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MEA: 'पाकिस्तान बुरी आदतों में फंसा हुआ है', जयशंकर बोले- मुंबई आतंकी हमला द्विपक्षीय संबंधों में अहम मोड़

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, आणंद Published by: पवन पांडेय Updated Tue, 15 Apr 2025 09:54 PM IST
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सार

India-Pakistan Ties: भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने भारत-पाकिस्तान के रिश्तों को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि, 2008 मुंबई आतंकी हमला दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों में अहम मोड़ था। इसके साथ उन्होंने कहा- 2014 के बाद पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया गया है।

Mumbai terror attack a turning point in India-Pakistan ties: Jaishankar; 'Pak stuck in bad habits'
डॉ. एस. जयशंकर, विदेश मंत्री - फोटो : ANI
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विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि 2008 के मुंबई आतंकी हमले ने पाकिस्तान के साथ संबंधों में एक महत्वपूर्ण मोड़ दिखाया, जब भारतीयों ने सामूहिक रूप से महसूस किया कि पड़ोसी देश से इस तरह के व्यवहार को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। चारोतार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक संवादात्मक सत्र के दौरान बोलते हुए जयशंकर ने पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के परिवर्तन को स्वीकार किया। इसके विपरीत, पाकिस्तान अपरिवर्तित रहा है, उसने अपनी बुरी आदतों को जारी रखा है।
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'मुंबई आतंकवादी हमला एक महत्वपूर्ण मोड़ था'
वहीं जब उनसे पूछा गया कि भारत सरकार अब सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान के बारे में शायद ही कभी चर्चा करती है, तो जयशंकर ने बताया कि उन पर कीमती समय बर्बाद करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा, 'भारत बदल गया है। काश मैं कह सकता कि पाकिस्तान बदल गया है। दुर्भाग्य से, वे कई मायनों में अपनी बुरी आदतों को जारी रखे हुए हैं। मैं कहूंगा कि 26/11 का मुंबई आतंकवादी हमला एक महत्वपूर्ण मोड़ था। मुझे लगता है कि यही वह समय था जब भारतीय जनता, सभी राजनीतिक दलों ने कहा कि यह बहुत ज्यादा है'।

'2014 के बाद पाकिस्तान को दिया गया सख्त संदेश'
गुजरात से राज्यसभा सांसद ने दर्शकों से कहा, 'लोगों को लगा कि देश (भारत) अपने पड़ोसी से इस तरह का व्यवहार स्वीकार नहीं कर सकता। मुझे लगता है कि समाज में यह भावना बहुत प्रबल थी, लेकिन उस समय सरकार की तरफ से इसे पूरी तरह से नहीं समझा गया होगा, जो एक अलग मामला है।' उन्होंने कहा कि 2014 के बाद, जब सरकार बदली, तो पाकिस्तान को यह सख्त संदेश दिया गया कि अगर आतंकवादी कृत्य किए गए तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।

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दुनिया में हमारी स्थिति में सुधार हुआ- जयशंकर
उन्होंने कहा, 'इस अवधि के दौरान, हम आर्थिक और राजनीतिक रूप से विकसित हुए हैं और दुनिया में हमारी स्थिति में सुधार हुआ है। लेकिन, पाकिस्तान ने पुरानी रणनीति जारी रखी।' जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान अफगानिस्तान में संघर्ष से भी कुछ हासिल करने की कोशिश कर रहा था, जब अमेरिका और नाटो वहां मौजूद थे। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान दोहरा खेल खेल रहा था। यह तालिबान के साथ भी था और दूसरे पक्ष के साथ भी। लेकिन, जब अमेरिकी चले गए, तो दोहरा खेल जारी नहीं रह सका। दोहरे खेल से उन्हें जो भी लाभ मिल रहा था, वह भी खत्म हो गया। इसके अलावा, जिस आतंकवाद उद्योग को उन्होंने बढ़ावा दिया था, वह उन्हें वापस काटने के लिए आ गया।'

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