबे समय से विपक्ष एकजुट होकर मंच पर आता रहा है, लेकिन परदे के पीछे का खेल यह है कि 1999 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब 15 पार्टियों ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं। ये 15 दल कन भाजपा के साथ हैे और न ही कांग्रेस के साथ। इसलिए लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद तीसरा मोर्चा बनने की संभावनाएं भी दिख रही हैं।
कौन-कौन सी पार्टियां
पीडीपी, आप, इनेलो, सपा, बसपा, जोगी कांग्रेस, टीएमसी, सीपीआईएम, गोरखा मुक्ति मोर्चा, असम गण परिषद, टीडीपी, एआईएमआईएम, बीजेडी, टीआरएस और वायएसआर कांग्रेस। हालांकि आप ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की पुरजोर कोशिश की थी, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ सके।
एनडीए - 42 दल
भाजपा का दावा है कि एनडीए में इस बार 42 दल शामिल हैं। पार्टी का दावा है कि एआईएडीएमके, शिवसेना, जदयू, एलजेपी, अकाली दल, अपना दल, पीएमके, आरपीआईए, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट, एआईएनआर कांग्रेस, ननगा पीपुल्स फ्रंट, सिक्किम डेमोकेटिक फ्रंट, नेशनल पीपुल्स पार्टी, मिजो नेशनल फ्रंट, राष्ट्रीय समाज पक्ष, इंडिया जननायगा काटची, गोमांतक पार्टी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, केरल कांग्रेस नेशनलिस्ट, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी समेत कुल 42 दल एनडीए में हैं। कई अन्य छोटे दल भी एनडीए के साथ हैं।
मोदी बनाम राहुल
बहरहाल, 2019 का चुनाव बेहद दिलचस्प साबित होने जा रहा है। एक तरफ पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एनडीए है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी की अगुवाई वाला यूपीए। मुख्य मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के बीच ही है। लेकिन कई ऐसे राज्य हैं जहां कांग्रेस और भाजपा दोनों ही कमजोर हैं। ऐसे राज्य हैं प. बंगाल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश। हालांकि तमिलनाडु में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन किया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को सपा-बसपा गठबंधन कड़ी टक्कर देने जा रहा है। यहां कांग्रेस अकेले ही चुनाव मैदान में है। 2019 की जंग में किसके हाथ लगेगी बाजी ये देखना बेहद दिलचस्प होगा। चुनाव 7 चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई के बीच होने जा रहा है और 23 मई को नतीजे आएंगे।